मुख्यमंत्री को लेकर दिए गए बयान पर चढूनी की सफाई, आंदोलन में फूट पर भी दी बड़ी प्रतिक्रिया।

July 3, 2021

मुख्यमंत्री को लेकर दिए गए बयान पर चढूनी की सफाई, आंदोलन में फूट पर भी दी बड़ी प्रतिक्रिया।

3 जुलाई 2021 अंबाला  रवि पथ  :

कृषि कानूनों के खिलाफ जारी आंदोलन में फिर जान फूंकने में जुटे किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी की अगुवाई में शनिवार को चंडीगढ़, पंचकूला और मोहाली से हजारों की तादाद में किसानों ने दिल्ली के लिए कूच किया। इस काफिले का अंबाला में जोरदार स्वागत किया गया। इस मौके पर मीडिया से बातचीत करते हुए गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि इन काफिलों का मकसद सरकार को यह दिखाना है कि आंदोलन में जोश अब पहले से भी ज्यादा है।

इस दौरान किसान नेताओं की आपसी फूट पर भी गुरनाम चढूनी ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि हर आंदोलन की कामयाबी का अंतिम पढ़ाव फूट से पार पाना है। जिस आंदोलन ने फूट से पार पा लिया वो सरकार से चाहे कुछ भी मनवा ले। वहीं मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को पाकिस्तानी बताने के बाद पंजाबी समुदाय किसान नेता चढूनी से खासा नाराज दिखाई दे रहा है। लेकिन आज चढूनी ने अपने उसी ब्यान पर सफाई देते हुए कहा कि उनके बयान को समझा नहीं गया। चढूनी ने कहा इतिहास गवाह है कि जिस-जिस ने राजहठ पकड़ा है, उसकी तबाही हुई है और अब भाजपा की तबाही होगी।

भाजपा द्वारा दिए गए ब्यान कि किसान आंदोलन अपने मुद्दे से भटक गया है पर भी चढूनी ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि किसने बोला कि किसान आंदोलन अपने मुद्दे से भटक गया है। किसान आज भी अपने मुद्दे को लेकर आंदोलन कर रहा है। चढूनी ने किसानों को सन्देश देते हुए कहा कि वह सभी इस आंदोलन में भाग ले,क्योंकि ये किसान आंदोलन नहीं जन आंदोलन है। करोड़ों लोगों को भुखमरी से बचाने के लिए ये आंदोलन है और इससे बड़ा कोई पुण्य का काम नहीं हो सकता।