साबित हो गया कि सरकार पंजाब से नही, कहीं और से संचालित है, सरकार के नुमाइंदे राष्ट्रविरोधी ताकतों के हाथों में खेल रहे : डिप्टी स्पीकर

January 5, 2022

साबित हो गया कि सरकार पंजाब से नही, कहीं और से संचालित है, सरकार के नुमाइंदे राष्ट्रविरोधी ताकतों के हाथों में खेल रहे : डिप्टी स्पीकर

महामहिम राष्ट्रपति से पंजाब सरकार को बर्खास्त किए जाने की मांग की

हिसार, 05 जनवरी रवि पथ :

देश के प्रधानमंत्री के साथ पंजाब में हुई घटना ने यह साबित कर दिया है कि पंजाब में सरकार सूबे से नहीं बल्कि कहीं और से संचालित हो रही है और पंजाब सरकार के नुमाइंदे राष्ट्र विरोधी ताकतों के हाथ में खेल रहे हैं और लगातार देश की अखंडता पर चोट करने की गतिविधियों में संलिप्त हैं। हरियाणा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा ने इस घटना को पूरे राष्ट्र के लिए दुर्भाग्यपूर्ण घटना बताते हुए कहा है कि इस घटना ने कांग्रेस सरकार के चाल चरित्र को बेनकाब कर दिया है, जिस खतरनाक ढंग से असामाजिक तत्व प्रधानमंत्री की गाड़ी के एकदम नजदीक पहुंच गए, इससे साबित होता है कि कांग्रेस पार्टी और पंजाब सरकार के मंसूबे कितने खतरनाक थे। यह घटना ऐसे समय में बेहद संवेदनशील घटना है, जब हाल ही के दिनों में पंजाब में बम विस्फोट की घटनाओं ने एकाएक पैर पसारे हैं। यदि प्रधानमंत्री के गाड़ी के एकदम नजदीक पहुंचे असामाजिक तत्व ऐसी ही वारदात को अंजाम देने में कामयाब हो जाते तो क्या होता। यह महज सुरक्षा में चूक नहीं बल्कि एक बहुत बड़ी साजिश थी, जिसे प्रधानमंत्री के सुरक्षाबलों ने नाकाम कर दिया। डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा ने कहा कि जिस आतंकवाद ने देश के प्रधानमंत्री और कई मुख्यमंत्रियों को लील लिया हो, ऐसे माहौल में पंजाब के भीतर प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक प्रतीत होती है कि जानबूझकर की गई चूक है। उन्होंने इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार सत्ता की लालसा में कुछ भी कर सकती है क्योंकि देश की परिस्थितियां ऐसी है कि यहां की जनता ने प्रधानमंत्री को सर आंखों पर बैठा रखा है। इसका मतलब यह है कि प्रधानमंत्री के विरुद्ध साजिश रच के अपने मंसूबों को अंजाम तक पहुंचाया जा सके। घटना पर पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी का व्यवहार लोकतांत्रिक व्यवस्था पर न केवल प्रश्नचिह्न लगाता बल्कि उनके मंसूबो को भी जगजाहिर करता है। डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा ने महामहिम राष्ट्रपति से यह मांग की है कि पंजाब के संवेदनशील मुद्दों और राष्ट्रीय सुरक्षा के विषय पर गौण हो चुकी पंजाब सरकार को तुरंत प्रभाव से बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए।