जीवन की दौड़ में पीछे रह गए हर व्यक्ति की पहचान करके उसका विकास करना सरकार की प्राथमिकता : मुख्यमंत्री

November 29, 2020

जीवन की दौड़ में पीछे रह गए हर व्यक्ति की पहचान करके उसका विकास करना सरकार की प्राथमिकता : मुख्यमंत्री

पिछड़ा वर्ग-ए को पंचायतीराज में 8 प्रतिशत आरक्षण देने पर मुख्यमंत्री का सामूहिक अभिनंदन

सामाजिक दूरी के नियम के साथ वर्चुअल रैली आयोजित, सभी विधानसभा क्षेत्रों में हुआ लाइव प्रसारण

हिसार, 29 नवंबर रवि पथ :

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि समाज के सबसे पिछड़े व्यक्ति व वर्ग को सरकारी योजनाओं का सबसे पहले लाभ देकर उसका विकास करना ही वर्तमान प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने यह बात आज यहां पुराने राजकीय महाविद्यालय मैदान में हरियाणा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर रणबीर सिंह की अध्यक्षता में आयोजित रैली को संबोधित करते हुए कही। कोरोना के चलते कार्यक्रम में सामाजिक दूरी के नियम का पालन करते हुए सीमित संख्या में पिछड़ा वर्ग प्रतिनिधियों ने भागीदारी की, जबकि प्रदेश के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में रैली का लाइव प्रसारण किया गया।
अभिनंदन समारोह में राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा, पिछड़ा वर्ग मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल चौहान, हिसार विधायक डॉ. कमल गुप्ता, भाजपा जिला अध्यक्ष कैप्टन भूपेंद्र, हरियाणा पिछड़ा वर्ग आयोग के चेयरमैन सतबीर वर्मा सहित अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने भागीदारी की। इस दौरान हरियाणा केशकला बोर्ड के चेयरमैन व लोकजनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष सुरेश सैन ने पार्टी पदाधिकारियों सहित भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं स्वयं को हरियाणा की पूरी जनता को अपना परिवार मानता हूं और अपने परिवार के पिछड़े सदस्यों की मदद करना मेरा दायित्व है, इसलिए इसके लिए मेरा धन्यवाद करने की आवश्यकता नहीं है। धन्यवाद अपने लोगों का नहीं बल्कि पराये लोगों का किया जाता है। परिवार के मुखिया के रूप में मैंने अपना दायित्व निभाया है। सबका साथ-सबका विकास और हरियाणा एक-हरियाणवी एक का मंत्र ही हमारा मूलमंत्र है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक समय था जब सरकारी नौकरी उन्हें मिलती थी, जिनके हाथ में पैसा और ताकत थी। क्लास वन ओर टू अफसर बनने के लिए करोड़ों के लेनदेन होते थे। एक रुपया खर्च करके नौकरी पाने वाला दस रुपये का भ्रष्टाचार करता था। इस सिस्टम को हमने तोड़ दिया है। सिस्टम से दलालों को निकाल बाहर किया है। आमजन को सरकारी योजनाओं का लाभ देने के लिए जगह-जगह अंत्योदय व सरल केंद्र, ई-दिशा केंद्र, गांव-गांव में अटल सेवा केंद्र बनाए गए हैं, जहां जरूरतमंद व्यक्ति सरलता से योजना का लाभ ले सकता है। पात्र लाभार्थियों को योजनाओं की राशि सीधे उसके खाते में भिजवाई जाती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इतना सब होने के बावजूद अभी भी मुझे संतोष नहीं है। पात्र-अपात्र की पहचान करने में सिस्टम में अभी और सुधार की जरूरत है। इसके साथ ही आमजन की मानसिकता में भी बदलाव जरूरी है। योजना का लाभ लेने के लिए समर्थ व्यक्ति भी अपनी आय को कम करके बताता है जिससे पात्र व्यक्ति योजना से वंचित रह जाता है, यह मानसिकता बदलने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हम बीपीएल की पात्रता के लिए वार्षिक आय 1.80 लाख रुपये करने जा रहे हैं। इसके लिए परिवार पहचान पत्र बनाए जा रहे हैं, जिसमें हर परिवार की डिटेल होगी। इसके रजिस्टे्रशन का 52 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। इसके माध्यम से सरकार उस व्यक्ति व परिवार की पहचान आसानी से कर सकेगी, जो अभी तक वंचित है। उन्होंने कहा कि दौडऩे वालों को समझना होगा कि पीछे रह गए लोगों को भी साथ लेकर चलना है। हर किसी को अपने से पीछे वालों को आगे बढ़ाने के लिए कार्य करना होगा, तभी सबका भला होगा।


उन्होंने कहा कि मैं निरंतर प्रदेशवासियों की दुख-तकलीफ दूर करने के लिए प्रयासरत रहता हूं। जब पिछड़ा वर्ग-ए को पंचायती राज में आरक्षण देने का मामला मेरे संज्ञान में लाया गया तो मुझे यह मांग जायज लगी और इसे पूरा किया। आरक्षण किसी का शौक नहीं है, बल्कि जरूरत है। सहारा मिलने के बाद जब समाज आगे बढ़ जाएगा तो संभवत: इसकी जरूरत नहीं रहेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार उन सबकी मदद करेगी जो किसी भी कारण से जरूरतमंद हैं। सरकार ने मेधावी विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा प्राप्ति के लिए छात्रवृति और लोन देने की व्यवस्था की है। जिस बच्चे को विदेश में पढ़ाई करनी है, डॉक्टर, इंजीनियर बनना है या शोध करना है तो उसे मिलने वाले लोन के लिए मां-बाप को गारंटी नहीं देनी होगी। इसकी गारंटी सरकार देगी।
उन्होंने पिछड़ा समाज को शिल्पकार व कर्मयोगी वर्ग बताते हुए कहा कि यह समाज हमारी अर्थव्यवस्था का आधार है। कपड़ा, आभूषण, बर्तन व शिल्प कला जैसे कार्य करने वाले पिछड़ा वर्ग समाज की आजादी के समय हमारी अर्थव्यवस्था में 24 प्रतिशत हिस्सेदारी थी, लेकिन इस वर्ग के कौशल में आधुनिक दौर के अनुरूप विकास नहीं हो पाया है। इसके लिए सरकार ने पलवल में श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय शुरू किया गया है, जिसमें लगभग 800 कोर्स हैं, इनका सबसे ज्यादा लाभ इस वर्ग के बच्चों को प्राप्त होगा। प्रदेश में इस समय हेयर सैलून, ब्यूटी पार्लर के प्रशिक्षण के लिए 4 प्रशिक्षण केंद्र चल रहे हैं।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि यह कार्यक्रम बड़े स्वरूप में आयोजित किया जाना था लेकिन कोरोना की परिस्थितियों के मद्देनजर तथा दिल्ली व आसपास के राज्यों में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए यह निर्णय लिया गया कि किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम में 100-200 से ज्यादा संख्या न रखी जाए। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए आमजन 2 गज की सामाजिक दूरी के नियम, सैनेटाइजेशन, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उपाय जरूर अपनाएं।
हरियाणा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर व कार्यक्रम के अध्यक्ष रणबीर सिंह गंगवा ने पिछड़ा वर्ग को पंचायती चुनाव में 8 प्रतिशत आरक्षण दिए जाने पर पूरे प्रदेश के पिछड़ा वर्ग की ओर से मुख्यमंत्री मनोहर लाल का आभार व अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि पिछड़ा वर्ग द्वारा हरियाणा गठन के समय से ही पंचायती राज प्रणाली में आरक्षण देने की मांग की जा रही थी, जिसके लिए अनेक आयोग भी बने लेकिन किसी सरकार ने इस मांग को पूरा नहीं किया। इस मांग को भारत रत्न डॉ. बीआर अंबेडकर व राम मनोहर लोहिया जैसे महापुरुषों ने भी उठाया। अब वर्तमान भाजपा सरकार ने पंचायती राज में अति पिछड़ा वर्ग को आरक्षण देकर पूरे समाज की दशकों पुरानी मांग को पूरी किया है।
उन्होंने कहा कि आज इस उपलक्ष्य में यहां बहुत बड़ी रैली होनी थी और इसके लिए उन्हें सभी जिलों में प्रचार के लिए जाने का मौका मिला। लोगों में इसे लेकर बहुत जोश था। प्रदेश के हर कोने में इस पर चर्चा हुई, जिसमें सभी ने सरकार का आभार जताया और पूरे प्रदेश के पिछड़ा वर्ग संगठनों की मांगों से मुझे अवगत करवाया गया। उन्होंने इस संबंध में बनाए गए मांग पत्र की मांगों को पढ़ा और मांग पत्र मुख्यमंत्री को सौंपते हुए इन्हें पूरा करने का अनुरोध भी किया।
डिप्टी स्पीकर ने कहा कि कांग्रेस ने केवल पिछड़ा वर्ग का वोट हथियाने के लिए कांग्रेस का हाथ-गरीबों के साथ का नारा मात्र दिया। पिछड़ा वर्ग के हितों की ओर केवल वर्तमान भाजपा सरकार ने ध्यान दिया। उन्होंने कहा कि विधानसभा में जब यह बिल पास हुआ, उस समय सदन की अध्यक्षता का मौका मुझे मिला जो मेरे लिए गौरव की बात है। उन्होंने मुख्यमंत्री को भरोसा दिलाया कि पिछड़ा वर्ग की सूध लेने पर यह वर्ग हमेशा आपका साथ देगा।
कार्यक्रम को पिछड़ा वर्ग के प्रदेश अध्यक्ष मदनलाल चौहान, राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा सहित अन्य नेताओं ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर नगर निगम मेयर गौतम सरदाना, उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी, पुलिस अधीक्षक बलवान सिंह राणा, वरिष्ठï भाजपा नेता श्रीनिवास गोयल, सीनियर डिप्टी मेयर अनिल सैनी मानी, पूर्व चेयरमैन कर्ण सिंह रानौलिया, गुरदेव राही, सतबीर सिंह वर्मा, रवि सैनी, भाजपा जिला महामंत्री सुजीत कुमार व आशारानी खेदड़, महाबीर जांगड़ा, पूर्व आईपीएस डॉ. दलबीर भारती, ओपी सोनी, पूर्व विधायक रामचंद्र कंबोज, सुरेंद्र गंगवा, जगदीश सांचला, शेरसिंह प्रधान, ईश्वर मालवाल, देशराज कंबोज, अशोक कनोजिया, प्रेम वर्मा, चंद्रा राम गुरी, ओपी पहल, सूरज खटाना, दलबीर भारती, सरोज सिहाग, सुदेश चौधरी, सीमा गैबीपुर, नारायण गुर्जर, रत्न सैनी, अरविंद्र शर्मा, बालकिशन सहित विभिन्न जिलों से आए प्रतिनिधि मौजूद थे।