योजनाओं का लाभ बिना बाधा के पात्र लाभार्थी तक पहुंचाना परिवार पहचान पत्र का मकसद : एडीसी अनीश यादव

May 28, 2021

योजनाओं का लाभ बिना बाधा के पात्र लाभार्थी तक पहुंचाना परिवार पहचान पत्र का मकसद : एडीसी अनीश यादव

पीपीपी कार्यों में लगे अधिकारियों की बैठक ली

हिसार, 28 मई  रवि पथ :

अतिरिक्त उपायुक्त अनीश यादव ने कहा है कि केंद्र और प्रदेश सरकार की योजनाओं का लाभ बिना किसी परेशानी के पात्र लाभार्थी तक पहुंचाना परिवार पहचान पत्र का मकसद है। इससे भ्रष्टाचार खत्म होगा और पात्र लाभार्थियों को योजनाओं का लाभ लेने के लिए कार्यालयों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। सभी सरकारी योजनाओं तथा सेवाओं का लाभ लेने के लिए परिवार पहचान पत्र को अनिवार्य किया गया है। वे मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा पीपीपी योजना की समीक्षा को लेकर आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के उपरांत सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों की एक बैठक को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि परिवार पहचान पत्र केवल गरीब परिवारों के लिए ही नहीं अपितु प्रत्येक परिवार के लिए आवश्यक है। परिवार पहचान पत्र योजना के तहत हरियाणा में सभी परिवारों की मौलिक जानकारी का डिजिटल तौर पर संग्रहण होगा, जो पूरी तरह से गोपनीय और सुरक्षित होगी। सभी नागरिकों को 8 अंकों का पहचान नंबर जारी होगा। इससे नागरिकों को विभिन्न प्रकार के पहचान पत्र प्रमाण के रूप में दिखाने की जरूरत नहीं पड़ेगी और ना ही उन्हें हर योजना के लिए अलग-अलग फार्म भरने की आवश्यकता होगी। इसके साथ सभी कल्याणकारी योजनाओं को पीपीपी से जोड़ा जाएगा ताकि हर परिवार को सभी सरकारी योजनाओं के लाभ सरल तरीके से मिलते रहें। उन्होंने सभी अधिकारियों से पीपीपी के लिए आवश्यक सत्यापन प्रक्रिया को पूरा करने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए गंभीरता से कार्य करने के निर्देश दिए।

सभी अधिकारी इस दिशा में कार्य मे लगे कर्मचारियों के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम भी शुरू करें, जिसमें टीम लीड, एक स्थानीय आईटी ऑपरेटर, एक सामाजिक कार्यकर्ता, एक कॉलेज छात्र और स्थानीय स्वयंसेवक शामिल हों। पीपीपी कार्य को सुनिश्चित करने के लिए तय प्रक्रिया अपनाई जानी चाहिए।
अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि इस संबंध में परफॉर्मा भरने की प्रक्रिया को सरल बनाया गया है। फिलहाल पीपीपी एक वेब आधारित प्रणाली है, जल्द ही इस प्रणाली को मोबाइल एप्लिकेशन आधारित बनाने की योजना बनाई जा रही है, ताकि रियल-टाइम डाटा अपडेशन न्यूनतम समय में और आसान तरीके से हो सके। उन्होंने कहा कि पीपीपी के तहत होने वाले प्रत्येक कार्य की निगरानी मुख्यालय स्तर पर की जाएगी, इसलिए सभी अधिकारी पीपीपी कार्यों में अतिरिक्त सतर्कता व सावधानी बरतें, ताकि गलती की सम्भावना न रहे।