बर्खास्त पुलिसकर्मी विरेन्द्र का अपहरण कर हत्या करने की वारदात का खुलासा, वारदात में शामिल चार आरोपी गिरफ्तार

July 27, 2020

बर्खास्त पुलिसकर्मी विरेन्द्र का अपहरण कर हत्या करने की वारदात का खुलासा, वारदात में शामिल चार आरोपी गिरफ्तार
जमीनी विवाद के कारण दिया वारदात को अंजाम

चण्डीगढ-27 जुलाई  रवि पथ

गत दिनों अदालत रोहतक से बर्खास्त पुलिसकर्मी विरेन्द्र का अपहरण कर हत्या की वारदात को रोहतक पुलिस ने हल करते हुए वारदात में शामिल रहे चार आरोपियो को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। आरोपियों ने जमीनी विवाद के कारण वारदात को अंजाम दिया है। आरोपियों को आज पेश अदालत किया गया है। मामलें की गहनता से जांच की जा रही है।
प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए उप पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) गोरख पाल ने बताया कि दिनांक 24.07.2020 को सूचना मिली कि अदालत रोहतक से एक व्यक्ति का अपहरण हुआ है।

पुलिस की अलग-2 टीमों ने अगवा हुए व्यक्ति व आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। जीन्द बाईपास चौक से हिसार बाईपास चौक पर जाने वाले रोड़ पर रेलवे लाईन के पास कच्चे रास्ते पर अगवा किए गए व्यक्ति की लाश मिली। मृतक की पहचान विरेन्द्र पुत्र दिलबाग निवासी खेड़ी महम के रूप में हुई है। विरेन्द्र के भाई नरेन्द्र निवासी गांव रामकली की शिकायत के आधार पर धारा 365/302/201/34 भा.द.स. के तहत थाना आर्यनगर में अभियोग संख्या 269/2020 अंकित किया गया। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि विरेन्द्र हरियाणा पुलिस में नौकरी करता था। विरेन्द्र को पुलिस विभाग से बर्खास्त किया हुआ है। विरेन्द्र अदालत रोहतक में अपनी अग्रिम जमानत की सुनवाई पर आया हुआ था। जो समय करीब 10 बजे गाडी सवार करीब 6/7 व्यक्तियों ने विरेन्द्र का अदालत रोहतक से अपहरण कर लिया। जो बाद में विरेन्द्र की लाश बरामद हुई है।


पुलिस अधीक्षक  राहुल शर्मा ने मामलें को गंभीरता से लेते उप पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) गोरख पाल के मार्गदर्शन में प्रभारी अपराध शाखा प्रथम निरीक्षक प्रवीन कुमार के नेतृत्व में विशेष जांच टीम का गठन किया गया। मामलें को हल करने तथा आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के लिए स.उप.नि. राजेश कुमार व स.उप.नि. रविन्द्र कुमार के नेतृत्व में दो अलग-2 टीमों का गठन किया गया। जो दिनांक 26.07.2020 को गांव भैणी भैरों के एरिया से सुनील पुत्र सतबीर, राजकुमार उर्फ बग्गी पुत्र दुलीचन्द, धर्मबीर पुत्र सुरेश व नाथूराम उर्फ नान्हा पुत्र गोकुल निवासीगण खेड़ी महम को गिरफ्तार किया गया है। वारदात में शामिल रहे अन्य आरोपी फरार चल रहे है जिन्हें गिरफ्तार करने के लिए निरंतर छापेमारी की जा रही है।

वजह रंजिशः-

आरोपी व पीड़ित पक्ष का गांव खेड़ी महम एरिया में पड़ने वाली जमीन पर लम्बे समय से विवाद चल रहा है। जमीन के संबंध में कोर्ट में सिविल मामला दायर था जिसमें आरोपी पक्ष की जीत हुई थी। अदालत का फैसला आने के बाद पीड़ित पक्ष द्वारा आरोपी पक्ष पर हमला किया गया था जिसमें मृतक विरेन्द्र व अन्य के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था। विरेन्द्र ने अदालत में अग्रिम जमानत की अर्जी लगाई थी। दिनांक 24.07.2020 को विरेन्द्र की जमानत अर्जी की सुनवाई होनी थी। विरेन्द्र अदालत में आया हुआ था। समय करीब पौने 10 बजे आरोपी गाड़ी में सवार होकर आए तथा अदालत रोहतक से विरेन्द्र का अपहरण कर लिया। आरोपियों ने विरेन्द्र का परना से गला घोट दिया। उसके बाद आरोपी विरेन्द्र को जीन्द बाईपास चौक से हिसार बाईपास चौक की तरफ जाने वाली सड़क पर रेलवे लाईन के पास जाने वाले कच्चे रास्ते पर ले गए। विरेन्द्र को कच्चे रास्ते पर डालकर ऊपर से गाडी चढाकर विरेन्द्र की हत्या कर दी। सभी आरोपी गाड़ी में सवार फरार हो गए।