किसान हित ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिकता: ओपी धनखड

October 17, 2022

किसान हित ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिकता: ओपी धनखड

हरियाणा के लाखों किसानों को 12वीं किस्त के रूप में दीवाली का मिला तोहफा: ओपी धनखड़

हरियाणा के 19 लाख 33 हजार 190 किसानों के बैंक खातों में सीधे ट्रांसफर हुई रकम

 हरियाणा के 97 प्रतिशत किसानों को मिली 2000-2000 रुपये की 12वीं किस्त

12वीं किस्त के रूप में प्रधानमंत्री ने जारी किए 16 हजार करोड़ रुपये

चंडीगढ़, 17 अक्टूबर रवि पथ :

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को हरियाणा के 19 लाख 33 हजार 190 किसानों को 2000 रुपये की 12वीं किस्त जारी कर दिवाली का तोहफा दिया है। प्रदेश के किसानों को केंद्र सरकार की ओर से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि स्कीम के तहत खेती करने के लिए 2018 से आर्थिक सहायता दी जा रही है। भारतीय जनता पार्टी हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिकता किसानों का हित करना है। किसानों की आय दोगुनी कैसे हो इसके लिए मोदी सरकार पूरा प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि इससे पहले 11 किस्तों में हरियाणा के 19.70 लाख किसानों को 3754.67 करोड़ का लाभ मिल चुका है।
प्रधानमंत्री द्वारा पीएम किसान सम्मान निधि की जारी की गई 12वीं किस्त के बारे में बताते हुए ओम प्रकाश धनखड़ ने कहा कि हरियाणा में 19 लाख 85 हजार 611 किसानों ने पंजीकरण कराया था, लेकिन कुछ तकनीकी खामियों के कारण 19 लाख 33 हजार 190 किसानों को 2000 रुपये की किस्त जारी की गई है। उन्होंने कहा कि हरियाणा के 97 प्रतिशत किसानों को सीधा पीएम किसान योजना का लाभ मिला है। धनखड़ ने बताया कि किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि स्कीम के तहत सालाना 6,000 रुपये दिए जाते हैं। इसका भुगतान 2000-2000 रुपये की तीन किस्तों में किया जाता है। ये पैसा सरकार द्वारा सीधा किसानों के खाते में ट्रांसफर किया जा रहा है। धनखड़ ने बताया कि पीएम मोदी ने दिवाली का तोहफा देते हुए देश के 12 करोड़ से अधिक अन्नदाताओं को 16 हज़ार करोड़ सम्मान निधि उनके बैंक खातों में सीधे ट्रांसफर की है।
धनखड़ ने बताया कि 1 दिसम्बर 2018 से लागू यह योजना किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि भारत सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक योजना है। इस योजना के अन्तर्गत छोटे और सीमान्त किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है, जिनके पास 2 हेक्टेयर (4.9 एकड़) से कम भूमि हो। इस योजना के तहत पंजीकृत किसानों को सहायता के रूप में प्रति वर्ष 6 हजार रूपया मिल रहा है। उन्होंने बताया कि योजना की शुरुआत वर्ष 2018 के रबी सीजन में की गई थी। उस समय सरकार ने इसके लिए 20 हजार करोड़ रुपये का अग्रिम बजट का प्रावधान किया था। जबकि योजना पर सालाना खर्च 75 हजार करोड़ रुपये आने का अनुमान था। लेकिन देश में किसानों की संख्या अधिक होने के कारण एवं इस योजना में किसानो की दिलचस्पी होने के कारण सालाना खर्च में बढ़ोतरी हुई है।
प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि छोटे किसानों के लिए यह योजना अत्यन्त उपयोगी सिद्ध हो रही है। फसल की बुवाई से ठीक पहले नकदी संकट से जूझने वाले किसानों को बीज, खाद और अन्य इनपुट की उपलब्धता में सुविधा मिले इसलिए यह सम्मान निधि दी जाती है। उन्होंने बताया कि देश में छोटे-छोटे किसानों की हालत ऐसी है जिनका भरण पोषण मुश्किल होता है। ऐसे में यह सम्मान निधि उनके लिए जीवनदायी साबित हो रही है। उन्होंने बताया कि इस योजना के आने के बाद देश व प्रदेश के किसान काफी खुश हैं।

फरवरी 2019 में जारी हुई थी पीएम किसान सम्मान निधि की पहली किस्त*l

पीएम किसान सम्मान निधि की पहली किस्त फरवरी 2019 में जारी हुई थी। इसके बाद दूसरी किस्त 2 अप्रैल 2019, तीसरी अगस्त 2019, चौथी किस्त जनवरी 2020, 5वीं किस्त 1 अप्रैल, 2020, छठी किस्त 1 अगस्त 2020, सातवीं किस्त दिसंबर 2020, आठवीं किस्त 1 अप्रैल 2021, 9वीं किस्त 9 अगस्त 2021, 10वीं किस्त जनवरी 2022, 11वीं किस्त मई 2022 और अब 12वीं किस्त 17 अक्टूबर 2022 को जारी की गई है।

देश के करोड़ों किसानों को मिला 16 हजार करोड़ का दिवाली का तोहफा

दिसंबर से मार्च 2018-19 को 3,16,13,703 लाभार्थियों को पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ मिला था। उसके बाद अप्रैल से जुलाई 2019-20 में 6,63,57,751, अगस्त से नवंबर 2019-20 में 8,76,29,537 किसानों को सम्मान निधि जारी की गई है। उन्होंने बताया कि दिसम्बर से मार्च 2019-20 में 8,96,26,997, अप्रैल से जुलाई 2020-21 में 10,49,33,353, अगस्त से नवंबर 2020-21 में 10,23,45,705, दिसंबर से मार्च 2020-21 में 10,23,52,362, अप्रैल से जुलाई 2021-22 11,15,45,123, अगस्त से नवंबर 2021-22 में 11,18,58,307, दिसंबर से मार्च 2021-22 में 11,14,60,886, अप्रैल से जुलाई 2022-23 में 11,26,30,643 तथा आज 17 अक्टूबर 2022 को 12 करोड़ से अधिक किसानों को 16 हजार करोड़ राशि ट्रांसफर की गई है।