पत्रकार लोकतंत्र का चौथा स्तंभ इसलिए जनहित को ध्यान में रखकर करें पत्रकारिता : छाबड़ा

May 24, 2023

पत्रकार लोकतंत्र का चौथा स्तंभ इसलिए
जनहित को ध्यान में रखकर करें पत्रकारिता : छाबड़ा

देवर्षि नारद के जीवन से प्रेरणा लें पत्रकार

जींद, रवि पथ  :

मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है इसलिए पत्रकारों को जनहित को ध्यान में रखकर पूरी जिम्मेदारी के साथ पत्रकारिता करनी चाहिए। यह बात मुख्यमंत्री के मीडिया कोर्डिनेटर अशोक छाबड़ा ने मंगलवार को रेस्ट हाऊस में सृष्टि के आदि पत्रकार देवर्षि नारद की जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कही। कार्यक्रम का आयोजन विश्व संवाद केंद्र, जींद द्वारा पत्रकारों के साथ मिलकर किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता नागरिक अस्पताल के डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. रमेश पांचाल ने की। कार्यक्रम का शुभारंभ देवर्षि नारद के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित व पुष्पार्पित कर किया। कार्यक्रम के संचालन में जिला प्रचार प्रमुख सोमकुमार, सह जिला प्रचार प्रमुख बालकिशन, गुलशन, दीपक, मनीष अरोड़ा व सौरभ अनेजा ने भी विशेष सहयोग किया।
मुख्यमंत्री के मीडिया कोऑर्डिनेटर अशोक छाबड़ा ने कहा कि देवर्षि नारद सृष्टि के प्रथम पत्रकार थे और वह जनहित के लिए एक लोक से दूसरे लोक तक सूचनाओं का आदान-प्रदान करते थे। देव व असुर भी उनकी बातों को गंभीरता से सुनते थे और वह बिना किसी रोक-टोक के कहीं भी आ-जा सकते थे। लेकिन टीवी-चैनलों द्वारा नाटकों के माध्यम से उनको गलत तरीके से प्रसारित करके उनकी छवि धूमिल करने का काम किया गया है। वर्तमान में भी पत्रकारों को देवर्षि नारद से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ना चाहिए। पत्रकारों को खुद को मानसिक तौर पर मजबूत करने के लिए अधिक से अधिक अध्ययन व रिसर्च करना चाहिए। वर्तमान में सोशल मीडिया का दौर चल रहा है। सोशल मीडिया समाजसेवा का अच्छा माध्यम है। सोशल मीडिया से जुड़े पत्रकार को समाज के अंतिम व्यक्ति को जागरुक करने का प्रयास करना चाहिए।
नागरिक अस्पताल के डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. रमेश पांचाल ने कहा कि हर दिवस मनाने के पीछे कोई न कोई उद्देश्य होता है। जब भी कोई दिवस मनाया जाता है तो उस दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के माध्यम से युवा पीढ़ी को जागुरुक करने का प्रयास किया जाता है। देवर्षि नारद जयंती मनाने का उद्देश्य भी यही है। इस दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के माध्यम से सीनियर पत्रकारों द्वारा अपने जूनियर पत्रकारों को जागरुक करने का काम किया जाता है ताकि आगे चलकर वह सही तरीके से समाज की समस्याओं को उठा सकें। जूनियर को सीनियर से सीखने के लिए प्रयास करना चाहिए। पत्रकार को जिज्ञासु होना चाहिए। पत्रकार द्वारा लिखी गई एक लाइन लाखों लोगों को लाभ पहुंचा देती है। सरकार द्वारा लागू की गई जनहित की योजनाएं मीडिया के माध्यम से ही आम व्यक्ति तक पहुंच पाती हैं। कार्यक्रम में मौजूद पत्रकारों ने भी अपने-अपने विचार सा­ाा करते हुए कहा कि पत्रकार को सकारात्मकता के साथ अपनी कलम का प्रयोग करना चाहिए। दबे-कुचले लोगों की आवाज को उठाना चाहिए। एकजुट होकर समाज को जोड़ने का काम करना चाहिए। अपने जिले के लोकल पुलआउट तक सीमित न रहकर राष्ट्रीय स्तर के समाचारों का भी अध्ययन करना चाहिए। समाचार पत्र पढ़ने की आदत डालनी चाहिए क्योंकि समाचार पत्र समग्रता देता है। पत्रकारिता ऐसा फील्ड जिसमें हर रोज नया सीखने को मिलता है। कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार जसमेर मलिक, राजकुमार गोयल, रमेश सिंगरोहा, सतीश जागलान, कर्मपाल गिल, धर्मवीर निडाना, शिवकुमार गौड, नरेंद्र कुंडू, बिजेंद्र मलिक, सन्नी मग्गु, रोहताश भोला, प्रदीप कौशिक, रिषी मेहंदीरता, वेदप्रकाश पांचाल, अमन पिलानिया सहित काफी संख्या में पत्रकार मौजूद रहे।

Tags: , , ,