कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष की बजाए मंत्रालय एवम अपने परिवार पर ध्यान दे चौधरी रणजीत सिंह- एडवोकेट खोवाल

April 9, 2022

कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष की बजाए मंत्रालय एवम अपने परिवार पर ध्यान दे चौधरी रणजीत सिंह- एडवोकेट खोवाल

बिल्ली के भाग्य का छिंका टूटा तो बने मंत्री, अब दे रहे हैं नसीहत

मौकापरस्त नेताओं को माकूल जवाब देगी हलके व प्रदेश की जनता

हिसार, 9 अप्रैल रवि पथ :

हरियाणा कांग्रेस लीगल डिपार्टमेंट के प्रदेश चेयरमैन एडवोकेट लाल बहादुर खोवाल ने बिजली मंत्री रणजीत सिंह द्वारा गत दिवस कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा को लेकर की गई अनर्गल बयानबाजी पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। एडवोकेट खोवाल ने कहा है कि वे कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष की चिंता छोड़कर केवल इस बात पर ज्यादा ध्यान दे कि अगले चुनाव में वे किस मुंह से जनता के बीच जाकर वोट मांगेंगे।
एडवोकेट खोवाल ने कहा कि कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा अपनी लोकप्रियता व हलके की पकड़ के चलते वर्ष 1996 में सिरसा से तब भी सांसद बनी थी, जब हलके के सभी नौ विधायक उम्मीदवार अपना चुनाव हार गए थे। वे सिर्फ 1998 में पार्टी की भीतर मार के चलते सिरसा से चुनाव हारी। इसके विपरीत चौधरी रणजीत सिंह ने अपनी जिंदगी में केवल दो बार विधान सभा चुनाव जीता है। पहली बार 1987 में जब चौधरी देवी लाल की हवा थी और दूसरी बार अब 2019 में जब लोगों के सामने अपनी उम्र व आखिरी चुनाव के नाम पर गिड़गिड़ाए थे। इस दौरान उनके भतीजे ने पार्टी के विपरीत उनका समर्थन किया था।
चौधरी रणजीत सिंह व हार का है चोली दामन का साथ
एडवोकेट खोवाल ने कहा कि इस बार दूसरों की बैसाखियों के सहारे चुनाव जीतने वाले चौधरी रणजीत सिंह के बारे में यह कहावत प्रसिद्ध है कि उनका व हार का चोली दामन का साथ है। इस बार तो बिल्ली के भाग्य का छिंका टूटा कि बीजेपी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला और उन्हें मंत्री पद मिल गया, अन्यथा वे आज निर्दलीय विधायक के तौर पर अपनी डफली बजा रहे होते। इसलिए वे कांग्रेस अध्यक्षा की चिंता छोड़ कर ख़ैरात में मिले मन्त्रालय व अपने बिखरे परिवार पर ध्यान दें ताकि अगले चुनाव में जनता को मुंह दिखाने लायक रह सके।
मौकापरस्त लोगों को सबक सिखााने का काम करेगी जनता
एडवोकेट खोवाल ने कहा कि कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कभी भी पदों की लड़ाई नहीं लड़ी। वे अपने पिता की तरह पूरे निस्वार्थ भाव से कांग्रेस के लिए कार्य कर रही है। उनके लिए पद की बजाए पार्टी ही सबकुछ है और कांग्रेस हाईकमान इस बात को अच्छी तरह से समझता है। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति अपने परिवार को साथ लेकर नहीं चल सकता, ऐसे मौकापरस्त लोग कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष पर उंगली उठा रहे हैं। उनके बयान से भी स्पष्ट होता है कि अगर अगली बार बीजेपी से टिकट नहीं मिलता तो वे किसी और पार्टी के साथ चले जाएंगे। ऐसे मौकापरस्त लोगों को हलके व प्रदेश की जनता अच्छी तरह से समझ चुकी है और आने वाले समय में इसका मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा।