मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना : प्रत्येक पात्र को मिलेगा योजना का लाभ

January 14, 2022

मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना : प्रत्येक पात्र को मिलेगा योजना का लाभ

हिसार, 14 जनवरी  रवि पथ :

सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के प्रधान सचिव विनीत गर्ग ने कहा कि मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत गरीब परिवारों को वित्तीय सहायता प्रदान कर उनकी आय में बढ़ोतरी करना है। ऐसे परिवारों के सदस्यों के अनुरूप नई योजनाओं की रूपरेखा तैयार कर प्रस्ताव सरकार को भेजें। लाभार्थियों की सफलता की कहानियों का भी व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए, ताकि अन्य लोग भी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित हो सकें।
प्रधान सचिव ने शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से योजना के तहत अतिरिक्त उपायुक्तों के साथ समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के चलते जब तक अंत्योदय मेले नहीं लगाए जाते तब तक योजना से संबंधित लंबित कार्यों को पूरा कर लिया जावे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल 22 जनवरी को योजना की समीक्षा करने के लिए अधिकारियों की बैठक लेंगे। उन्होंने बताया कि योजना के लिए बनाई गई मोबाइल ऐप के बारे में विस्तार से ट्रेनिंग भी दी गई। उन्होंने कहा कि एप के अंदर रजिस्टर्ड अभ्यार्थी को ही योजना का लाभ लेने का पात्र होगा।
अतिरिक्त उपायुक्त स्वप्निल रविंद्र पाटिल ने वीडियो कांन्फ्रेस के उपरांत अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत आवेदन करने वाले परिवार के एक सदस्य को ही योजना का लाभ दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अंत्योदय मेले से पहले आवेदन करने वाले प्रार्थियों का पूरा रिकॉर्ड ऑनलाइन करना सुनिश्चित किया जाए। इसके अलावा योजना से जुड़े ऑपरेटरों को प्रशिक्षण भी दिया जाए। अतिरिक्त उपायुक्त ने एलडीएम को निर्देश देते हुए कहा कि ऋण स्वीकृति करने उपरांत उसकी जानकारी संबंधित विभाग को भी भिजवाई जाए। योजना के लिए बनाए गए ऐप के रिमार्कस कॉलम में स्वीकृत राशि, ऋण की तिथि, बैंक का नाम तथा किस कार्य हेतु ऋण दिया गया का पूर्ण विवरण दर्ज करने के भी निर्देश दिए। अतिरिक्त उपायुक्त ने उपनिदेशक पशुपालन विभाग को ऋण के लिए पात्र अभ्यार्थियों की सूची उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर संयुक्त आयुक्त नगर निगम बेलिना लोहान, एलडीएम विजय कुमार, डीआईओ एमपी कुलश्रेष्ठ, जिला समाज कल्याण अधिकारी डॉ दलबीर सैनी, पशुपालन विभाग के उपनिदेशक डॉ डीएस सिंधू सहित संबंधित विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।