खिलाडिय़ों के लिए मील का पत्थर साबित होगा सिंथेटिक टै्रक : मुख्यमंत्री मनोहर लाल

November 29, 2020

खिलाडिय़ों के लिए मील का पत्थर साबित होगा सिंथेटिक टै्रक : मुख्यमंत्री मनोहर लाल

वर्ष 2021 में खेलो इंडिया के तहत होने वाले खेलों की मेजबानी करेगा प्रदेश : सीएम

एचएयू के गिरी सेंटर में सिंथेटिक टै्रक और इंटरनेशनल सांइटिस्ट होस्टल का किया उद्घाटन

हिसार : 29 नवम्बर  रवि पथ :

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार में स्थित गिरी सेंटर में करीब 4 करोड़ 65 लाख रूपये की लागत से बना सिंथेटिक ट्रैक खिलाडिय़ों के लिए मील का पत्थर साबित होगा। यहां से अभ्यास कर खिलाड़ी राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने प्रदेश व देश का नाम रोशन करेंगे। यह बात प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री मनोहरलाल ने कही। वे रविवार को चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार में स्थित गिरी सेंटर में बने अंतरराष्ट्रीय सिंथेटिक ट्रैक के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे। इसके बाद मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय में ही अंतरराष्ट्रीय साइंटिस्ट हॉस्टल का भी उद्घाटन किया। कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर समर सिंह ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए विश्वविद्यालय की खेलों में हासिल उपलब्धियों का जिक्र किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि 19 वर्ष तक की आयु वर्ष के खिलाडिय़ों के लिए खेलो इंडिया कार्यक्रम चलाया हुआ है जिसके बहुत ही सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। इससे किशोर अवस्था में ही खिलाड़ी अभ्यास करते हुए राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने में कामयाब होते हैं। उन्होंने कहा कि खेलो इंडिया के तहत वर्ष 2021 मेें आयोजित किए जाने वाले खेलों की मेजबानी हरियाणा प्रदेश करेगा और इसका मुख्य केंद्र पंचकूला होगा। इस खेल महाकुंभ में देशभर से 12 से 15 हजार खिलाड़ी हिस्सा लेंगे, जिसके तहत करीब 20 तरह के इवेंट आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि खेलो इंडिया के तहत नवंबर या दिसंबर माह में ही प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है, लेकिन इस बार कोरोना महामारी के चलते यह संभव नहीं हो पाया। इसलिए अगले वर्ष के लिए इन खेलों की मेजबानी हरियाणा प्रदेश को मिली है। उन्होंने खिलाडिय़ों से आह्वान किया कि वे अभी से इनकी तैयारियों के लिए जुट जाएं ताकि इन खेलों में वे बेहतरीन प्रदर्शन कर सकें। इन खेलों के सफल आयोजन में शिक्षा विभाग व खेल विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि इन खेलों में मेजबानी के साथ-साथ विजेता बनने पर जोर रहेगा। कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर लड़कियों की सौ मीटर व लडक़ों की चार सौ मीटर की दौड़ भी करवाई गई थी। इसके अलावा स्वयं मुख्यमंत्री, कुलपति व अन्य अधिकारियों ने भी टै्रक पर दौड़ लगाई।


विश्वविद्यालय का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नाम चमका चुके हैं खिलाड़ी : प्रोफेसर समर सिंह
विश्वविद्यालय के कुलपति ने मुख्यातिथि के समक्ष विश्वविद्यालय की खेलों में उपलब्धियों का जिक्र करते हुए बताया कि यहां से अभ्यास करने वाले खिलाडिय़ों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विश्वविद्यालय का नाम चमकाया है। उन्होंने बताया कि एचएयू की परिधि में खेलों को बढ़ावा देने के लिए खेलो इंडिया राष्ट्रीय कार्यक्रम के तहत 4 करोड़ 65 लाख रूपये की लागत से अंतरराष्ट्रीय सिंथेटिक ट्रैक का निर्माण किया गया है। यह राशि भारत सरकार के खेल मंत्रालय द्वारा दी गई है। इसके अलावा एक करोड़ एक लाख रूपये की राशि से विश्वविद्यालय ने गिरी सेंटर के फेस लिफ्टिंग का कार्य कराया है। इस टै्रक की खासियत के बारे में बताते हुए कहा कि इसे अंतरराष्ट्रीय मानकों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है और इसके लिए विश्व एथेलेटिक्स संघ ने क्लास-वन का प्रमाण-पत्र दिया है। कुलपति प्रोफेसर समर सिंह ने बताया कि यह संघ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित की जाने वाली एथलेटिक्स खेलों के आयोजन, संचालन और उसमें भाग लेने वाले खिलाडिय़ों के चयन संबंधी सभी गतिविधियों को नियंत्रित करती है। इस टै्रक को मुंबई की स्पोर्ट्स फैसिलिटीज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने लगभग एक वर्ष में तैयार किया है। इस टै्रक में प्रयोग किया गया सभी सामान मेड इन यूरोप है जिसे इंग्लैंड से मंगवाया गया है।
ये रही हैं विश्वविद्यालय की खेलों में उपलब्धियां
छात्र कल्याण निदेशक डॉ. देवेंद्र सिंह दहिया ने विश्वविद्यालय की खेल उपलब्धियों के बारे में विस्तारपूर्वक बताते हुए कहा कि यहां से अभ्यास कर देश का नाम रोशन करने वाले खिलाडिय़ों में गीता जुत्शी ने ओलंपिक खेलों में हिस्सा लिया व पदमश्री अवार्ड विजेता रही हैं। इसी प्रकार संत कुमार ने वर्ष 1980 मास्को ओलंपिक, आठवें एशियन गेम्स, जगमती ने सियोल ओलंपिक, लॉस एंजल्स ओलंपिक, एशियन गेम्स में हिस्सा लिया था। इसके अलावा एम.एस. दहिया, ज्ञान सिंह, सुखबीर सिंह, कर्मवीर सिंह, ओ.पी. कुण्ंडू, जगदीप हुड्डा और संदीप चहल जैसे खिलाडिय़ों ने अपने बेहतरीन प्रदर्शन के बल पर न केवल विश्वविद्यालय बल्कि देश का नाम भी रोशन किया है। उन्होंने बताया कि ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटीज/नार्थ जॉन इंटर यूनिवर्सिटीज टूर्नामेंट में कुश्ती में यह विश्वविद्यालय सात बार ओवर ऑल चैंपियन व तीन बार रनर अप रही है। इसी प्रकार बॉक्सिंग, योगा, बास्केट बॉल, कोर्टबॉल, कबड्डी, स्कवेश रैकेट, बैडमिंटन, हैंडबाल आदि में भी बेहतरीन प्रदर्शन किया है। उन्होंने बताया कि ऑल इंडिया इंटर एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटीज खेलों में वर्ष 1999-2000 से लेकर अब तक इस विश्वविद्यालय ने 53 गोल्ड मेडल, 86 सिल्वर मेडल व 57 कांस्य पदक हासिल किए हैं।
ये रहे मौजूद
विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में हरियाणा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा, हिसार के विधायक डॉ. कमल गुप्ता, बीजेपी जिलाध्यक्ष कैप्टन भूपेंद्र सिंह वीर चक्र के अलावा जिले के प्रशासनिक अधिकारी, विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता, निदेशक एवं विभागाध्यक्ष और शहर के गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।