कोरोना काल के दौरान बेसहारा हुए 14 बच्चों को सौंपे गए स्नेह पत्र

May 30, 2022

कोरोना काल के दौरान बेसहारा हुए 14 बच्चों को सौंपे गए स्नेह पत्र
प्रभावित बच्चों को 23 वर्ष की आयु पूरी होने पर 10 लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी

हिसार, 30 मई रवि पथ :

सांसद डीपी वत्स ने कहा कि कोरोना काल में बेसहारा हुए बच्चों के सर्वांगीण विकास को लेकर चलाई गई पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन स्कीम एक ऐसी महत्वपूर्ण योजना है, जिससे बच्चों को आर्थिक सहायता के साथ-साथ अन्य मूलभूत सुविधाएं भी मुहैया करवाई जाती हैं।
वे सोमवार को लघु सचिवालय परिसर स्थित वीडियो कॉन्फ्रेंस सभागार में पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन स्कीम के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आयोजित वीसी के उपरांत मीडिया कर्मियों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने बताया कि 11 मार्च 2020 से 28 फरवरी 2022 तक कोरोना काल के दौरान अपने अभिभावक खो चुके बच्चों को विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी, ताकि उनका सर्वांगीण विकास संभव हो सके। इस योजना के तहत पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन पोर्टल भी बनाया गया है, जिसमें प्रभावित बच्चों से संबंधित संपूर्ण जानकारी (पंजीकरण, मान्यता, फंड ट्रांसफर, शिकायत-समाधान) दी गई है। उन्होंने बताया कि प्रभावित बच्चों को 23 वर्ष की आयु पूरी होने पर 10 लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। योजना के तहत बेसहारा बच्चों को वित्तीय सहायता, छात्रवृत्ति, उच्च शिक्षा के लिए ब्याज मुक्त ऋण, स्वास्थ्य बीमा जैसी अनेक सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
मेयर गौतम सरदाना ने कहा कि कोरोना काल के दौरान बेसहारा हुए बच्चों हेतु विभिन्न योजनाएं शुरू की गई हैं। बेसहारा बच्चों को आयुष्मान भारत, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत बच्चों को पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन पासबुक और हैल्थ कार्ड भी मुहैया करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि बच्चों की पढ़ाई के लिए सरकारी एवं निजी शिक्षण संस्थाओं में दाखिले के साथ-साथ छात्रवृत्ति देने का भी प्रावधान किया गया है।


उपायुक्त डॉ प्रियंका सोनी ने बताया कि जिले में कोरोना काल के दौरान 14 बच्चे बेसहारा हुए हैं, जिन्हें सोमवार को स्नेह पत्र सौंपे गए हैं। उन्होंने बताया कि पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन स्कीम के तहत निर्धारित मापदंडों के अनुसार बच्चों को सभी प्रकार की सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी।
इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त नेहा सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी सुनीता यादव, बाल संरक्षण अधिकारी सुनीता यादव, विधि एवं पर्यवेक्षा अधिकारी देवेंद्र सिंह, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी एमपी कुलश्रेष्ठ सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं मीडिया कर्मी भी उपस्थित थे।