भाजपा सरकार के संरक्षण में हो रहा बड़े पैमाने पर अवैध खनन: अभय सिंह चौटाला

March 14, 2022

भाजपा सरकार के संरक्षण में हो रहा बड़े पैमाने पर अवैध खनन: अभय सिंह चौटाला

कैग द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार अवैध खनन कर प्रदेश के राजस्व को सालाना पांच हजार करोड़ रूपए का लगाते हैं चूना

अवैध खनन कर डाडम पहाड़ को खोद कर पाताल में मिला दिया गया है

एक और बड़ा घोटाला यह भी हुआ है कि मैसर्ज सुंदर मार्केटिंग एसोसिएट्स को अयोग्य होते हुए भी ठेका दे दिया गया

डाडम पहाड़ हादसे की जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में सीबीआई द्वारा करवाई जाए

डाडम पहाड़ हादसे में मृतकों के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और एक करोड़ रूपया दिया जाए

चंडीगढ़, 14 मार्च  रवि पथ :

इनेलो प्रधान महासचिव एवं ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला ने सोमवार को विधान सभा में डाडम खनन हादसे पर लाए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर बोलते हुए कहा कि भिवानी जिला के तोशाम स्थित डाडम पहाड़ में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल द्वारा खनन पर लगाई गई रोक हटाने के बाद दोबारा शुरू हुए खनन के दौरान हुए एक दर्दनाक हादसे में पांच लोगों की जान चली गई थी। यह हादसा एनजीटी और खनन विभाग द्वारा निर्धारित मानदंडों को न मानने के कारण हुआ। भाजपा के शासनकाल में इतना अवैध खनन किया गया है कि पहाड़ को 600 फीट गहरा खोद दिया गया है। पहाड़ में खनन के दौरान नियम है कि उसे 60 डिग्री कोण पर ही खनन किया जाए लेकिन यहां सभी नियमों को ताक पर रखा गया और 90 डिग्री के कोण पर खनन किया गया।
सरकार ने डाडम खनन हादसे की जांच के लिए जस्टिस प्रीतमपाल कमेटी बनाई और कमेटी ने अपनी रिपोर्ट एनजीटी को सौंप दी जिसे आज तक सरकार ने सार्वजनिक नहीं किया है। वहीं जिला प्रशासन ने हादसे को लेकर दो अलग-अलग रिपोर्ट दी और दोनों ही रिपोर्ट आपस में मेल नहीं खाती है। भिवानी से भाजपा सांसद ने स्वयं खनन ठेकेदारों पर अवैध खनन और अनियमितता के गंभीर आरोप लगाए हैं जिससे यह सिद्ध होता है कि खनन माफियाओं को भाजपा सरकार का संरक्षण प्राप्त है। खनन के इस खेल में खनन माफिया और सरकार में बैठे लोग हजारों करोड़ रूपए डकार गए हैं। अवैध खनन कर डाडम पहाड़ को खोद कर पाताल में मिला दिया गया है। अवैध खनन के दौरान पहले भी कई हादसे हुए हैं जिसमें लोगों की जाने जा चुकी है लेकिन अवैध खनन का खेल बदस्तूर जारी है।
हाल ही में कैग द्वारा एक रिपोर्ट जारी की गई है जिसमें स्पष्ट रूप से कहा गया है कि अवैध खनन के कारण सालाना पांच हजार करोड़ रुपए के राजस्व को चूना लगाते हैं। डाडम खान में एक बहुत बड़ा घोटाला यह भी हुआ है कि मैसर्ज सुंदर मार्केटिंग एसोसिएट्स को अयोग्य होते हुए भी ठेका दे दिया गया जिसके लिए कम्पनी ने सीधे मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था। आश्चर्य की बात है कि जो अनुरोध विभाग को करना चाहिए था वह सुंदर मार्केटिंग ने सीधे तौर पर मुख्यमंत्री से किया। माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने अपने निर्णय में यह टिप्पणी की है कि इस मामले मेंं सभी कायदे कानूनों को ताक पर रखा गया और कहा कि ‘‘यह स्पष्ट नहीं है कि याचिकाकर्ता ने सीधे मुख्यमंत्री को क्यों लिखा लेकिन सच्चाई यह है कि उसने ऐसा किया’’। उन्होंने कहा कि 2014 में जब से भाजपा की सरकार बनी है तब से लेकर अब तक 21450 अवैध खनन के मामले दर्ज किए गए हैं जो दर्शाता है कि प्रदेश मे अवैध खनन कितने बड़े पैमाने पर हो रहा है।
डाडम पहाड़ हादसे की जांच हाई कोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में सीबीआई द्वारा करवाने की मांग करते हुए अभय सिंह चौटाला ने कहा कि तुरंत प्रभाव से पूरे प्रदेश में अवैध खनन बंद करवाए जाएं। उन्होंने कहा कि विधान सभा में वह पहले भी कई बार अवैध खनन का मुद्दा उठा चुके हैं लेकिन भाजपा सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंगी। उन्होंने डाडम पहाड़ हादसे में लोगों की हुई मौत पर मुआवजे की मांग करते हुए कहा कि मृतकों के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और एक करोड़ रूपए दिए जाएं।