गांव बाहमणवाला में मार्केटिंग बोर्ड टीम की छापेमारी की कवरेज करने गए थे पत्रकार, एसएचओ ने पत्रकारों पर दर्ज किया था मामला

November 12, 2020

रतिया पत्रकारों से मारपीट मामला: मीडिया कर्मियों ने एसपी के समक्ष रखी एसएचओ को बर्खास्त की मांग

गांव बाहमणवाला में मार्केटिंग बोर्ड टीम की छापेमारी की कवरेज करने गए थे पत्रकार, एसएचओ ने पत्रकारों पर दर्ज किया था मामला

एसएचओ पर व्यापारियों से सांठगांठ कर लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को दबाने के आरोप, एसपी ने जिला मीडिया कर्मियों को दिया कार्रवाई का आश्वासन

फतेहाबाद रवि पथ :

गांव बाहमणवाला में धान के थैलों की जांच मामले की कवरेज करने गए रतिया के दो पत्रकारों से मारपीट, अपहरण प्रयास के प्रति जिला भर के मीडिया कर्मियों में गहरा रोष व्याप्त है। इस मामले में रतिया एसएचओ द्वारा पत्रकारों पर ही मामला दर्ज करने की निंदा करते हुए बड़ी संख्या में मीडिया कर्मी एसपी राजेश कुमार के लघु सचिवालय स्थित कार्यालय पहुंचें। यहां वरिष्ठ पत्रकारों में स्ट्रीटमेल संपादक विजय मेहता, दैनिक भास्कर ब्यूरो चीफ संजय आहुजा, हिन्दुस्तान समाचार से अर्जुन जग्गा, हरियाणा की गूंज संपादक मदन बंसल, अमर उजाला के वरिष्ठ पत्रकार सुरेन्द्र असीजा, दैनिक जागरण प्रतिनिधि एडवोकेट प्रदीप जांगड़ा आदि ने एसपी के समक्ष अपना पक्ष रखा। पत्रकारों ने इस मामले में आरोप लगाया कि पहले आरोपी शैलर मालिकों ने रतिया पत्रकार यूनियन प्रधान बलदेव बरेटा व वरिष्ठ पत्रकार अशोक ग्रोवर को खबर कवर करने से रोका। जब पत्रकार वापस आने लगे तो उनके अपहरण का प्रयास करते हुए उनके साथ मारपीट भी की। पत्रकारों ने इस मामले में संबंधित थाने के एसएचओ रूपेश कुमार पर आरोपी शैलर मालिकों संग सांठगांठ करके पत्रकारों पर ही झूठा केस दर्ज करके मामले को दबाने के गंभीर आरोप लगा। साथ ही आरोपियों के खिलाफ दर्ज की गई धाराओं के तहत ठोस कार्रवाई करने व एसएचओ रूपेश कुमार को बर्खास्त करने की मांग भी उठाई ताकि भविष्य में लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर कोई अधिकारी या पुलिस कर्मी इस तरह कुठाराघात न कर सके।


गौरतलब है कि विगत मंगलवार दोपहर मार्केटिंग बोर्ड की टीम डीएमईओ राम मेहर जागलान के नेतृत्व में रतिया के गांव बाहमणवाला पहुंची थी। इस जांच कार्रवाई की मीडिया कवरेज करने कुछ पत्रकार गए तो वहां मौजूद शैलर मालिकों व अन्य लोगों ने उन्हें कवरेज करने से रोका। पत्रकार बलदेव बरेटा व अशोक ग्रोवर जब वहां गुस्साए लोगों के विरोध को देखते हुए वापस लौटने लगे तो अपने मामले का भांडाफोड होने के भय से शैलर मालिकों के करींदों ने बीच रास्ते रोक इन पत्रकारों के साथ मारपटी करते हुए इनका अपहरण करने की कोशिश भी की। आरोप है कि बाद में मारपीट करने वालों के साथ सांठगांठ करके एसएचओ रूपेश कुमार ने इन पत्रकारों पर भी झूठा मुकदमा दर्ज कर दिया। अब इस मामले में जिला भर के मीडिया कर्मियों ने एसपी से मिल पत्रकारों पर दर्ज केस कैंसल करने, आरोपियों पर ठोस कार्रवाई कर उन्हें गिरफ्तार करने व एसएचओ को गलत कार्रवाई करने पर बर्खास्त करने करने की मांग उठााई है। ऐसा न होने पर मीडिया कर्मियों ने लघु सचिवालय के समक्ष धरना देने व पुलिस का किसी भी तरह से सहयोग न करने की चेतावनी भी दी। इस अवसर पर पत्रकार विजय बजाज, सुशील बंसल, हरदीप सिंह, जितेन्द्र मोंगा, जसपाल सिंह, साहिल रूखाया, गुरदेव सिंह, किशोर कुमार, विष्णु नाढोड़ी, होशियार काजला, राजेंद्र मित्तल, श्रवण स्वामी, विपिन चावला, उपेंद्र गोस्वामी, राकेश ललित, रोमी गोस्वामी, सचिन ललित, तरसेम सैनी, के दीप गोयल सहित अनेक पत्रकार मौजूद रहे।