बाबा साहेब, भारतीय सँविधान में अमर थे, अमर है और अमर रहेंगे: डॉ सुरेन्द्र सेलवाल

December 6, 2020

बाबा साहेब, भारतीय सँविधान में अमर थे, अमर है और अमर रहेंगे: डॉ सुरेन्द्र सेलवाल

उकलाना : 6 दिसम्बर 2020, रवि पथ :

महामानव, विश्व ज्ञान के प्रतीक ,बाबा साहेब , भारत रत्न डॉ भीमराव अम्बेडकर के 65वें महापरिनिर्वाण दिवस पर भारतीय दलित साहित्य अकादमी हरियाणा के प्रदेश महासचिव व सामाजिक न्याय एंव सुरक्षा मंच के संयोजक डॉ सुरेन्द्र सेलवाल के कार्यालय में विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने बाबा साहेब को श्रद्धा सुमन अर्पित किए और उन्हें याद किया।यहां श्री रामचन्द्र प्रभुवाला ने दीप प्रज्वलित किया। डॉ सेलवाल ने प्रतिनिधियों को भारतीय सँविधान की प्रतियां वितरित की । इस अवसर पर सन्दीप सेलवाल प्रधान गुरु रविदास सेवा ट्रस्ट उकलाना मंडी भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज से राधेश्याम गिल, पार्षद प्रवीण गिल, नगरपालिका उकलाना पूर्व चेयरमैन समीर इंदौरा, बलबीर चौहान, डॉ राजपाल, मास्टर सतपाल कांटीवाल, मास्टर पवन कुमार ओढ़,भूप सिंह आरेवाला, सन्दीप, रामनिवास निम्बरैण आदि थे।उधर अम्बेडकर भवन उकलाना मंडी में कुमारी सोनिया ने बाबा साहेब के सामने दीप प्रज्वलित किया। यहाँ डॉ सुरेन्द्र सेलवाल ने उपस्थित लोगों को सँविधान की प्रस्तावना की शपथ दिलाई और बाबा साहेब के संघर्ष , लक्ष्य, सँविधान के महत्व, लोकतांत्रिक व्यवस्था , नागरिको के सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास ,धार्मिक स्वतंत्रता ,प्रतिष्ठा और अवसर की समता प्राप्त कराने के लिए सकारात्मक प्रयास किस तरह किये जायें। विस्तार से सँविधान की प्रस्तावना की व्याख्या करते हुए सामाजिक एकता व बन्धुत्व बढ़ाने का सन्देश दिया।

डॉ सेलवाल ने 26 नवम्बर से लगातार दिल्ली की सीमाओँ पर संघर्ष कर रहे किसान आन्दोलन कारियों को समर्थन देते हुए कहा। वास्तव में किसान बाबा साहेब के सँविधान द्वारा दिये लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूती दे रहे है। जबकि सरकार में बैठे सत्तासीन नेता राजहठ का प्रदर्शन कर रहे है। उन्होंने कहा बाबा साहेब हमेशा भारतीय सँविधान में अमर थे,अमर है, अमर रहेंगे।इस अवसर पर, सतबीर सिंह भेरिया, डॉ राजपाल,रामचन्द्र सेलवाल, जय भगवान चौहान, सरदार रघुबीर सिँह,सन्दीप सेलवाल, दिलबाग सोढ़ी, डॉ राजपाल, ने भी विचार व्यक्त किये। दिनेश कत्याल, पूर्व सरपंच चरत सिंह, पवन सेलवाल,बलबीर बौद्ध, मांगेराम बरबड़, मास्टर रामकुमार ग्रोवर, बलराज सहित अनेक बुजुर्ग, बुद्धिजीवी, युवा उपस्थित थे।