भाजपा-कांग्रेस के घोषणा-पत्र के विमोचन की तस्वीरें बहुत कुछ बयां करती है: डा.अशोक तंवर

April 9, 2019

भाजपा-कांग्रेस के घोषणा-पत्र के विमोचन की तस्वीरें बहुत कुछ बयां करती है: डा.अशोक तंवर

*भाजपा का संकल्प पत्र 133 करोड़ लोगों की जनभावनाओं की हत्या: डा.तंवर*

*कांग्रेस के घोषणा पत्र में जो वादे किए है,उन्हे हम निभाएगे: डा.तंवर*

रवि पथ ब्यूरो*चंडीगढ़, 09 अप्रैल* 

हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डा.अशोक तंवर ने भाजपा के घोषणा-पत्र पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि भाजपा और कांग्रेस द्वारा अपने-अपने घोषणा पत्र के विमोचन के अवसर की तस्वीरें बहुत कुछ बयां करती है। एक में हिंदुस्तान की जनता की बात है और दूसरे में मोदी जी सिर्फ अपनी बात कर रहे है।

यहां जारी बयान में डा.अशोक तंवर ने कहा कि कांग्रेस ने अपने घोषणा-पत्र के मुख्य पृष्ठ पर भारत की बात की है जबकि भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में केवल एक व्यक्ति की फोटो दिखाकर अपनी मानसिकता को स्पष्ट कर दिया है कि भाजपा के लिए देश से बड़े नरेन्द्र मोदी है। उन्होने कहा कि भाजपा का घोषणा पत्र केवल मात्र हवा-हवाई, झूठ एवं जुमलों का पुलिंदा है जबकि कांग्रेस पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में महत्वपूर्ण विषय जैसे कि गरीब, बेरोजगार, किसान, खेतीहर मजदूर, स्वास्थ्य सेवाएं, जीएसटी, सशस्त्र बल, अर्धसैनिक बल, गुणवत्ता वाली शिक्षा, लैंगिक न्याय, अनुसूचित जाति एवं जनजाति, घृणा अपराधों का खात्मा, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन एवं संस्थानों की सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण मुददों को शामिल किया है, जिससे कांग्रेस की नीयत और नीति साफ होती है। डा.तंवर ने कहा कि बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र में धारा 370 व 35 ए हटाने वाले मुद्दों को दोबारा घोषणा पत्र में शामिल कर देशवासियों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने का काम किया है। तंवर ने प्रधानमंत्री मोदी से सवाल करते हुए कहा कि इस घोषणा पत्र में भाजपा ने हर देशवासी के खाते में 15 लाख रूपए डालने, विदेशों से कालाधन लाने और बेरोजगारी जैसे पिछले मुद्दों को शामिल क्यों नहीं किया, मोदी जी इन मुद्दों पर आज मौन क्यों साधे हुए है? तंवर ने भाजपा के घोषणा-पत्र को 133 करोड़ लोगों की जनभावनाओं की हत्या बताते हुए ये भी कहा कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में अब न्याय होगा और हर किए हुए वादे को हम निभाएगें की बात कही तो वही भाजपा ने कभी चायवाला,कभी चौकीदार कहकर लोगों को मुख्य मुद्दों से भटकाने का काम किया है। उन्होने कहा कि कांगे्रस ने जब अपने घोषणा पत्र को जारी किया था तो उस समय कांग्रेस अध्यक्ष श्री राहुल गांधी ने मीडिया के सवालों का जवाब दिया था लेकिन तानाशाह प्रधानमंत्री ने मीडिया को सवाल पूछने तक की अनुमति नही दी, जिससे यह स्पष्ट होता है कि स्वयं-भू चौकीदार जनता के सवालों से डरा हुआ है, जिसकी झलक उनके चेहरे पर साफ दिखाई देती है।

डा. तंवर ने कहा कि भाजपा ने राम मंदिर के नाम पर बार-बार देश की आस्था से खिलवाड़ करने का काम कि है। उन्होने कहा कि भाजपा 30 साल से राम मंदिर के मुददे को अपने घोषणा-पत्र में शामिल कर रही है लेकिन अब देश की जनता ये जान चुकी है कि भाजपा इस मुद्दे के सहारे केवल वोट बटोरने की राजनीति करती है जबकि उन्हें न राम मंदिर से कोई लेना देना और न ही अन्य मुद्दों से। डा.तंवर ने कहा कि भाजपा के चरित्र से ये स्पष्ट हो गया है कि भाजपा इस आदर्श में विश्वास रखती है कि जब-जब चुनाव आएगें, मंदिर का मुद्दा तभी बनाएगें, चुनाव खत्म, मंदिर मुद्दा हजम।
डा.तंवर ने कहा कि घोषणा पत्र में 100 लाख करोड़ निवेश का दावा करने वाली बीजेपी की हरियाणा सरकार ने चार साल पहले पांच लाख 84 हजार करोड़ रुपए के निवेश और पांच लाख नौकरियों का दावा किया था लेकिन जमीन पर इन दावों की हकीकत बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व के मानसिक दिवालिएपन को उजागर करती है। उन्होने हरियाणा की बीजेपी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने मोदी और अमित शाह क ी कुटिल राजनीति के कारण हरियाणा को चार बार जलाने का काम किया है और छत्तीस बिरादरी के भाईचारे को खत्म करने का काम किया है।
डा. तंवर ने कहा कि भाजपा ने अपने पिछले घोषणा-पत्र में 100 स्मार्ट सिटी बनाने का जुमला दिया था लेकिन आज तक एक भी स्मार्ट सिटी नहीं बनी है। तंवर ने बीजेपी के नए घोषणा पत्र से स्मार्ट सिटी, सांसद आदर्श ग्राम, मुद्रा जैसी योजनाओं की गैरमौजूदगी पर भी हैरानी जताई। बीजेपी की हवा-हवाई सोच का उदहारण देते हुए हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि इस बार भी नए हवाई अड्डों का वायदा किया गया है लेकिन हिसार की जनता एक नवंबर 2018 से जहाज उतरने का इंतजार कर रही है। तंवर ने कहा कि अब भाजपा अगले पांच साल में 50 शहरों में मैट्रो नेटवर्क स्थापित करने का राग अलाप रही है। डा. तंवर ने तथ्य रखते हुए कहा कि पिछले घोषणा-पत्र में भाजपा ने 10 करोड़ नौजवानों को रोजगार देने का वादा किया था परंतु रोजगार देने की बजाए भाजपा ने रोजगार छिनने का काम किया, जिसके फलस्वरूप रोडवेज के कर्मचारी, अध्यापक संघ, स्वास्थ्य सेवाओं से संबंधित संघ, आंगनवाड़ी वर्कर,चौकीदार संघ, कच्चे कर्मचारी, सर्व हरियाणा कर्मचारी संघ आदि अपनी मांगों को मनवाने के लिए लगातार प्रदर्शन करते रहे लेकिन उनकी मांगों को लाठी-डंडों से दबाकर खत्म कर दिया गया।