सरकार की नाकामी से बने कोरोना महामारी से भी बदत्तर हालात- एडवोकेट खोवाल

October 29, 2021

सरकार की नाकामी से बने कोरोना महामारी से भी बदत्तर हालात- एडवोकेट खोवाल

हरियाणा कांग्रेस लीगल डिपार्टमेंट ने सीडीपी किट की उपलब्धता न होने पर उठाए सवालिया निशान

कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा के चेताने के बावजूद भी कोई सशक्त कदम न उठाने का आरोप

हिसार, 29 अक्टूबर  रवि पथ :

हरियाणा कांग्रेस लीगल डिपार्टमेंट ने प्रदेश में डेंगू महामारी के चलते बने हुए आपात काल के लिए पूरी तरह से प्रदेश सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। लीगल डिपार्टमेंट के प्रदेश चेयरमैन एडवोकेट लाल बहादुर खोवाल ने कहा कि सरकार की नाकामी के चलते प्रदेश में कोरोना महामारी की तरह बदत्तर हालात बने हुए हैं और बीमारी से पीडि़त मरीजों को अस्पतालों में बैड तक उपलब्ध नहीं हो पा रहे। वहीं एसडीपी किट की कमी के चलते डेंगू के मरीज अस्पतालों में चक्कर काट रहे हैं और प्लेटलेट्स कम होने की वजह से बेमौत का ग्रास बन रहे हैं।
एडवोकेट खोवाल ने कहा कि सीडीपी किट कि पूरे हरियाणा में कमी है। यहां तक कि किसी भी ब्लड बैंक में जरुरत के समय उपलब्धता नहीं है। जबकि खून देने वाले युवाओं की कोई कमी नहीं है और वे लाइन में लग कर खड़े हैं। उन्होनें कहा कि वर्तमान में हालात ऐसे बने हैं कि मरीज डेंगू बीमारी की वजह से प्लेटलेट्स कम होने की वजह से मौत का ग्रास बन रहे हैं। ऐसे हालात पूरे प्रदेश में है। एडवोकेट खोवाल ने कहा कि हिसार की बात करें तो यहां भी सीडीपी किट की मांग करने वालों की लंबी कतार लगी हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार को इस स्थिति का अंदाजा था, लेकिन कोरोना महामारी से सबक लिए बिना सरकार जानबूझकर हाथ पर हाथ रख कर बैठी रही। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष बहन कुमारी सैलजा भी समय समय पर सरकार को चेताती रहती है, लेकिन हमेशा की तरह इस बार भी विपक्ष के अच्छे सुझावों को नजरअंदाज किया गया। इसी का नतीजा है कि आज प्रदेश में ऐसे हालात बने हुए हैं। उन्होंने कहा कि इससे पहले कोरोना महामारी के समय ऑक्सीजन वेंटिलेटर ना मिलने की वजह से कितने ही लोगों की जानें गई, लेकिन बाद में सरकार की तरफ से संसद में कहा गया कि किसी तरह भी ऑक्सीजन वेंटिलेटर की कमी नहीं थी। वही हालात आज पूरे हरियाणा में बने हुए हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे आपात समय में भी गठबंधन सरकार कोई कदम उठाने की बजाए केवल उपचुनाव में व्यस्त है और उसे आम लोगों के हितों से कोई लेना देना नहीं है। एडवोकेट खोवाल ने कहा कि सरकार आम लोगों के सब्र का इंतिहान न ले। अगर इस आपात स्थिति पर जल्द संज्ञान नहीं लिया गया तो प्रदेश की जनता सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर हो जाएगी, जिसकी सारी जिम्मेदारी शासन व प्रशासन की होगी।