ओमिक्रोन वैरिएंट : उपायुक्त ने खाप प्रतिनिधियों से बैठक की

December 17, 2021

ओमिक्रोन वैरिएंट : उपायुक्त ने खाप प्रतिनिधियों से बैठक की

कहा, कम वैक्सीनेशन वाले गांवों में लोगों को समझाएं, ताकि तीसरी लहर का खतरा कम हो

हिसार, 17 दिसंबर  रवि पथ :

उपायुक्त डॉ प्रियंका सोनी ने कोविड-19 की तीसरी संभावित लहर के दृष्टिगत खाप प्रतिनिधियों के साथ बैठक की और उनसे कहा कि जिले के जिन गांवों में वैक्सीनेशन की रफ्तार धीमी हैं, वहां के लोगों को वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित करें, ताकि ओमिक्रोन वैरिएंट के खतरे को कम किया जा सके।
खाप प्रतिनिधियों ने उपायुक्त को आश्वासन दिया कि वे ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित करेंगे। उन्होंने जिले के सामाजिक संगठनों एवं स्वयं सेवी संस्थाओं से जुड़े नागरिकों से भी आह्वान किया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में वैक्सीन लगवाने बारे लोगों को जागरूक करने के लिए आगे आए। उपायुक्त ने प्रतिनिधियों से कहा कि वे ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए जागरूक करें, ताकि सुरक्षा चक्र को मजबूती प्रदान की जा सके। संक्रमण के प्रभाव से बचने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को वैक्सीन की दोनों डोज लेना बहुत जरूरी है। प्रदेश के अन्य जिलों के मुकाबले हिसार में वैक्सीनेशन का प्रतिशत बहुत कम है। उन्होंने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नलवा, मिर्चपूर, थुराना, डाटा, गुराना, सिसाय, उमरा, बास, दौलतपुर तथा हसनगढ़ के अंतर्गत आने वाले ग्रामीणों ने 60 प्रतिशत से कम वैक्सीन लगाई है, जोकि एक चिंता का विषय है।
उपायुक्त ने बताया कि जिले में 13 लाख 19 हजार 94 व्यक्तियों को वैक्सीन की डोज देने का लक्ष्य रखा गया है, जिनमें से वीरवार तक 10 लाख 38 हजार 96 व्यक्तियों को वैक्सीन की प्रथम डोज तथा 5 लाख 20 हजार 960 व्यक्तियों को वैक्सीन की दूसरी डोज दी जा चुकी है। इस प्रकार जिले में 79 प्रतिशत व्यक्तियों ने वैक्सीन की प्रथम तथा 39 प्रतिशत व्यक्तियों ने वैक्सीन की दूसरी डोज ली है।
सिविल सर्जन डॉ रत्ना भारती ने बताया कि विभाग द्वारा नियमित रूप से गठित की गई टीमों द्वारा वैक्सीनेशन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिले में वैक्सीन का स्टॉक पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। बैठक में डॉ तरूण ने जिले में वैक्सीनेशन अभियान के तहत किए जा रहे कार्यों की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की। इस अवसर पर खाप प्रतिनिधि समशेर सिंह पूनिया, रामफल बूरा, बलवान सिंह मलिक आदि उपस्थित थे।