12 जून को अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद के द्वितीय सत्र जयपुर में 130 देशों के जाट करेंगे शिरकत।

March 26, 2022

12 जून को अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद के द्वितीय सत्र जयपुर में 130 देशों के जाट करेंगे शिरकत।

अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद के संयोजक हिसार पहुंचे, विश्व जाट एकता का किया आव्हान

हिसार  रवि पथ –

अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद के संयोजक रामावतार पलसानियां, अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद के संयोजक‌ पीएस कलवानियां शनिवार को जाट धर्मशाला हिसार में पहुंच कर जाट संवाद बैठक को संबोधित किया। इस दौरान जाट समाज के युवा व प्रबुद्ध लोगों से सामाजिक चेतना व समाज के उत्थान की चर्चाएं की।

इस दौरान अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद के संयोजक रामावतार पलसानियां ने बताया कि 12 जून 2022 में अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद के द्वितीय सत्र का आयोजन राजस्थान की राजधानी जयपुर में किया जाएगा जिसमें दुनिया भर के 130 देशों के जाट समाज के लोग इस भव्य समारोह में शिरकत करेंगे। हरियाणा प्रदेश के लोगों को भी इस समारोह में जोर शोर से भाग लेने का निमंत्रण दिया व सामाजिक एकता, रोजगार सर्जन, कला, शिक्षा व साहित्य की तरफ ध्यान देने की बात कही साथ ही जाट समाज के गौरवशाली अतीत को याद करने व जाट इतिहास को पढ़ने कि जरूरत बताई और जाट समाज राजनीतिक रूप से बहुत कमजोर हो गया है एक दौर हुआ करता था कि जाट समाज से चार से पांच केंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री, चार-पांच राज्य मंत्री, दो प्रदेशों के मुख्यमंत्री, चार-पांच प्रदेशों के गवर्नर हमेशा रहे लेकिन पिछले दस से पंद्रह सालों में समाज में एकता की कमी से आज हालात इस कदर ख़राब हो चुके हैं कि जाट समाज को नजरअंदाज कर प्रदेश और देश की सरकारें चलाई जा रही है इन‌ राजनीतिक चालों को समाज के युवा, बुजुर्गों और प्रबुद्ध लोगों को समझना पड़ेगा और समय रहते हुए इन षड्यंत्र का जवाब देना होगा और एक बार फिर से दीनबंधु रहबरे आज़म सर छोटूराम, चौधरी चरण सिंह, ताऊ देवीलाल, बाबा महेंद्र सिंह टिकैत की तरह 36 कौम और बिरादरियों का नेतृत्व करते हुए पूरी दुनिया में जाट नेतृत्व का लोहा मनवाने के लिए काम करना होगा और यह काम विश्व जाट एकता से ही हो सकता हैं।

अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद के संयोजक पीएस कलवानियां ने बताया कि जाट समाज कष्टों व परेशानियों से जूझ रहा है एक वक्त हुआ करता था जब समाज प्रदेशों व केंद्र में पावर में हुआ करता था आज हालात इस कदर हो चुके हैं कि देश की कैबिनेट में एक भी जाट समाज का प्रतिनिधि नहीं है इसलिए जाट समाज के युवाओं और बुजुर्गों को सोचने और समझने की जरूरत है समय रहते हैं इन स्थितियों को नहीं समझे तो आने वाले समय मैं हालात बद से बदतर हो सकते हैं। समाज को फिर से एकजुट होकर प्रदेश व देश की सरकार को अपनी एकता की ताकत दिखानी होगी इसी ताकत को दिखाने के लिए राजस्थान की राजधानी जयपुर में अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद का आयोजन किया जा रहा है इस भव्य आयोजन में हरियाणा प्रदेश की भागीदारी शत प्रतिशत होनी चाहिए जिससे देश दुनिया में बड़ा मैसेज जाएगा और सरकारों को सोचने के लिए मजबूर करने की जरूरत है। युवा साथियों को गांव-देहात में समाज की एकता के लिए रचनात्मक कार्यक्रमों का आयोजन करना चाहिए जिससे 36 बिरादरी के साथ मिलकर जाट समाज फिर से प्रदेश और देश में नेतृत्व का लोहा मनवा सके।

चौधरी कंवल सिंह पूर्व मंत्री हरियाणा सरकार ने भी समाज की वर्तमान स्थितियों पर चिंता व्यक्त की और समाज के युवाओं को आव्हान किया कि जाट संसद के आयोजन के लिए पूरे हरियाणा प्रदेश मैं संपर्क अभियान करके ज्यादा से ज्यादा संख्या में हरियाणा प्रदेश की जाट सरदारी को जयपुर में 12 जून को अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद मैं हरियाणा प्रदेश की भागीदारी सुनिश्चित करेंगे।

डॉ. केएस खोखर पूर्व कुलपति ने कहा कि जाट समाज को सामाजिक चिंतन के साथ-साथ शिक्षा के ऊपर भी जोर देने की जरूरत बताई हमारी आने वाली पीढ़ियों को एजुकेशन के लिए अच्छी व्यवस्था मिले इसके लिए समाज को चिंतन मनन करना चाहिए गांव देहात के युवाओं के लिए जन जागरण अभियान चलाकर शिक्षा के लिए प्रेरित करना चाहिए। अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद के द्वितीय सत्र जयपुर में अपनी पूरी भागीदारी निभाएगा यह विश्वास जाट संसद के संयोजकों को मंच के माध्यम से दिलाया।

संतलाल पचार एचसीएस ने कहा कि समाज को जागरूक होकर रोजगार की तरफ भी ध्यान देना चाहिए शिक्षा के दम पर बड़ी-बड़ी नौकरियां मिल रही है यह हमारी ताकत है और इस ताकत को और हमें बढ़ाना है जिससे हमारे समाज में एकता बढ़े और इस एकता के दम पर ही एक सामाजिक भाईचारा सामाजिक सद्भाव समाज के ताने-बाने को मजबूत करेगा जयपुर में हो रहे आयोजन में हम सब मिलकर उस को सफल बनाएंगे।

अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद हिसार के आयोजक व पूर्व जिला बागवानी अधिकारी डॉ. भूपेंद्र सिंह दूहन ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद के आयोजन में हिसार, हरियाणा का जाट समाज भी मुख्य भूमिका निभाएगा और देश दुनिया से जयपुर में आ रही जाट सरदारी का भव्य स्वागत हरियाणा प्रदेश की संस्कृति से किया जाएगा। दुनिया भर की जाट सरदारी जयपुर में इकट्ठी होकर समाज की सामाजिक कुरीतियों को दूर करने पर भी चर्चा करेंगी समाज में किस तरह फिर से एकता की जा सके यही हमारा मुख्य उद्देश्य है। अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद के द्वितीय सत्र के आयोजन में हरियाणा के प्रत्येक ब्लॉक हेड क्वार्टर पर जाकर के कमेटियां बनाकर के जाट संसद के आयोजन को सफल बनाने के लिए तैयारियां करेंगे अभी से जिम्मेदारियां लगा कर के अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद के आयोजन को ऐतिहासिक सफल बनाएंगे और जाट भाईचारे के लिए पूरी दुनिया भर को जाट एकता का‌ मैसेज देंगे कि हिंदुस्तान ही नहीं दुनिया भर का जाट अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद के प्लेटफॉर्म के ऊपर एक है।

इस दौरान कार्यक्रम में डॉक्टर देवेंद्र कासनिया पूर्व रजिस्ट्रार, राजकपूर बामल एडवोकेट, विजेंद्र हुड्डा, दलबीर किरमारा, अमरलाल बुरा, डॉ. नेपाल सिंह, राजेश सिहाग, विकास शेहरावत सहित जाट समाज के प्रतिष्ठित समाजसेवी, बुद्धिजीवी, प्रबुद्ध लोग और जिले के जनप्रतिनिधि जाट संवाद बैठक में उपस्थित रहे।