सैद्धांतिक व गांधीवादी विचारधारा के धनी थे पूर्व विधायक जयनारायण वर्मा-राही

December 26, 2021

सैद्धांतिक व गांधीवादी विचारधारा के धनी थे पूर्व विधायक जयनारायण वर्मा-राही

तृतीय जय नारायण वर्मा सम्मान रजत पत्र अलंकरण समारोह आयोजित

गांधी स्मारक निधि राजघाट दिल्ली के अध्यक्ष राही को किया अलंकृत

हिसार, 26 दिसंबर  रवि पथ :

गांधी स्मारक निधि द्वारा संचालित गांधी अध्ययन केंद्र (सर्वोदय भवन) के तत्वावधान में अनवरत गोष्ठी की स्वर्ण जयंती स्मारिका के विमोचन एवं श्री जय नारायण वर्मा स्मारक चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से रविवार को पुरानी अनाज मंडी रोड स्थित सर्वोदय भवन में तृतीय जय नारायण वर्मा सम्मान रजत पत्र अलंकरण समारोह का आयोजन किया गया। इसमें गांधी विचारधारा के संवाहक एवं केंद्रीय गांधी स्मारक निधि, राजघाट, नई दिल्ली के अध्यक्ष महामना रामचंद्र राही ने विशेष तौर पर शिरकत की। वहीं कार्यक्रम में नगर निगम के आयुक्त अशोक गर्ग (आईएएस)बतौर मुख्यातिथि उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता आरएस वर्मा आईएएस ने की।
ट्रस्ट के सचिव एडवोकेट लाल बहादुर खोवाल ने बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत धर्मवीर शर्मा के द्वारा सर्वधर्म प्रार्थना के साथ हुई। वहीं सभी अतिथियों का फूलों के बुके की जगह पौधे भेंट कर औपचारिक तौर पर स्वागत किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित सभी महानुभावों ने जयनारायण वर्मा पूर्व विधायक एवं चेयरमैन व प्रथम मुख्यमंत्री संयुक्त पंजाब डॉ गोपी चंद भार्गव की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करते हुए अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। ट्रस्ट के प्रबंधक शैलेश वर्मा ने बताया कि कार्यक्रम मे अशोक शरण सर्व सेवा संघ, देवराज त्यागी निदेशक गांधी स्मारक भवन चंडीगढ़, आचार्य रामस्वरूप शास्त्री, पीके संधीर एडवोकेट, डॉ महेंद्र सिंह, देवराज भगत, राधेश्याम गुप्ता, अशोक वर्मा पूर्व चेयरमैन, रणधीर पनिहार, चंद्रा राम गुरी की गरिमामय उपस्थिति रही।कार्यक्रम के दौरान सर्वोदय भवन की अनवरत गोष्ठी की स्वर्ण जयंती स्मारिका का विमोचन किया गया। इससे पूर्व डॉ महेंद्र सिंह ने स्मारिका के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी।
वर्मा जी के बारे में बोलते हुए प्रोफेसर महेंद्र सिंह ने बताया कि जय नारायण वर्मा ने संत विनोबा भावे जी से प्रभावित होकर सन 1952 में सर्वोदय के कार्यकर्ता के रूप में कार्य प्रारंभ किया तथा उन्होंने भूदान आंदोलन में बढ़-चढ़कर भाग लिया था। वर्मा जी वास्तव में सैद्धांतिक गांधीवादी व्यक्ति थे। पीके संधीर एडवोकेट ने स्वागत भाषण एवं आए मेहमानों का अभिनन्दन व्यक्त करते हुए सम्माननीय अतिथियों एवं गणमान्य उपस्थित जन का भी आभार व्यक्त किया तथा महान नेताओं एवं सम्मानित व्यक्तित्व प्रख्यात गांधी विद रामचंद्र राही के जीवन पर प्रकाश डालते हुए वृहद जानकारी दी। ट्रस्ट के महासचिव लाल बहादुर खोवाल एडवोकेट ने कार्यक्रम की रूपरेखा बताई तथा ट्रस्ट का संपूर्ण परिचय दिया। उन्होंने कहा कि ट्रस्ट हर वर्ष समाज के हितों के कार्य करती हैं। उन्होंने कहा कि वर्मा ने अपने जीवन काल में पिछड़े ,दबे कुचले, वंचितों के लिए कार्य किया। वे एक निडर कर्म योगी थे, वे कठिन से कठिन समय में भी कभी नहीं बिफरे हमेशा वर्मा जी ने मूल्यों की राजनीति की कभी भी किसी की उन्होंने जी हजूरी नहीं की। उनका लंबा संघर्षमई जीवन रहा । वर्मा जी 1977 में बरवाला विधानसभा क्षेत्र से विधायक बने तथा मिशा के तहत आपातकाल में 19 जून 1975 को 19 महीने की जेल काटी। खोवाल ने रामचंद्र राही के जीवन पर प्रकाश डालते हुए प्रशस्ति पत्र पढ़ा व बताया कि जिस गांधी स्मारक निधि राजघाट नई दिल्ली के अध्यक्ष राही जी वर्तमान में है, उसी निधि के प्रथम अध्यक्ष भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद थे तथा जिसके सदस्य पंडित जवाहरलाल नेहरू सरदार पटेल,आचार्य जेबी कृपलानी, मौलाना अब्दुल कलाम आजाद, राजकुमारी अमृत कौर, बाबू जगजीवन राम, राज चक्रवर्ती गोपाल आचार्य,देवदास गांधी आदि महान नेता व प्रेरक व्यक्तित्व सदस्य रहे हैं।
सम्मानित व्यक्तित्व रामचंद्र राही ने गांधी जी के विचारों को आज के युग में प्रासंगिक बताया और कहा कि हम जिस जल संरक्षण, निशस्त्रीकरण और अहिंसा के बारे में बातें करते हैं, गांधी जी ने बहुत पहले ही इन विषयों के बारे में चेताया था और गांधी जी के विचारों को अपनाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि आज गांधी के जीवन दर्शन को पूर्ण रूप से अध्ययन करने की आवश्यकता है। अब तक गांधी जी के जीवन पर जितनी किताबें लिखी जा चुकी है, दुनिया में इतनी किताबें किसी भी व्यक्तित्व पर नहीं लिखी गई है। गांधी जी के स्मारक का मूल स्वरूप भी बना रहे यह आज की स्थिति में अत्यंत प्रसांगिक है।
मुख्य अतिथि अशोक गर्ग ने कहा कि वे स्वयं महात्मा गांधी से बहुत प्रभावित हैं। उन्होंने गांधी जी की बहुत सारी किताबें पढ़ी हैं। वे हमेशा सोचते हैं कि गांधी के बताए मार्ग पर चलें, परन्तु आजकल की विकट परिस्थितियों का समाधान केवल गांधीजी के विचार है फिर भी उनके मार्ग पर चलने का प्रयास करते रहे हैं। समारोह की अध्यक्षता कर रहे आईएएस आरएस वर्मा ने बताया कि हर वर्ष वर्मा जी की स्मृति में ट्रस्ट के द्वारा गरीब लोगों के लिए जो सराहनीय कार्य किए जा रहे हैं, यह एक उत्तम कार्य है। ट्रस्ट ने जय नारायण वर्मा सम्मान रजत पत्र कि जो शुरुआत की है। यह श्रेष्ठ कार्य है। इससे समाज में विशिष्ट कार्य करने वाले महानुभाव को सम्मान तो मिलता ही है, साथ ही अन्य महानुभाव को भी अच्छे कार्य करने की प्रेरणा मिलती है। ट्रस्ट के प्रबंधक शैलेश वर्मा ने आए हुए सभी गणमान्य उपस्थित जन तथा सम्मानित व्यक्तित्व, मुख्य अतिथि, अध्यक्ष तथा विशिष्ट अतिथियों का तहे दिल से आभार व्यक्त किया एवं सभी सम्मानित अतिथियों का शाल व स्मृति चिन्ह से विधिवत सम्मान किया।
ये रहे उपस्थित। मंच का संचालन डॉ राधेश्याम शुक्ल ने किया।
कार्यक्रम के दौरान विशिष्ट अतिथि के तौर पर देवराज त्यागी, अशोक शरण, पीके संधीर, आचार्य रामस्वरूप शास्त्री, डॉ महेंद्र सिंह, देवराज भगत, डॉ इंद्रजीत, पूर्व चेयरमैन अशोक वर्मा, रणधीर पनिहार, डॉ राधेश्याम शुल्क, धर्मवीर सिंह, राधेश्याम गुप्ता, एसपी शर्मा के साथ साथ शैलेश वर्मा, एडवोकेट लाल बहादुर खोवाल, सुरेंद्र तायल, नरेंद्र तायल, जगदीप भार्गव, राजेश जाखड व पटेल सिंह स्वामी, चंडीगढ़ गांधी स्मारक निधि के देवराज त्यागी, डॉ पटेल सिंह, राजबीर बरवाला, योगराज शर्मा, सतबीर सिवानी, हिमांशु आर्य खोवाल, विनोद सोनी, लेखराय, रमेश बरवाला, बनवारीलाल, शेर सिंह प्रधान, डॉ राजीव जोहर, कर्नल ओमप्रकाश, ओमप्रकाश बगला, जयभगवान लाडवाल, वीरेंद्र कौशल, करतार सिंह, इंदु वर्मा, सलोचना वर्मा, सीमा वर्मा, सुषमा वर्मा, डॉ मंजु वर्मा, कृष्ण खोवाल, आइना वर्मा, श्वेता शर्मा, भतेरी देवी, निशा, उर्मिला, सिमरन वर्मा, गरीमा वर्मा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।