आई डेक्स जैसी दवाई का भी युवा नशे करने में इस्तेमाल कर रहे हैं-डीएसपी

June 26, 2021

आई डेक्स जैसी दवाई का भी युवा नशे करने में इस्तेमाल कर रहे हैं-डीएसपी

 नशे से व्यक्ति की ज्ञान इंद्रियां हो जाती हैं डैमेज: डीएसपी

नशे से शरीर में होता है विस्फोट -डीएसपी विरेंद्र सिंह 

नशा देश व प्रदेश में चिंता व चिंतन का विषय – चरणदास

भिवानी  रवि पथ : स्थानीय हनुमान मंदिर धाम परिसर में युवा जागृति एवं जन कल्याण मिशन ट्रस्ट व नेहरू युवा केंद्र और खेल एवं युवा कार्यक्रम विभाग से संबंधित संस्था नेता जी सुभाष चन्द्र बोस युवा जागृत सेवा समिति द्वारा अंतर्राष्ट्रीय नशा विरोधी दिवस पर नशा एक शहर है, संगोष्ठी एवं साप्ताहिक संकल्प कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। जिसमें बतौर मुख्य अतिथि के रूप में पुलिस प्रशासन की तरफ से डीएसपी वीरेंद्र सिंह ने शिरकत की । कार्यक्रम की अध्यक्षता आईसीएस कोचिंग सेंटर के संचालक रमेश से बादल व समाजसेवी राजेश सांगवान ने की। कार्यक्रम में विशेष सानिध्य हनुमान जोहड़ी मंदिर धाम के महंत चरण दास महाराज का रहा। जनसंदेश कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रुप में विवेकानंद हाई स्कूल की संचालिका सावित्री यादव शामिल रहे। कार्यक्रम के स्वागत अध्यक्ष एवं मंच के संचालक राष्ट्रीय युवा पुरस्कार अवॉर्डी अशोक कुमार भारद्वाज रहे।संकल्प कार्यक्रम में सामाजिक कार्यकर्ता विजय सैन ने नशा छोड़ने का संकल्प लिया । वह बीड़ी, सिगरेट व तंबाकू का सेवन करते थे ,लेकिन आज के इस संकल्प कार्यक्रम में उन्होंने नशे को अलविदा कह दिया। जिसको डीएसपी व बाल योगी महंत चरण दास महाराज ने स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।

अंतर्राष्ट्रीय नशा विरोधी दिवस संगोष्ठी एवं संकल्प कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रुप में पहुंचे। डीएसपी वीरेंद्र सिंह एवं बाल योगी महंत चरण दास महाराज ने नशे पर अंकुश लगाने की बात करते हुए कहा कि नशा जहर है। जिस को खत्म करने के लिए हर वर्ग को आगे आना चाहिए । नशे की लत केवल देश में ही नहीं बल्कि दुनिया भर में चिंता व चिंतन का विषय है । उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग व सरकार के द्वारा भी जो समय-समय पर इस प्रकार के जागरूक अभियान चलाए जा रहे हैं। लोगों को नशे से दूर रखा जा रहा है और जो नशे में संलिप्त व्यक्ति हैं उनको सख्त कार्रवाई के द्वारा दंड दिया जाता है। उन्होंने कहा कि नशा व्यक्ति के शरीर को ही नहीं बल्कि परिवार और समाज और राष्ट्र को बर्बाद कर देता है।

   इसलिए नशा छोड़ना चाहिए ,जो व्यक्ति नशे को छोड़ देता है, उसका शरीर और मन दोनों सही रहेगा । इसलिए सोसाइटी में नशा छोड़ने वाले लोगों को सम्मान देना चाहिए । उनसे घृणा नहीं करनी चाहिए । उन्होंने कहा कि नशा इंद्रियों को डैमेज कर देता है और जब व्यक्ति की इंद्रियां काम करना बंद कर देती हैं तो व्यक्ति नशे में संलिप्त होकर सोचने की शक्ति खत्म कर देता है और अनेक प्रकार के अपराधों में संलिप्त हो जाता है। इसलिए शरीर में नशे से होने वाले विस्फोट से बचने के लिए हमें नशे को अलविदा कर देना चाहिए ,ताकि आने वाली पीढ़ी नशा मुक्त भारत से प्रेरणा लेकर एक अच्छे जीवन को व्यतीत कर सकें। उन्होंने कहा कि युवा वर्ग अलग-अलग प्रकार के नशे में संलिप्त हो रहे हैं। यहां तक आई डेक्स जैसी दवाई का भी युवा नशे करने में इस्तेमाल कर रहे है। जिससे व्यक्ति का मानसिक संतुलन प्रभावित होता है । इसलिए इस बुराई को हमें समय रहते हुए छोड़ देना चाहिए, नहीं तो यह बुराई परिवार और समाज पर कलंक बन जाती है और व्यक्ति को खत्म कर देती है।