50 दिन बाद भी बालसमंद हाईटेक चोरी का सुराग नहीं

June 28, 2019

50 दिन बाद भी बालसमंद हाईटेक चोरी का सुराग नहीं
7 मई की रात को लाखों के जेवरात व नकदी चुरा ले गए थे चोर
वीआईपी डयूटी के फेर में फंसी रही बालसमंद की चोरी की जांच
मामले में जल्द मुख्यमंत्री से मिलेगा सेन समाज का प्रतिनिधि मण्डल
रवि पथ ब्यूरो हिसार 28  जून 19

सेवा, सुरक्षा व सहयोग का दावा करने वाली हिसार पुलिस बालसमंद हाईटेक चोरी का 50 दिन बाद भी सुराग नहीं लगा पाई है। जांच अधिकारी पीडि़त परिवार को जल्द चोरों को पकडऩे का आश्वासन तो देते रहे हैं, मगर नतीजा वहीं रहा है ढाक के तीन पात। पीडि़त बालसमंद निवासी रमेश व सुरेश कुमार सेन के अनुसार 7 मई की रात को अज्ञात तीन-चार चोर उनके घर के कुलर में बेहोशी की दवा छिडक़ कर 13 तोले सोना, चांदी व नकदी चुरा ले गए। उसके बाद पुलिस ने फिगर प्रिंट व मोबाईल लोकेशन के आधार पर जांच करने का दावा तो किया, मगर अभी तक 50 दिन बाद भी जांच का कोई नतीजा नहीं निकला है। ये चोर पूरी तैयारी के साथ आए थे, साथ ही उन्होंने चोरी करने से पहले व भागने के लिए गांव के उन रास्तों का चयन किया, जहां पर सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे थे। साथ ही उनके द्वारा उपयोग में लाया गया वाहन भी कैमरे की रेंज से दूर खड़ा किया गया। पीडि़त परिवार ने यह मामला प्रदेश के मुख्यमंत्री व गृहमंत्री के सामने उठाने की तैयारी कर ली है। इस संबंध में सेन समाज का एक प्रतिनिधि मण्डल मुख्यमंत्री मनोहर लाल से जल्द ही मिलेगा।


वीआईपी डयूटी पड़ी भारी:-

बालसमंद की इस चोरी के जांच के मामले को लंबे समय तक वीआईपी डयूटियों व उसके बाद लोकसभा चुनावों के चलते नजरअंदाज कर दिया गया। पहले जहां भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की बरवाला रैली व उसके बाद प्रधानमंत्री की रैली को लेकर पुलिस की डयूटी लगी होने का तर्क देकर पुलिस मामले को टालती रही है। बाद में चुनावी व्यवस्तता का बहाना बना कर पुलिस मामले की जांच आगे नहीं बढ़ा पाई है।


नशेडिय़ों ने तो नहीं दिया घटना को अंजाम:

बालसमंद गांवों में नशा करने वाले युवाओं की संख्या में तेजी से बढ़ौतरी होना संकेत देता है कि हो न हो किसी नशेड़ी गिरोह ने इस घटना को अंजाम दिया है। चोरों के आने व जाने के लिए मुख्य सडक़ का प्रयोग न करके खेतों की तरफ से भागने से ऐसा लगता है कि इस चोर गिरोह में किसी न किसी रुप से स्थानीय युवकों की भूमिका रही है। अंजान चोरों ने कैसे पता चलता कि रास्ते में किन-किन स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं।


हरकतों से लगता है बावरिया गिरोह:

पुलिस के एक अधिकारी की माने तो जिस प्रकार बेखौफ होकर घटना को अंजाम दिया गया। उससे लगता है कि इस घटना को किसी बावरिया गिरोह ने अंजाम दिया है। घटना के बाद चोरी की वारदात वाले मकान के पास गिरोह के सदस्य के द्वारा शौच निवृति व घर में रखे फ्रीज से खाने की वस्तुएं खाना ऐसे कार्य हैं, जो कि अक्सर बावरिया गिरोह के लोग करते हैं।