भाजपा गठबंधन सरकार ने प्रदेश में नौकरीबंदी योजना लागू कर दी है: अभय सिंह चौटाला

September 29, 2022

भाजपा गठबंधन सरकार ने प्रदेश में नौकरीबंदी योजना लागू कर दी है: अभय सिंह चौटाला

भाजपा गठबंधन सरकार ने प्रदेश में निर्धारित 4.58 लाख पदों को घटा कर 4.45 लाख कर दिया है और उसमें से भी सरकारी विभागों में कर्मचारियों के 41 प्रतिशत पद, जो लगभग 1.82 लाख पद बनते हैं, आज भी खाली पड़े हैं

आज प्रदेश के स्कूलों के हालात यह हैं कि बच्चों को पढ़ाने के लिए अध्यापक नहीं हैं और चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों से बच्चों को पढ़ाया जा रहा है

जिन्होंने पीएचडी, नेट, सेट, बीएड और जेबीटी की हुई है ऐसे लाखों बेरोजगार घर बैठे हैं जिनके घरों में खाने के लिए अनाज तक नहीं है

चंडीगढ़, 29 सितंबर रवि पथ :

इनेलो के प्रधान महासचिव एवं ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला ने कहा कि भाजपा देश और प्रदेश को पूरी तरह से बर्बाद करने पर तुली है। पहले तो भाजपा ने नोटबंदी, अनावश्यक जीएसटी, सरकारी संपत्तियों को अडानी और अंबानी जैसे पूंजीपतियों को बेचने जैसे जनविरोधी फैसले लेकर देश का बेड़ा गर्क किया। उसी को आगे बढ़ाते हुए भाजपा की खट्टर सरकार भी जनविरोधी फैसले लेकर हरियाणा प्रदेश को पूरी तरह से बर्बाद कर रही है। अब भाजपा गठबंधन सरकार ने प्रदेश में नौकरीबंदी योजना लागू कर दी है जिसका नतीजा यह है कि आज 37.3 प्रतिशत बेरोजगारी दर के साथ हरियाणा पूरे देश में नंबर एक पर है।
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि मीडिया में खबर छपी है जिसमें साफ लिखा है कि भाजपा गठबंधन सरकार ने प्रदेश में निर्धारित 4.58 लाख पदों को घटा कर 4.45 लाख कर दिया है और उसमें से भी सरकारी विभागों में कर्मचारियों के 41 प्रतिशत पद, जो लगभग 1.82 लाख पद बनते हैं, आज भी खाली पड़े हैं। दो साल पूरे होने को हैं लेकिन हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन ने अभी तक कोई भर्ती नहीं निकाली है। आज प्रदेश में 11 लाख से ऊपर योग्य युवा बेरोजगार घर बैठे हैं। आम लोगों से जुड़े शिक्षा, पुलिस, स्वास्थ्य, सिंचाई और परिवहन जैसे विभागों में सबसे ज्यादा पद खाली पड़े हैं।
इनेलो नेता ने कहा कि आज प्रदेश के स्कूलों के हालात यह है कि बच्चों को पढ़ाने के लिए अध्यापक नहीं हैं और चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों से बच्चों को पढ़ाया जा रहा है। चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी तो पहले से ही अपनी नौकरी की तनख्वाह ले रहे हैं लेकिन जिन्होंने पीएचडी, नेट, सेट, बीएड और जेबीटी की हुई है, ऐसे लाखों बेरोजगार घर बैठे हैं जिनके घरों में खाने के लिए दो जून की रोटी तक उपलब्ध नहीं है।