गठबंधन सरकार पर बरसे पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा

February 23, 2020

गठबंधन सरकार पर बरसे पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा

नारनौंद के पेटवाड़ गांव में परिवर्तन रैली को किया संबोधित

युवाओं को नशेड़ी बनाने की साज़िश है नई आबकारी नीति- भूपेंद्र सिंह हुड्डा

नई आबकारी नीति को फौरन वापिस ले सरकार- भूपेंद्र सिंह हुड्डा

दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी किया रैली को संबोधित

नारनौंद (हिसार) 23 फरवरी रवि पथ

हरियाणा के युवाओं को गठबंधन सरकार नशे में झोंक रही है। नई आबकारी नीति घर-घर में ठेके खोलने का काम करेगी। इसलिए सरकार को ये नीति फौरन वापिस लेनी चाहिए। ये कहना है पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा का। श्री हुड्डा नारनौंद के पेडवाड़ गांव में हुई परिवर्तन रैली को संबोधित कर रहे थे। रैली का आयोजन हालही में कांग्रेस में शामिल हुए युवा नेता जस्सी पेटवाड़ ने किया था।

रैली को संबोधित करने पहुंचे भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य दीपेंद्र हुड्डा के निशाने पर गठबंधन सरकार रही। दोनों नेताओं ने इस बात पर हैरानी जताई कि अबतक गठबंधन सरकार का कॉमन मिनिमम प्रोग्राम तैयार नहीं हुआ है। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि किसी भी सरकार के काम का आंकलन वादों को निभाने के आधार पर हो सकता है। लेकिन मौजूदा गठबंधन सरकार ने अपने मेनिफेस्टो को निभाने की दिशा में कोई कदम आगे नहीं बढ़ाया।

हुड्डा के निशाने पर मुख्य तौर पर नई आबकारी नीति रही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार की नीति हरियाणा के युवाओं को खिलाड़ी बनाने की थी, लेकिन मौजूदा सरकार की नीति उन्हें नशेड़ी बनाने की है। नई आबकारी नीति से प्रदेश में नशे को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने चिंता जताई कि हरियाणा के युवाओं को भी पंजाब की तरह नशे में झोंका जा रहा है।

नेता प्रतिपक्ष ने किसानों के मुद्दे पर भी प्रदेश सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि इस सरकार ने सिर्फ खेती की लागत बढ़ाने का काम किया है, ना कि उनका मुनाफ़ा। सरकार की नीतियों का नतीजा है कि आज किसान कर्ज़दार हो रहा है। क्योंकि बीजेपी सरकार ने खेतीबाड़ी की तमाम चीज़ों के रेट बढ़ाने और उनपर टैक्स लगाने का काम किया है। उन्होंने गेहूं और गन्ने के रेट में बढ़ोत्तरी को नाकाफ़ी बताया। भपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान गन्ने के रेट में 193 रुपये की ऐतिहासिक बढ़ोत्तरी की गई थी लेकिन बीजेपी सरकार ने बमुश्किल 20 से 30 रुपये रेट ही बढ़ाया है। पूर्व मुख्यमंत्री ने रैली के मंच से फिर धान घोटाले का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने किसानों को उनका हक़ देने की बजाए, उनके साथ घोटाला करने का काम किया।

ब्राह्मणों से धौली की ज़मीन का मालिकाना हक़ वापिस लेने के फैसले पर भी नेता प्रतिपक्ष ने सरकार को खरी-खरी सुनाई। उन्होंने कहा कि ग़रीब, दलित और ब्राह्मण दशकों से जिस ज़मीन पर खेती कर रहे हैं, आज सरकार उसे भी छीनने की कोशिश कर रही है। उन्होंने सरकार को ब्राह्मण और दलित विरोधी बताया। उन्होंने कहा कि इस सरकार ने कांग्रेस राज में शुरू की गई 100-100 गज़ के प्लाट देने की स्कीम भी बंद कर दी। ग़रीब, दलित और पिछड़े वर्ग के हक़ों पर कुठाराघात करते हुए इस सरकार ने कांग्रेस सरकार के वक्त दी जाने वाली छात्रवृत्ति को बंद कर दिया। साथ ही इसमें करोड़ों के छात्रवृति घोटाले को भी अंजाम दिया गया।

इससे पहले परिवर्तन रैली को संबोधित करते हुए दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कई मोर्चों पर सरकार को विफल बताया। उन्होंने कहा कि लोगों ने खट्टर सरकार को बदलने के लिए वोट दिया था। लेकिन जेजेपी ने जनभावनाओं और लोगों के मान-सम्मान को गिरवी रखकर सत्ता के लिए बीजेपी से विश्वासघाती समझौता किया। दीपेंद्र हुड्डा ने रैली में मौजूद लोगों से पूछा कि क्या उन्होंने भाई से भाई को लड़ावाने वाली खट्टर सरकार के ख़िलाफ़ वोट दिया था या उसे वापिस सत्ता में लाने के लिए? जेजेपी ने खट्टर सरकार को उखाड़ फैंकने के लिए वोट मांगे थे या उनकी गोदी में बैठने के लिए? दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि जेजेपी ने इन तमाम सवालों और भावनाओं को दरकिनार के जो राजनीति समझौता किया उसकी गूंज पूरे देश में गई।

उन्होंने कहा कि हुड्डा सरकार के वक्त जो हरियाणा विकास के हर पैमाने पर देश में नंबर वन था, वो हरियाणा आज नशे, बेरोज़गारी और अपराध मे नंबर वन है। कांग्रेस राज में हरियाणा प्रति व्यक्ति आय, प्रति व्यक्ति निवेश, फसलों के रेट, खिलाड़ियों के मान-सम्मान, अनाज और दूध उत्पादन में नंबर वन होता था, वो आज दलितों, महिलाओं पर अत्याचार, दंगे और प्रदूषण जैसी समस्याओं में पहले नंबर पर है। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि एक बार फिर सरकार ने हरियाणा के पढ़े लिखे युवाओं के साथ अन्याय किया है। पहले एसडीओ भर्ती और अब असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती में हरियाणवियों की बजाए दूसरे प्रदेशों के युवाओं का सिलेक्शन किया गया है। जो गठबंधन दल हरियाणा के युवाओं को प्राइवेट नौकरियों में भी आरक्षण देने की बात करता था, वो पहले की तरह सरकारी नौकरियों में भी बाहरियों को तरजीह दे रहा है।

दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि बीजेपी-जेजेपी का गठबंधन लोगों की भावनाओं के ख़िलाफ़ है। इसलिए ये सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाएगी। पिछले चुनावों में महज़ 4200 वोटों के अंतर से बीजेपी कांग्रेस से बड़ी पार्टी बन गई। लेकिन अबकी बार कोई कसर नहीं रहेगी और कांग्रेस से इस सरकार का सफ़ाया हो जाएगा। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा बीजेपी ने सदा से मुझे निशाने पर रखा। क्योंकि बीजेपी नहीं चाहती कि कोई विपक्ष की मजबूत आवाज़ बने। इसीलिए लोकसभा चुनावों में भी शाम-दाम जैसे तरीकों को अपनाकर मुझे हराने का काम किया गया। लेकिन आज भी नारनौंद समेत पूरे प्रदेश के लोगों के दिलों में उस हार का दर्द है।

दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि मौजूदा सरकार कोई काम करना तो दूर, अबतक तो ये भी नहीं बता पाई कि उसका कॉमन मिनिमम प्रोग्राम क्या है। इस सरकार ने हरियाणा को विकास की पटरी से उतारने का काम किया है। मौजूदा सरकार ने कांग्रेस सरकार के वक्त मंज़ूरशुदा प्रोजेक्ट्स को भी दूसरे प्रदेशों में भेजना का काम किया, वो चाहे हिसार का एयरपोर्ट हो, महम का हवाई अड्डा हो या सोनीपत की रेल कोच फैक्टरी। गठबंधन सरकार का पूरा ज़ोर विकास की बजाए लूट पर है। सरकार के मंत्री सिर्फ इस बात पर एक दूसरे से लड़ रहे हैं कि किसे कौन सा महकमा मिले और किस महकमे में कितनी लूट की जाए।

परिवर्तन रैली में पूर्व केंद्रीय मंत्री जय प्रकाश, सफीदों से विधायक सुभाष गांगोली, राजस्थान से विधायक कृष्णा पुनिया, प्रह्लाद सिंह गिल्लाखेड़ा,पूर्व मंत्री सुभाष गोयल, उमेद लोहान, सुरेंद्र दहिया, प्रदीप गिल, बलजीत सिहाग, धर्मवीर गोयत,सत्यबाला मलिक ,योगेंदर योगी,सुमन शर्मा,सुरेश गोडेला,तेजबीर पूनिया,रणदीप लोहान,दिलबाग मोर समेत कई नेता मंच पर मौजूद थे।