सपनों को संदूक में बंद न करें, खुलकर उड़ान भरें महिलाएं : उपायुक्त

February 24, 2020

सपनों को संदूक में बंद न करें, खुलकर उड़ान भरें महिलाएं : उपायुक्त
उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने किया महिला फिल्म फेस्टिवल उड़ान का शुभारंभ
फिल्म फेस्टिवल में 28 फरवरी तक प्रतिदिन 210 महिलाएं देखेंगी फिल्म
हिसार, 24 फरवरी रवि पथ
महिलाएं शादी के बाद अपने सपनों को संदूक में बंद न करें बल्कि अपने पंखों को खोलकर नई उड़ान भरें और अपने सपनों को पूरा करें।
यह बात उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने आज सनसिटी मल्टीप्लेक्स में महिला फिल्म फेस्टिवल उड़ान के शुभारंभ अवसर पर महिलाओं को संबोधित करते हुए कही। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी सुनीता यादव सहित सभी सीडीपीओ व अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, महिला सुरक्षा व घरेलू हिंसा विषयों पर जिला की महिलाओं को जागरूक करने के लिए शुरू किया गया महिला फिल्म फेस्टिवल उड़ान 24 से 28 फरवरी तक आयोजित किया जाएगा। इस दौरान जिला की दो या दो से अधिक बेटियों वाली माताओं को महिलाओं से जुड़े विषयों पर आधारित फिल्में दिखाई जाएंगी। प्रतिदिन 210 महिलाओं को एक फिल्म दिखाई जाएगी। आज महिलाओं को पंगा फिल्म दिखाई गई। कल 25 फरवरी को मिशन मंगल, 26 फरवरी को मर्दानी, 27 फरवरी को नीरजा व 28 फरवरी को दंगल फिल्म दिखाई जाएगी।

उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने कहा कि बच्चों के पालन-पोषण में माताओं की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इस प्रकार के कार्यक्रमों से महिलाओं को घर से बाहर निकलने और दुनिया में हो रहे बदलावों को देखने का मौका मिलता है। उनका आत्मविश्वास बढ़ता है और जागृति आती है। उन्होंने बताया कि उपायुक्त के रूप में उन्होंने महिलाओं को जागरूक करने के लिए कैथल जिला में भी इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित करवाए थे जिनके काफी साकारात्मक परिणाम सामने आए थे।
उपायुक्त ने महिलाओं से सीधा संवाद स्थापित करते हुए उनसे पूछा कि आज पंगा फिल्म देखकर उन्हें क्या सीखने को मिला। उपायुक्त से बात करके महिलाएं उत्साहित नजर आई और उन्होंने जोश के साथ कहा कि आप जैसी अधिकारी का साथ हो तो वे क्या नहीं कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि फिल्म देखकर उन्होंने समझा कि वे शादी के बाद भी काफी कुछ कर सकती हैं और हमें अपने हौसले दबाकर नहीं रखने हैं।
उपायुक्त ने कहा कि शादी के बाद महिलाएं अपने शौक और सपने परिवार की जिम्मेदारियों पर कुर्बान कर देती हैं। लेकिन यदि वे पंगा फिल्म की तरह अपने सपनों को पूरा करने की ठान ले तो उन्हें आगे बढऩे से कोई नहीं रोक सकता है। इसी प्रकार महिलाएं अपनी बेटियों को भी उनकी मर्जी का क्षेत्र अपनाने की आजादी दें। जिला प्रशासन के साथ-साथ सरकार द्वारा भी महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए सभी जरूरी सहायता प्रदान की जा रही हैं। उन्होंने महिलाओं को मानसिक व शारीरिक रूप से मजबूत बनने के लिए प्रेरित किया और अपने खानपान पर पूरा ध्यान देने को कहा।

उपायुक्त ने कहा कि महिलाओं को उनके अधिकारों और महत्व के प्रति जागरूक करने के लिए जिला में इस प्रकार के कार्यक्रम नियमित रूप से आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि महिलाओं को अपनी बेटियों की परवरिश अच्छे माहौल में करनी चाहिए ताकि वे अपने आप को किसी भी मायने में लडक़ों से कम नहीं समझें। यदि बेटियों को अच्छे अवसर मिले तो वे नई ऊंचाइयां छू सकती हैं। अवसर मिलेगा तो बेटियां निश्चित रूप से अपने मां-बाप और देश का नाम रोशन करेंगी।
जिला कार्यक्रम अधिकारी सुनीता यादव में कहा कि उपायुक्त के मार्गदर्शन और उनके प्रयासों के चलते ही महिला फिल्म फेस्टिवल का आयोजन संभव हो सका है। इसके लिए उन्होने उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी का आभार व्यक्त किया और उन्हें विश्वास दिलाया कि जिला की महिलाओं को जागरूक करने के लिए सभी अभियान व कार्यक्रम प्रभावी ढंग से क्रियान्वित किए जाएंगे।