मरीजों के ईलाज के लिए जिला में नहीं ऑक्सीजन की कोई कमी, मांग भी घट रही लगातार

May 21, 2021

मरीजों के ईलाज के लिए जिला में नहीं ऑक्सीजन की कोई कमी, मांग भी घट रही लगातार

जिला का ऑक्सीजन कोटा बढक़र हो चुका है 5 मीट्रिक टन : जिला नगर आयुक्त

जींद 21 मई  रवि पथ :

जिला नगर आयुक्त एवं ऑक्सीजन सप्लाई नोडल अधिकारी संजय बिश्नोई ने बताया कि कोरोना संक्रमित मरीजों के ईलाज के लिए जिला में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। पिछले एक सप्ताह के दौरान जिला का ऑक्सीजन कोटा 5 मीट्रिक टन तक पहुंच चुका है। हस्पतालों तथा होम आईसोलेट कोविड मरीजों के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर अविलम्ब उनके घरों तक पहुंचाई जा रही है।
श्री संजय बिश्नोई ने आगे बताया कि जिला में कोरोना संक्रमित मरीजों की तुलना ठीक होने मरीजों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हो रही है। जिसको देखते हुए अनुमान लगाया जा सकता है कि जिला जल्द ही कोरोना मुक्त बन जाएगा। उन्होंने बताया कि ऑक्सीजन सिलेंडरों की मांग लगातार घट रही है। कुछ समय पहले तक सिलेंडर प्राप्त करने के लिए काफी आपातकालीन कॉल आ रही थी अब पिछले एक सप्ताह से इन आपातकालीन कॉलों में भी काफी बड़ी कमी आई है। उन्होंने बताया कि प्रारम्भ में जिला का ऑक्सीजन कोटा 2 मीट्रिक टन था। उपायुक्त डॉ. आदित्य दहिया ने मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की जींद के विश्राम गृह में अधिकारियों के साथ हुई बैठक में इस ऑक्सीजन कोटे को बढ़ाकर 3.4० मीट्रिक टन करने की मांग की थी जिसे मुख्यमंत्री ने तुंरत पूरा करते हुए जिले का ऑक्सीजन कोटा बढ़ा दिया था। पिछले सप्ताह इसे कोटे को बढ़ाकर 5 मीट्रिक टन किया जा चुका है। जो फिलहाल की परिस्थितियों को देखते हुए काफी है।


होम आईसोलेट कोविड मरीजों को घर पर उपलब्ध करवाया जा रहा ऑक्सीजन सिलेंडर : जिला नगर आयुक्त संजय बिश्नोई ने कहा कि जिला में जो कोविड मरीज घरों में आईसोलेट रहकर स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर रहे है। अगर उन्हें किसी भी प्रकार की चिकित्सा सुविधा की आवश्यकता पड़ती है तो जिला प्रशासन द्वारा तुंरत उपलब्ध करवाई जा रही है। जिला प्रशासन कोरोना संक्रमण की चेन को तोडऩे के लिए टेस्टिंग, ट्रेसिंग तथा ट्रीटमेंट मंत्र पर काम कर रहा है। उन्होंने बताया कि जब भी किसी कोविड मरीज द्वारा घर पर ऑक्सीजन सिलेंडर की मांग की जाती है तो प्रयास किया जाता है कि तुंरत ऑक्सीजन सिलेंडर घर पहुंचाया जाये। जिला में 559 से भी अधिक होम आईसोलेट कोविड मरीजों को घर पर ही ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करवाया जा चुका है।