राष्ट्रीय आयोग के अध्यक्ष डॉ. वल्लभभाई कथीरिया ने श्री लाडवा गौशाला का दौरा किया, गौ-विज्ञान गोष्ठïी आयोजित

October 22, 2020

राष्टï्रीय कामधेनु आयोग के अध्यक्ष डॉ. वल्लभभाई कथीरिया ने श्री लाडवा गौशाला का दौरा किया, गौ-विज्ञान गोष्ठïी आयोजित

गोबर आधारित उत्पादों के उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिए राष्टï्रीय कामधेनु आयोग ने चलाया देशव्यापी अभियान

हिसार, 22 अक्टूबर रवि पथ :

गायों के संरक्षण और संवर्धन के उद्देश्य से मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के अंतर्गत गठित राष्टï्रीय कामधेनु आयोग के अध्यक्ष डॉ. वल्लभभाई कथीरिया ने हिसार के अपने तीन दिवसीय दौरे के पहले दिन किसान धाम श्री लाडवा गौशाला का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने गौशाला में विकास कार्यों का उद्घाटन करने उपरांत गौ-विज्ञान गोष्ठïी में भी हिस्सा लिया। इस अवसर पर हरियाणा गौ सेवा आयोग के चेयरमैन श्रवण गर्ग, वाईस चेयरमैन विद्यासागर बगला तथा सचिव डॉ. कल्याण सिंह भी उपस्थित थे।


गौशाला में पहुंचने पर डॉ. वल्लभभाई कथीरिया ने चल रहे नस्ल सुधर कार्यक्रम, गोबर गैस प्लांट, केचुंआ खाद प्लांट, मिट्टïी-पानी जांच प्रयोगशाला, विभिन्न बिमारियों के दवा निर्माण कार्य, सांैदर्य प्रसाधन तथा गोबर से बनाई जा रही मुर्तियों तथा दीये इत्यादि के कार्यों की जानकारी ली। गौशाला में चल रहे कार्यों के निरीक्षण के दौरान उन्होंने कहा कि राष्टï्रीय कामधेनु आयोग द्वारा भी त्योहारों के दौरान गाय के गोबर आधारित उत्पादों के उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिए एक देशव्यापी अभियान शुरू किया है। डॉ. वल्लभभाई कथीरिया ने लोगों से अपील की कि वे इस दिवाली पर चीन निर्मित दीयों का उपयोग करने से बचें। उन्होंने कहा कि इससे आत्मनिर्भर भारत तथा स्वदेशी अभियान को भी बढ़ावा मिलेगा। राष्टï्रीय कामधेनु आयोग ने देश की बड़ी कंपनियों के साथ मिलकर गोबर और गोमूत्र से बड़े स्तर पर जैविक खाद के निर्माण के संबंध में कार्य योजना तैयार की है। इससे गायों के संरक्षण में मदद मिलेगी और विदेशों से आयात होने वाले उर्वरक पर निर्भरता कम होगी। इसके साथ ही लोगों को डेयरी फार्मिंग और अन्य संबंधित गतिविधियां करने में भी काफी सुविधा होगी। इस कदम से जैविक खेती को बल मिलेगा जिससे कि एक स्वस्थ भारत का निर्माण होगा। उन्होंने कहा कि इसका अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक और लंबे समय तक प्रभाव रहेगा।
अपने संबोधन में हरियाणा गौ सेवा आयोग के चेयरमैन श्रवण गर्ग ने गाय को मानव जीवन की धूरी बताते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने एक कड़ा कानून बनाकर गौ संरक्षण तथा संवर्धन की दिशा में अनेक नई पहल की है। अनेक नई गौशालाएं स्थापति की गई हैं तथा पहले से चल रही गौशालाओं में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने के साथ-साथ आधुनिक तकनीकों को भी अपनाया गया है। प्रत्येक गौशाला में गोबर गैस तथा सौलर प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं। इसी प्रकार से गायों के नस्ल सुधार की दिशा में भी नई पहल की गई है। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान हरियाणा गौ सेवा आयोग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न गतिविधियों पर भी प्रकाश डाला।
इस अवसर पर गौ सेवा आयोग के जिला प्रभारी डॉ. राज सैनी, सदस्य कुलबीर खर्ब, गौशाला संघ के अध्यक्ष जगदीश मलिक, लाडवा गौशाला के प्रधान आनंद राज, प्रबंधक मोहन शर्मा, समाजसेवी सेठ महाबीर प्रसाद, गौ रक्षादल से आचार्य योगेंद्र आर्य, माईक्रो बॉयोलोजिस्ट डॉ. बलजीत सहारण, आचार्य रजनीश, डॉ. रीतू व महेंद्र सिंह गोदारा सहित गणमान्य लोग उपस्थित थे।