कृषि एवं पशुपालन मंत्री जेपी दलाल दलाल ने किसानों के साथ-साथ पशुपालकों की आमदनी बढ़ाने के लिए नई-नई योजनाएं की हैं लागू : एमडी डॉ एसके बागोरिया

August 1, 2022

कृषि एवं पशुपालन मंत्री जेपी दलाल दलाल ने किसानों के साथ-साथ पशुपालकों की आमदनी बढ़ाने के लिए नई-नई योजनाएं की हैं लागू : एमडी डॉ एसके बागोरिया

पशुपालन मंत्री के निर्देशन में पशुपालन में उद्यमिता विकसित करने के लिए प्रबंध निदेशक डॉ. एसके बगोरिया की अध्यक्षता में बैठक आयोजित

पशुओं में तेजी से आनुवंशिक सुधार लाने के लिए इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) और एम्ब्रियो ट्रांसफर टेक्नोलॉजी (ईटीटी) जैसी नवीनतम वैज्ञानिक तकनीकों को अपनाने का किया आह्वान

गुरुग्राम, 01 अगस्त  रवि पथ :

प्रदेश के कृषि एवं पशुपालन जेपी दलाल के निर्देशन में हरियाणा में पशुपालन में उद्यमिता विकसित करने के लिए एक बैठक का आयोजन किया गया। पशुधन विकास बोर्ड के प्रबंध निदेशक डॉ. एसके बागोरिया की अध्यक्षता में उपनिदेशक कार्यालय में आयोजित इस बैठक के दौरान राष्ट्रीय पशुधन मिशन के तहत उद्यमिता विकास योजना के लिए प्राप्त आवेदनों की समीक्षा की गई।बैठक में जिले के सभी पशु चिकित्सक मौजूद रहे।पशुचिकित्सकों को एनएलएम उद्यमिता विकास कार्यक्रम के बारे में जागरूक किया गया ताकि वे पशुपालक किसानों को इस योजना का लाभ उठाने के लिए चिह्नित करके प्रेरित कर सकें।
इस अवसर पर विभाग के एमडी डॉ एसके बागौरिया ने पशुपालकों को राष्ट्रीय पशुधन मिशन के तहत पशुधन विकास बोर्ड द्वारा किसानों एवं पशुपालकों की आय व रोजगार बढ़ाने के लिए चलाई जा रही विभिन्न स्कीमों के बारे में विस्तार से बताया गया। पशुपालन विभाग ने भेड़-बकरी, सूअर पालन पर करोंड़ों रुपए की लागत से शुरु होने वाले प्रोजेक्ट पर 50 प्रतिशत की सब्सिडी देकर लोगों को सुनहरा अवसर प्रदान किया है। इस व्यवसाय को व्यक्तिगत, समूह/एफपीओ और स्वयं सहायता समूह द्वारा किया जा सकता है। इसके अलावा इन प्रोजेक्ट पर होने वाले खर्च को व्यक्ति स्वयं या बैंक से ऋण के माध्यम से भी कर सकता है। पशुपालन विभाग द्वारा खर्च संबंधित सारी औपचारिकताओं को सत्यापित किया जाएगा, जिसके आधार पर सब्सिडी प्रदान की जाएगी।
कृषि एवं पशुपालन मंत्री श्री दलाल द्वारा किसानों के साथ-साथ पशुपालकों की आमदनी बढ़ाने के लिए नई-नई योजनाएं लागू की जा रही हैं। इनमें पशुपालन को विशेषतौर पर बढावा दिया जा रहा। अब लाखों रुपए से शुरु होने वाले पशुपालन के बड़े व्यवसाय पर 50 प्रतिशत तक की सब्सिडी प्रदान की गई है, जो कि पशुपालकों के लिए सुनहरा मौका है। विभाग के अनुसार इन व्यवसायों को शुरु कर लोग लाखों रुपए की आमदनी कर सकते हैं। पेरेंट हब/फार्म- यह ऐसी मुर्गियों को फार्म है, जिसमें वे मुर्गियों होंगी, जिनके अंडों से चूजे तैयार होंगे यानि मुर्गियों का प्रजनन बढ़ेगा। इसमें कम से कम एक हजार मुर्गियां रखी जाएंगी। इस प्रोजेक्ट पर 50 लाख रुपए खर्च होंगे, जिस पर 25 प्रतिशत सब्सिडी का प्रावधान है।
डॉ बागोरिया ने बताया कि भेड़-बकरी प्रजनन फार्म- इस फार्म में 500 मादा और 25 नर भेड़-बकरी रखी जाएंगी। इसमें करीब 22 लाख रुपए का केवल शैड बनेगा। यह प्रोजेक्ट 87 लाख रुपए 30 हजार रुपए का है, जिस पर विभाग द्वारा 50 प्रतिशत सब्सिडी प्रदान की जा रही है।सूअर प्रजनन फार्म- सूअर पालन के इस प्रोजेक्ट में 100 सूअरी और 10 सूअर रखे जाएंगे। इसमें भी एक शैड बनेगा। इस प्रोजेक्ट की लागत 50 लाख रुपए है, जिस पर विभाग द्वारा 50 प्रतिशत की सब्सिडी दी जा रही है।
पशु चारा बनाने का प्रोजेक्ट-पशुपालन के साथ-साथ पशुओं के लिए चारा बनाने का प्रोजेक्ट भी लगाया जा सकता है, जिस पर विभाग द्वारा 50 प्रतिशत की सब्सिडी दी जा रही है। यह प्रोजेक्ट भी 85 लाख रुपए का है। इस प्रोजेक्ट के माध्यम से ऐसा चारा तैयार किया जाएगा किया जाएगा तो गर्मियों के मौसम में हरा चारे के विकल्प के तौर पर काम करेगा।
डॉ एसके बागोरिया ने सभी पशु चिकित्सकों को निर्देश दिए कि वे इन सभी योजनाओं का प्रचार प्रसार कर पशुपालकों को जागरूक करें ताकि इन योजनाओं का वे फायदा उठा सकें। डॉ. बगोरिया ने गायों और भैंसों में हाल ही में संपन्न एफएमडी और एचएस टीकाकरण में उनके अच्छे काम के लिए सभी वीएस तथा अन्य अधिकारियो को धन्यवाद दिया।
सभी वेटरिनेरी सर्जन को पारंपरिक हिमकृत सीमन के बजाय सेक्स सॉर्टेड सीमन का उपयोग शुरू करने के लिए आह्वान किया क्योंकि अधिक से अधिक मादा बछड़ियो का जन्म होगा और राज्य में प्रजनन योग्य गायों और भैंसों की संख्या में भारी वृद्धि होगी। पशुओं में तेजी से आनुवंशिक सुधार लाने के लिए इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) और एम्ब्रियो ट्रांसफर टेक्नोलॉजी (ईटीटी) जैसी नवीनतम वैज्ञानिक तकनीकों को अपनाने की तत्काल आवश्यकता है। इस क्षेत्र में नवीनतम तकनीक को अपनाने से राज्य में पशुपालकों के जीवन में बड़ा बदलाव आ सकता है और कहा कि कृषि मंत्री राज्य के पशुधन किसानों की आय को दोगुना करने के लिए पशुपालन क्षेत्र में नवीनतम तकनीक को अपनाने के लिए बहुत उत्सुक हैं।उन्होंने ब्राजील और कनाडा मे किसानों के जीवन स्तर में स्पष्ट अंतर देखा है। ब्राजील व कनाडा ने वंशावली चयन की नवीनतम तकनीक को अपनाने के बाद, इन देशों द्वारा इस क्षेत्र में सेक्स्ड सॉर्टेड वीर्य, ​​​​आईवीएफ और ईटीटी का उपयोग किया गया जिसका असर उन्होंने उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख के रूप में हालीय ब्राजील और कनाडा की अपनी यात्रा के दौरान देखा। डॉ. बागोरिया ने आगे बताया कि पशुपालन मंत्री की इच्छा है कि राज्य के सभी पॉलीक्लिनिक में सर्जरी, आधुनिक लैब तथा अन्य सभी अत्याधुनिक सुविधाएं होनी चाहिए ताकि गरीब पशुपालक किसानों को अपने जिले में नजदीकी स्थान पर एक ही छत के नीचे ये सभी सुविधाएं नि:शुल्क प्राप्त हो सकें।
इस बैठक में गुरुग्राम जिले के सभी वीएस और विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।