ये बरोदा नहीं बल्कि, चंडीगढ़ का चुनाव है- भूपेंद्र सिंह हुड्डा

October 30, 2020

 

ये बरोदा नहीं बल्कि, चंडीगढ़ का चुनाव है- भूपेंद्र सिंह हुड्डा

लूट-खसोट, अपराध और भ्रष्टाचार की सरकार में साझा नहीं करेगी बरोदा की स्वाभिमानी जनता- हुड्डा

किसी की साझी नहीं बनेगी बरोदा की 36 बिरादरी, प्रदेश में बनाएगी ख़ुद की सरकार- हुड्डा

इसमें किसी को संदेह नहीं होना चाहिए कि मैं बरोदा का हूं और बरोदा मेरा है- हुड्डा

30 अक्टूबर, गोहाना(सोनीपत) रवि पथ :

पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने आज बरोदा हलके के जसराना, गुमाणा, आवली और बिलबिलन में चुनाव प्रचार किया। इस दौरान उन्होंने कई जनसभाओं को संबोधित करते हुए कांग्रेस प्रत्याशी इंदुराज नरवाल के लिए वोट मांगे। गांववालों ने हुड्डा को हाथ खड़े करके समर्थन का ऐलान किया और बड़ी जीत का भरोसा दिलाया। इस मौके पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि ये बरोदा का नहीं बल्कि चंडीगढ़ का चुनाव है। बरोदा की जनता मेहनती, ईमानदार और स्वाभिमानी है। वो लूट-खसौट, अपराध और भ्रष्टाचार की सरकार में साझा नहीं करेगी। बरोदा की 36 बिरादरी ये तय कर चुकी है कि वो किसी की साझी नहीं लगेगी, बल्कि प्रदेश में ख़ुद की सरकार बनाएगी।

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि बीजेपी के 6 साल में हरियाणा बैक गियर में चल रहा है। सरकार जनहित की नयी योजानाएं बनाने की बजाय पिछली सरकार की योजनाओं को ही बंद करने में लगी है। कांग्रेस सरकार के दौरान किसान, ग़रीब, पिछड़े और दलितों के हज़ारों करोड़ रुपये के लोन और ब्याज माफ़ हुए। 3 लाख 82 हज़ार ग़रीब परिवारों को सौ-सौ गज़ के प्लॉट, घर बनाने के लिए 91-91 हज़ार रुपये, लाखों पानी की टंकी और कनेक्शन दिए। लेकिन मौजूदा सरकार ने ग़रीबों की इस योजना को बंद कर दिया। हमारी सरकार के दौरान लगभग हर फसल के रेट में सालाना 10 से 30 प्रतिशत तक बढ़ोत्तरी होती थी। लेकिन, मौजूदा सरकार में बढ़ोत्तरी तो दूर, MSP को ही ख़त्म करने के क़ानून पारित हो रहे हैं।

हुड्डा ने कहा कि उनकी सरकार के दौरान खाद, बीज, कीटनाशक और खेती उपकरणों पर कोई टैक्स नहीं लगाया गया था, पेट्रोल-डीज़ल पर वैट देश में सबसे कम होता था। उनकी सरकार के दौरान किसान को 10 पैसे बिजली का रेट किया गया। यूपीए सरकार ने पूरे देश में किसान का 72 हजार करोड़ का कर्जा माफ किया था, जिसमें 2200 करोड़ रुपये अकेले हरियाणा के किसानों का कर्ज माफ किया गया था। 810 करोड़ रुपये किसानों का ब्याज और 1600 करोड़ रुपये लोगों का बिजली बिल माफ किया गया। लेकिन इस सरकार ने ग़रीब, मजदूर और किसान को कोई राहत देने की बजाय उसके सिर पर कर्ज़ बढ़ाने का काम किया।

  1. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मौजूदा गठबंधन सरकार के पास जनता को बताने के लिए ना कोई योजना है और ना ही कोई उपलब्धि। सत्ताधारी लोग सिर्फ भ्रम और झांसे के जाल में जनता को उलझाना चाहते हैं। लेकिन, लोग इस सरकार की असलियत और नीयत जान चुके हैं। इसलिए लोग चाहते हैं कि जल्द से जल्द इस सरकार की छुट्टी हो। बरोदावासी का एक-एक वोट इस सरकार के माथे पर लोकतंत्र की चोट साबित होगा।