फर्जी रजिस्ट्रेशन के द्वारा बाजरा खरीद में हो रही है धांधली, वास्तविक किसानों का नही बिक रहा बाजरा- किरण चौधरी

October 8, 2020

फर्जी रजिस्ट्रेशन के द्वारा बाजरा खरीद में हो रही है धांधली, वास्तविक किसानों का नही बिक रहा बाजरा- किरण चौधरी

पारदर्शिता और ईमानदारी के झूठे दावे करने वाली गठबंधन सरकार फसल खरीद में हो रहे खरीद घोटाले की जांच कराए।

भिवानी, 08, अक्टूबर  रवि पथ :

कांग्रेस विधायक एवं पूर्व सीएलपी श्रीमती किरण चौधरी ने बाजरा खरीद में हो रही धांधली पर सवाल उठाए , उन्होंने कहा कि बाजरा खरीद में फर्जी रजिस्ट्रेशन करवाकर बड़े स्तर पर घोटाला किया जा रहा है ओर किसान अपना बाजरा व मूंग बेचने के लिए परेशान हो रहे हैं ओर सरकार के मैसज का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेरे हल्के तोशाम की मंडियों में धांधली का आलम यह है कि बस स्टैंड, बाजार, सरकारी संस्थानों और विभागों आदि की जमीन का फर्जी रजिस्ट्रेशन करवाकर बाजरा बेचा जा रहा है और एक ही आदमी के नाम पर कई – कई जगह और कई – कई बार रजिस्ट्रेशन किया गया है। यह आलाधिकारियों और सरकार की मिलीभगत के बैगर सम्भव नही है और सरकार के संज्ञान में आने के बाद भी इसपर किसी तरह की कोई जांच या कार्यवाही नही की गई जिससे जाहिर होता है कि खरीद में धांधली सरकार व अधिकारियों की मिलीभगत से हो रही है, उन्होंने कहा कि मंडियों में अधिकारियों ने जम कर लूट मचा रखी है और बेचारा किसान फसल लिए अभी भी इंतजार में बैठा है। उन्होंने मांग की है कि पारदर्शिता और ईमानदारी के झूठे दावे करने वाली गठबंधन सरकार फसल खरीद में हो रहे खरीद घोटाले की जांच कराए।

किरण चौधरी ने कहा कि धान खरीद में जिस तरह से किसानों को परेशान किया जा रहा है उससे प्रदेश का किसान पूरी तरह से परेशान है , उन्होंने कहा की किसानों के प्रति सरकार के रवैए को समझा जा सकता है जब सरकार का एक विधायक सरकार के खिलाफ धरने पर बैठ गया, उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने किसानों को बर्बाद करने में कोई कमी नही छोड़ी है और जब कांग्रेस पार्टी किसानों की आवाज़ उठाती है तो सरकार कहती है कि कांग्रेस राजनीति कर रही है लेकिन कांग्रेस हमेशा किसानों के हितों की आवाज़ उठाती रहेगी

किरण चौधरी ने कहा कि सरकार और भृष्ट अधिकारियों की मिलीभगत का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पिछले दिनों सरसों में मिलावट घोटाला उजागर हुआ उसकी जांच का जिम्मा उन्ही अधिकारियों को सौंप दिया जो खुद उस मिलावट घोटाले में शामिल हैं। यह सरकार घोटालों की पर्याय बन चुकी है ओर एक के बाद एक घोटाले किए जा रहे हैं।

किरण चौधरी ने कहा कि बड़े स्तर पर फसल खरीद में धांधली की खबरें सामने आ रही हैं और तथ्य भी सामने आ रहे हैं फिर भी अगर सरकार जांच करवाकर धांधली करने वाले दलालों के खिलाफ कार्यवाही नही करती है तो इसका मतलब यह हुआ कि यह सरकार की सहमति से हो रहा है