गहली के लिए ग्रे वाटर मैनेजमेंट परियोजना की मिली प्रशासनिक स्वीकृति, डिप्टी का जताया आभार

September 19, 2022

गहली के लिए ग्रे वाटर मैनेजमेंट परियोजना की मिली प्रशासनिक स्वीकृति, डिप्टी का जताया आभार

करीब एक साल पहले गहली गांव में जाकर पंचायती राज विभाग के अधिकारियों ने किया था सर्वे

नारनौल रवि पथ न्यूज़ :

गांव गहली के लिए ग्रे-वाटर मैनेजमेंट परियोजना की प्रशासनिक स्वीकृति मिल गई है। इस प्रोजेक्ट पर 37 लाख 42 हजार की राशि खर्च होगी। प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद गांव के जोहड़ों के कार्याकल्प की योजना बनाते हुए ग्रे वाटर मैनेजमेंट के तहत जोहड़ों का पानी खेतों में सिंचाई के लिए उपयोग करने की दिशा में काम किया जाएगा। इस योजना से जहां गांवों में गंदे व वेस्ट पानी से छुटकारा मिलेगा। वहीं किसानों को फसल सिंचाई के लिए प्रयाप्त मात्रा में पानी उपलब्ध हो सकेगा। इस परियोजना की प्रशासनिक स्वीकृति मिलने के बाद जजपा जिला प्रवक्ता सिकंदर गहली के नेतृत्व में ग्रामीणों ने डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला का आभार जताया है।
गांव गहली की आबादी करीब पांच हजार है। यहां 11 वार्ड में करीब 3000 मतदाता है। इस गांव में जलभराव व गंदे पानी की निकासी की समस्या कई वर्षों से परेशानी बनी हुई है। आए दिन कोई न कोई बीमारी फैलने का अंदेशा बना रहता है। बरसात के दिनों में तो हालात इतने खराब रहते है कि पानी घरों में घुस जाता है। इससे ग्रामीणों को भारी परेशानी होती रहती है। पिछले दिनों बरसात के दौरान घरों में भारी मात्रा में पानी घुस गया था तथा ग्रामीणों को बड़ी कठिनाई हुई थी। ग्रामीणों की इसी समस्या को देखते हुए जजपा जिला प्रवक्ता सिकंदर गहली ने डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला से समाधान की मांग की थी। उस वक्त ही डीसी रहे अजय कुमार को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए गए। डीसी ने यह पत्र पंचायतीराज को फॉरवर्ड कर दिया। इसके बाद 17 सितम्बर 2021 को पंचायती राज के कार्यकारी अभियंता नारायण दत्त, एसडीओ राजकुमार यादव व जेई मंजीत आदि ने गांव का दौरा किया। इस दल ने गांव में घूसकर सर्वे किया और ग्रामीणों से बातचीत की। उस वक्त एक्सईएन ने सीवर लाइन व पाइप लाइन दबाकर गांव के गंदा पानी एवं बरसाती पानी की समस्या से जल्द ही निजात दिलाई जाएगी।
मिली स्वीकृति, सीईओ ने पंचायती राज को लिखा पत्र
जजपा जिला प्रवक्ता सिकंदर गहली ने बताया कि गांव गहली में ग्रे वाटर मैनेजमेंट परियोजना की प्रशासनिक स्वीकृति मिल गई है। इसके बाद जिला परिषद के सीईओ मनोज कुमार ने पंचायती राज एक्सईएन नारायण को पत्र भी लिख दिया है। इस परियोजना के तहत गांव गहली में 37.42 लाख स्वीकृति मिली है। इसमें जोहड़ खुदाई मनरेगा के तहत अलग होगी। प्रशासनिक स्वीकृति मिलने के बाद सिकंदर गहली के साथ-साथ जाट महासभा के प्रधान विजयपाल एडवोकेट, उत्तम सिंह बडेसरा, वीरेंद्र नंबरदार, अजीत बाबूजी, सुरेंद्र नेताजी, रामफल फौजी, मालाराम थानेदार, दिलबाग, डा. कर्णसिंह, आत्म, हनुमानसिंह, दलीप पंच, राजेंद्र जटराणा, मुख्त्यार सिंह, प्रहलाद सिंह, शमशेर सिंह, चरणसिंह, राजबीर बडेसरा, कैलाश शर्मा, धर्मबीर बडेसरा, रणसिंह, हरफूल सिंह, कश्मीर एडवोकेट, उमेद सिंह, सुरेंद्र सिंह, धर्मपाल, अजय कुमार, रूपेश, नवीन व मनोज आदि ने भी डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला का आभार जताया है।