रणदीप सिंह सुरजेवाला, महासचिव, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का बयान

May 17, 2021

 रणदीप सिंह सुरजेवाला, महासचिव, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का बयान

‘नर सेवा ही नारायण सेवा’ के संकल्प के साथ कांग्रेस ने शुरू किया ‘सेवा-समर्पण’ अभियान!

‘आपदा में अवसर’ बना भाजपा-जजपा के लिए ‘आपदा में लूट-खसूट’!

गांव कस्बों तक फैली कोरोना महामारी – ज़ुल्मी खट्टर सरकार की नहीं कोई तैयारी!

हरियाणा मांगे जवाब – खट्टर-दुष्यंत चौटाला की जोड़ी जवाब दे!

रवि पथ न्यूज़ :

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक भी हरियाणा में कोरोना पॉजिटिव केसों की संख्या छह लाख पार कर 6,87,742 हो गई है व सरकारी आंकड़ों की भी मानें तो कल तक लगभग 6,000 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। कल का दुखद मौतों का सरकारी आंकड़ा 6,685 है। पूरे देश में भी सरकारी आंकड़ों की मानें तो कोरोना से होने वाली मौतों का आंकड़ा ढाई लाख को पार कर 2,74,390 हो गया है और कुल कोरोना ग्रस्त लोगों की संख्या 2.46 करोड़ हो गई। अकेले कल ही देश में 4106 लोग अपनी जान से हाथ धो बैठे। पर ना कहीं सरकार है और न ही शासन। भाजपा-जजपा सरकार के हुक्मरान प्रदेश में और मोदी सरकार देश में अपनी जिम्मेदारी से पीछा छुड़वा तथा पीठ दिखा भाग खड़े हुए हैं।

आज ‘सेवा और समर्पण’ अभियान में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव, चौधरी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कांग्रेस के साथियों के साथ मिलकर हिसार जिले के बरवाला और उकलाना में सभी सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों, प्राईवेट अस्पतालों व प्राईवेट क्लिनिक चलाने वाले हर डॉक्टर तक पीपीई किट, हैंड सैनिटाइज़र की बोतलें व सोडियम हाईपोक्लोराईट का सफाई सॉल्यूशन पहुंचाने की शुरुआत की है।

इस अभियान के एक और चरण में कांग्रेस के साथियों ने जींद जिले में जरूरतमंद इमरजेंसी मरीजों को ‘निशुल्क व मुफ्त ऑक्सीजन सेवा’ की भी शुरुआत की है।

पिछले एक साल में भी कांग्रेस पार्टी के साथियों सहित सुरजेवाला ने कैथल जिले, कुरुक्षेत्र जिले, जींद जिले व बरवाला और उकलाना के सभी सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों, प्राईवेट अस्पतालों व प्राईवेट क्लिनिक चलाने वाले हर डॉक्टर तक पीपीई किट, एन-95 मास्क, सोडियम हाईपोक्लोराईट का सफाई सॉल्यूशन पहुंचाया था और पुलिस थानों में भी पुलिसकर्मियों तक व पत्रकार साथियों तक भी एन-95 मास्क पहुंचा चुके हैं।

प्रदेश स्तर पर भी हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने हैल्पलाईन के माध्यम से हर जिले में कांग्रेस के नेताओं को प्रोत्साहित कर मदद के लिए आगे आने का आह्वान किया है तथा हर जिले में कांग्रेस नेता यथा संभव मदद कर रहे हैं। यही कांग्रेस अध्यक्षा, श्रीमती सोनिया गांधी व श्री राहुल गांधी का संकल्प है।

खेद की बात है कि सत्ता में रहते हुए भी भाजपा-जजपा सरकार जनता के इस सेवा भाव से पूरी तरह उदासीन है। कभी स्वयं मुख्यमंत्री, श्री मनोहर लाल खट्टर बड़बोले बयान देकर यह कहते हैं कि कोरोना की बदइंतजामी के खिलाफ शोर मचाने से न कोई जिंदा हो पाएगा और न ही कोरोना खत्म हो पाएगा और कभी कोरोना की मार से जूझ रहे मरीज और उनके परिवार के लोग घंटों तक वीआईपी दौरे के कारण तड़पते रहते हैं, जैसा कि हाल में ही जींद ने मुख्यमंत्री जी के दौरे में देखा। उपमुख्यमंत्री, श्री दुष्यंत चौटाला का तो अता-पता ही नहीं। यही हाल भाजपा-जजपा के मंत्रियों, विधायकों और सांसदों का भी है।

हरियाणा प्रदेश में कोरोना महामारी ने विक्राल रूप धारण कर लिया है। सच्चाई यह है कि न तो कोरोना संक्रमण के आंकड़े और न ही कोरोना से हो रही मौतों के आंकड़े सही हैं। असलियत इससे कहीं भयावह है। कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विचार करने की गहन आवश्यकता हैः-

1. अखबारों ने पिछले एक हफ्ते के गांव में कोरोना से होने वाली मृत्यु के जो आंकड़े जारी किए हैं, वह 1,879 मृत्यु के हैं। यह अपनेआप में गंभीर चिंता का विषय है। और भी गंभीर बात यह है कि यह आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। न गांव में आरटीपीसीआर टेस्टिंग है, न दवा, न इलाज। ऐसे में फैलते हुए कोरोना पर नियंत्रण कैसे होगा?

2. हरियाणा में ऑक्सीजन का संकट नहीं, इमरजेंसी है। दिल्ली में 85,000 सक्रिय मरीजों पर 700 मीट्रिक टन ऑक्सीजन दी गई है, पर हरियाणा को 100,000 सक्रिय कोरोना मरीजों पर मात्र 282 मीट्रिक टन ऑक्सीजन दी गई है। ऐसा क्यों? असलियत में हरियाणा को ऑक्सीजन की उपलब्धता 225 मीट्रिक टन प्रतिदिन से अधिक नहीं। खट्टर सरकार इसका क्या हल निकालेगी?

3. हरियाणा के 12 जिलों को मात्र आधा मीट्रिक टन ऑक्सीजन ही दी जा रही है। यह भेदभाव क्यों? यही नहीं, घर में संक्रमित ऑक्सीजन की जरूरत वाले मरीजों को ऑक्सीजन का कोटा ही नहीं दिया जा रहा। ऐसा क्यों?

4. खट्टर सरकार ने हरियाणा के 85 शहरों व कस्बों में से अधिकतर मध्यम स्तर व छोटे कस्बों में गैरकोविड मरीजों के लिए ऑक्सीजन सप्लाई बंद कर दी है।तो फिर ऐसे में इमरजेंसी डिलीवरी, एक्सीडेंट केस, कैंसर मरीज, लिवर मरीज, किडनी मरीज, अन्य बीमारियों के मरीज इलाज के लिए कहां जाएं?

5. खट्टर सरकार ने प्राईवेट अस्पतालों को कोविड अस्पताल बनाने का अधिकार भी अपने पास रख लिया है। नतीजा यह है कि मरीज दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं व प्राईवेट अस्पताल कोविड अस्पताल न होने की दुहाई दे मरीजों को भर्ती ही नहीं कर रहे। कोविड अस्पताल बनाने में भी भ्रष्टाचार के इल्जाम सामने आए हैं।

6. खट्टर सरकार ने कोरोना निरोधक टीके को लेकर हरियाणा की जनता को अपने हाल पर छोड़ दिया है। हरियाणा में 45 वर्ष से अधिक आयु के 37 लाख लोगों को ही पहला टीका लगा, जबकि दूसरा टीका मात्र 8 लाख लोगों को ही मिला है। 45 से अधिक आयु के लोगों के लिए भी टीका उपलब्ध नहीं, तो 45 से कम आयु के लोगों का क्या हाल होगा, इसका अंदाजा खुद लगाया जा सकता है।

7. प्रदेश भर में जीवनरक्षक दवाईयों की काला बाजारी खुले आम हो रही है। रेमडिसिविर इंजेक्शन, आईवरमेक्टिन इंजेक्शन, टोसिलुजुमैब इंजेक्शन उपलब्ध नहीं, पर ब्लैक मार्केट में हजारों लाखों रूपये में ये इंजेक्शन बेचे जा रहे हैं।

8. प्रदेश भर में जीवनरक्षक दवाएं तो नहीं पर शराब माफिया का खुला खेल चल रहा है। ‘शराब की सप्लाई फुल और जीवनरक्षक दवाएं गुल’- यही खट्टर-दुष्यंत चौटाला की जोड़ी का नारा बन गया लगता है।

क्या मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर व उपमुख्यमंत्री, श्री दुष्यंत चौटाला जवाब देंगे?