शिक्षक देश के भविष्य के सच्चे निर्माता: उपायुक्त

September 5, 2020

शिक्षक देश के भविष्य के सच्चे निर्माता: उपायुक्त

हिसार 5 सितम्बर रवि पथ :

शिक्षक सम्मान समारोह में शारीरिक रूप से अक्षम बच्चों की शिक्षा में लगे शिक्षक सम्मानित
उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने कहा कि शिक्षक सच्चे अर्थों में देश के भविष्य निर्माता होते हैं जो देश के कर्णधारों को शिक्षित कर उन्हें देशसेवा के योग्य बनाते हैं।
उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी आज शिक्षक दिवस के अवसर पर पंजाब नैशनल बैंक द्वारा आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह को ऑडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संबोधित करते हुए कही। मंडल प्रमुख रीटा जुनेजा की अध्यक्षता में आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह में उपमंडल प्रमुख चरणजीत जुनेजा, मुख्य प्रबन्धक भूपेंद्र सैनी व मुख्य प्रबंधक अतीव मोहन सहाय उपस्थित थे।
पंजाब नैशनल बैंक द्वारा समय-समय पर कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाता है । इसी कड़ी में आज आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह में शारीरिक रूप से अक्षम बच्चों की शिक्षा में कार्यरत शिक्षकों का सम्मान किया गया ।
इस अवसर पर जिला रेडक्रॉस सोसाइटी द्वारा संचालित दृष्टिबधित संस्थान व विशेष स्कूल आंचल मानसिक विकास केंद्र के विशेष शिक्षक दिलबाग सिंह, रविंद्र कुमार, शीतल रानी, सुखबीर सिंह एवं जगदीप शर्मा उपस्थित थे। उपायुक्त ने उपस्थित विशेष शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि विशेष शिक्षकों द्वारा विशेष बच्चों की शिक्षा के लिए जो प्रयास किए जा रहें हैं वो प्रशंसनीय हैं। उन्होने मण्डल प्रमुख रीटा जुनेजा की भी इस कार्यक्रम के आयोजन हेतु प्रशंसा की।
उपस्थित शिक्षकों को संबोधित करते हुए मंडल प्रमुख रीता जुनेजा ने कहा कि शिक्षा प्राप्त करना प्रत्येक बच्चे का अधिकार है और विशेष बच्चों को शिक्षा देना अपने आप में ही एक महान कार्य है। शिक्षकों द्वारा इस कार्य का बखूबी निर्वहन किया जा रहा है। शिक्षक हमारे देश निर्माण के आधार स्तंभ हैं । अतः शिक्षकों का सम्मान करना हमारा परम कर्तव्य है।


मंडल प्रमुख ने हिसार जिले में शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत्त लुवास के रजिस्ट्रार डॉ. हरीश गुलाटी, गुजवि से डीन ऑफ कॉलेजिज प्रोफेसर उषा अरोड़ा, प्रवक्ता डॉ. अंजलि गुलाटी, नरेंद्र कुमार को भी सम्मानित किया। मण्डल प्रमुख ने कहा कि जीवन में सफल होने के लिए शिक्षा सबसे ज्यादा जरूरी है। शिक्षक देश के भविष्य व युवाओं के जीवन को बनाने व उसे आकार देने के लिए सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। प्राचीन काल से ही गुरुओं का हमारे जीवन में बहुत बड़ा योगदान रहा है। गुरुओं से प्राप्त ज्ञान व मार्गदर्शन से ही हम सफलता के शिखर तक पहुँच सकते हैं। शिक्षक उस माली के समान होता है, जो एक बगीचे को अलग अलग रूप-रंग के फूलों से सजाता है, जो छात्रों को काँटों पर भी मुस्कुराकर चलने के लिए प्रेरित करता है।