सोनिया गांधी बनीं कांग्रेस की नई अध्यक्ष 

August 11, 2019

 सोनिया गांधी  बनीं कांग्रेस की नई अध्यक्ष 

यूपीए अध्यक्ष और कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी  को सर्वसम्मति से कांग्रेस का अंतरिम अध्यक्ष चुन लिया गया है।

रवि पथ ब्यूरो नेशनल डेस्क 10 अगस्त 19
राहुल गांधी के इस्तीफा वापस नहीं लेने के अपने रुख पर कायम रहने के बाद कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) ने शनिवार को बड़ा कदम उठाते हुए पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी को अंतरिम अध्यक्ष नियुक्त किया। सीडब्ल्यूसी ने शनिवार को राहुल का इस्तीफा भी स्वीकार कर लिया।

पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा कि राहुल गांधी द्वारा पार्टी नेताओं का आग्रह ‘विनम्रता से अस्वीकार किए जाने’ के बाद सीडब्ल्यूसी ने सोनिया को अंतरिम अध्यक्ष नियुक्त किया। वह नए अध्यक्ष के चुनाव तक यह जिम्मेदारी निभाएंगी। सीडब्ल्यूसी की दो बार हुई बैठक में तीन प्रस्ताव भी पारित किए गए। एक प्रस्ताव में बतौर अध्यक्ष राहुल गांधी के योगदान की सराहना की गई है, दूसरे में सोनिया को अंतरिम अध्यक्ष नियुक्त किए जाने तथा तीसरे प्रस्ताव में जम्मू-कश्मीर की स्थिति का उल्लेख है।

सोनिया की नियुक्ति वाले प्रस्ताव में कहा गया है, ‘‘सीडब्ल्यूसी ने पीसीसी अध्यक्षों, विधायक दल के नेताओं, एआईसीसी सचिवों और पार्टी सांसदों की राय पर विचार किया। सीडब्ल्यूसी ने सर्वसम्मति से यह दोहराया कि राहुल गांधी को अध्यक्ष पद पर बने रहना चाहिए।” इसमें कहा गया है, ‘‘सीडब्ल्यूसी ने राहुल गांधी से आग्रह किया कि वह पद पर बने रहें, लेकिन उन्होंने विनम्रता के साथ मना कर दिया। इसके बाद सीडब्ल्यूसी ने सर्वसम्मति से सोनिया गांधी से आग्रह किया कि वह नए अध्यक्ष का चुनाव होने तक पद पर बने रहें।”

बतौर अध्यक्ष राहुल गांधी के योगदान की सराहना करते हुए एक प्रस्ताव में कहा गया है, ‘‘सीडब्ल्यूसी राहुल गांधी के अभूतपूर्व नेतृत्व की सराहना करती है और उनका धन्यवाद करती है। राहुल गांधी ने कांग्रेस का नेतृत्व कड़ी मेहनत और न थकने वाली निरंतर लड़ाई के साथ किया।” इसमें आगे कहा गया है, ‘‘वह हर पल देश के किसानों, युवाओं, महिलाओं, अनुसूचित जातियों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों की आवाज बनकर घर-घर गए। उन्होंने हिंसा और असहिष्णुता के वातावरण के खिलाफ आवाज उठाई। राहुल गांधी ने कांग्रेस को नई उर्जा दी है। उन्होंने असामानता और नफरत के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ी।”

सुबह की बैठक के बाद सीडब्ल्यूसी के नेताओं ने पांच अलग-अलग समूहों- पूर्वोत्तर क्षेत्र, पूर्वी क्षेत्र, उत्तर क्षेत्र, पश्चिमी क्षेत्र और दक्षिण क्षेत्र- में बांटकर प्रदेश अध्यक्षों, राष्ट्रीय सचिवों तथा कई अन्य पदाधिकारियों के साथ परामर्श बैठकें कीं तथा उनकी राय ली। इन परामर्श बैठकों में यह आम राय बनी कि राहुल गांधी को पार्टी का नेतृत्व करते रहना चाहिए, हालांकि राहुल गांधी ने सीडब्ल्यूसी की सुबह की बैठक में पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि वह अपने इस्तीफे पर पुनर्विचार नहीं करेंगे। परामर्श बैठकों के बाद रात के समय जब सीडब्ल्यूसी की दूसरी बैठक हुई तब पार्टी के नेताओं ने अपनी भावनाओं का उल्लेख करते हुए राहुल गांधी से इस्तीफे के फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया गया, लेकिन उन्होंने फिर से मना कर दिया। इसके बाद सोनिया गांधी को अंतरिम अध्यक्ष नियुक्त करने का फैसला हुआ।

सीडब्ल्यूसी की बैठक में सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी, वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, एके एंटनी, गुलाम नबी आजाद, मल्लिकार्जुन खड़गे , राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कई अन्य नेता शामिल हुए। पार्टी के नए अध्यक्ष के लिए मुकुल वासनिक, मल्लिकार्जुन खड़गे, अशोक गहलोत, सुशील कुमार शिंदे, ज्योतिरादित्य सिंधिया और सचिन पायलट सहित कई वरिष्ठ एवं युवा नेताओं के नामों की चर्चा चल रही थी।

वैसे, अध्यक्ष पद के लिए पार्टी के कई नेता प्रियंका के नाम की पैरवी कर रहे थे। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद 25 मई को हुई सीडब्ल्यूसी की बैठक में राहुल गांधी ने पार्टी अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था। उस वक्त उनके इस्तीफे को अस्वीकार करते हुए सीडब्ल्यूसी ने उन्हें पार्टी में आमूलचूल बदलाव के लिए अधिकृत किया था, हालांकि गांधी अपने रुख पर अड़े रहे और स्पष्ट कर दिया कि वह अपने रुख से पीछे नहीं हटेंगे।