केंद्र व राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं व कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में आंगनवाड़ी वर्कर तथा हैल्पर्स का अहम योगदान : उपायुक्त

September 23, 2021

केंद्र व राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं व कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में आंगनवाड़ी वर्कर तथा हैल्पर्स का अहम योगदान : उपायुक्त

राष्ट्रीय पोषण माह के तहत महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से जिला स्तरीय समारोह आयोजित

आंगनबाड़ी केंद्रों को प्ले स्कूलों में अपग्रेड करने के लिए बच्चों की मैपिंग का कार्य जल्द से जल्द पूरा करने का किया आह्वान

अति कुपोषित बच्चों की माताओं को पौष्टिक पंजीरी व पोषण किट वितरित

हिसार, 23 सितंबर  रवि पथ :

राष्ट्रीय पोषण माह के तहत महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से स्थानीय लघु सचिवालय परिसर में जिला स्तरीय समारोह का आयोजन किया गया। समारोह की अध्यक्षता उपायुक्त डॉ प्रियंका सोनी ने की। सभी खंडों से परियोजना अधिकारियों, सुपरवाइजर, आंगनवाड़ी वर्कर, हैल्पर्स और कुपोषण से ग्रस्त बच्चों की माताओं ने समारोह में हिस्सा लिया। उपायुक्त डॉ प्रियंका सोनी ने बताया कि 30 सितंबर तक जिले भर में पोषण माह के तहत विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। सभी खण्डों के गांव में पोषण माह रैली, स्लोगन प्रतियोगिता, प्रभात फेरी, नुक्कड़ नाटक आदि के माध्यम से महिलाओं व बच्चों में कुपोषण से बचाव के उपाय बताए जा रहें हैं। इसके अतिरिक्त विभिन्न विभागों के अधिकारियों द्वारा अपने-अपने विभाग की योजनाओं की जानकारी भी दी जा रही है। अपने संबोधन में उपायुक्त ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं व कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में आंगनबाड़ी वर्कर तथा हैल्पर्स का अहम योगदान रहता है उन्होंने सभी आंगनवाड़ी वर्कर एवं हैल्पर्स से आह्वान किया कि वे आंगनवाड़ी केंद्रों को प्ले स्कूलों में अपग्रेड करने की महत्वाकांक्षी योजना को अमलीजामा पहनाने की दिशा में गांवों में बच्चों की मैपिंग का कार्य जल्द से जल्द पूरा करें। जिले में लगभग 1 लाख 20 हजार बच्चों की मैपिंग का कार्य किया जाना है। अभी तक यह कार्य लगभग 65 प्रतिशत तक पूर्ण हुआ है। इसलिए जल्द से जल्द इस कार्य को पूरा करें ताकि ग्रामीण अंचल के बच्चों को प्ले स्कूल की सुविधाएं मिल सके। उपायुक्त ने कहा कि कुपोषण को दूर करने में आंगनवाड़ी वर्कर एवं हैल्पर्स अहम भूमिका निभाती है। उन्होंने आह्वान किया कि महिलाओं व बच्चों के कुपोषण को दूर करने की दिशा में व्यापक अभियान चलाते हुए पोषाहार की जानकारी दी जाए। उपायुक्त ने कहा कि लोहे की कढ़ाई में खाना पका कर तथा चीनी की बजाय गुड़ व शक्कर का सेवन करने से कुपोषण से बचा जा सकता है। विभिन्न प्रकार के फल विशेषकर अनार आयरन का बड़ा स्रोत है, इसलिए महिलाएं इस प्रकार के फलों का सेवन अवश्य करें। समारोह में रेसिपी प्रतियोगिता, स्लोगन प्रतियोगिता भी आयोजित की गई, जिनमें प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली महिलाओं को उपायुक्त ने सम्मानित किया। उन्होंने अति कुपोषित बच्चों की माताओं को पौष्टिक पंजीरी व पोषण किट वितरित की। इस अवसर पर नुक्कड़ नाटक, हरियाणवी डांस व गीत के माध्यम से कुपोषण को दूर करने और जच्चा-बच्चा को सभी पौष्टिक तत्वों युक्त भोजन अपनी दिनचर्या में शामिल करने बारे संदेश दिया गया। समारोह में जिला कार्यक्रम अधिकारी सुशीला शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी कुलदीप सिहाग, कृषि विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पब्लिक हेल्थ, पंचायत विभाग के अधिकारी, सभी जिला समन्वयक व सभी ब्लॉक समन्वयक भी उपस्थित थे।