भाजपा और जज्बा की संवेदनाएं मर चुकी है किसानों के बलिदान पर नहीं निकला एक शब्द सांत्वना के लिए : दीपेंद्र हुड्डा

March 14, 2021

भाजपा और जज्बा की संवेदनाएं मर चुकी है किसानों के बलिदान पर नहीं निकला एक शब्द सांत्वना के लिए : दीपेंद्र हुड्डा

विधानसभा में मुख्यमंत्री ने बहाए घड़ियाली आंसू, अहंकार में आ चुकी है भाजपा : हुड्डा

उकलाना रवि पथ :

राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा उकलाना में कांग्रेस नेता सुरेंद्र लितानी की बेटी के विवाह समारोह में पहुंचे और नवविवाहित जोड़े को आशीर्वाद दिया। दीपेंद्र हुड्डा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए भाजपा और जजपा पार्टी पर जमकर हमला बोला। विधानसभा में पेश किए गए बजट पर बोलते हुए दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल कांग्रेस के राज के समय के डीजल, पेट्रोल तथा घरेलू गैस के दाम करके दिखा दे तो मैं उन्हें सार्वजनिक रूप से धन्यवाद दूंगा। राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने मुख्यमंत्री को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि मुख्यमंत्री विधानसभा में घड़ियाली आंसू बहा कर जनता को गुमराह करने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा एवं जजपा के नेता अहंकारी हो चुके हैं और उन्हें किसानों की सुध लेने का समय नहीं है। मुख्यमंत्री पर तीखा प्रहार करते हुए सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने जो विधानसभा में कहा कि किसी भी हालात में तीन कानून वापस नहीं होंगे तो वह जनता को बताएं कि क्या वहीं सुप्रीम पावर है, तो फिर किसानों के साथ बातचीत करने के लिए कृषि मंत्री एवं केंद्र के नेता क्यों किसानों का समय बर्बाद कर रहे थे।

दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के ट्रैक्टर विवाद पर उनका बचाव करते हुए कहा कि भाजपा पार्टी के पास बोलने को कुछ नहीं बचा उन्होंने कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा के ट्रैक्टर को कांग्रेस के सभी विधायक खींच रहे थे जिसमें उनकी महिला नेता ने भी 1 मिनट के लिए उसे हाथ लगाया तो उस बात का बतंगड़ बना दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा को उन किसानों के परिवार की महिलाओं की चिंता नहीं है जिनके पीछे अब कोई बचा ही नहीं है। इस मौके पर उकलाना से पूर्व विधायक नरेश सेलवाल, बरवाला से पूर्व विधायक रामनिवास घोड़ेला, कांग्रेस के नेता धर्मवीर गोयत, तेजवीर पुनिया, जस्सी पेटवाड़, उमेद लोहान, कर्मकेश कुंडू, रवि बेनीवाल, अमन ढिल्लो सहित अनेक नेता एवं कार्यकर्ता भी मौजूद रहे।