महिला सुरक्षा को लेकर सख्त से सख्त कानून बनाऐं जाने की मांग

October 4, 2020

महिला सुरक्षा को लेकर सख्त से सख्त कानून बनाऐं जाने की मांग

फास्ट ट्रक कोर्ट के जरीए सीधा फांसी की सजा का हो प्रावधान : सुशीला सर्राफ

कानून व्यवस्था के साथ परिवार व समाज के साथ खुली बहस करने की आवश्यकता

नरवाना, 4 अक्तूबर रवि पथ :

(मोहित बंसल) अग्रवाल वैश्य समाज ने केन्द्र व सभी प्रदेश सरकारों से महिला सुरक्षा को लेकर सख्त से सख्त कानून बनाऐं जाने की मांग की है। समाज की महिला इकाई की प्रदेशाध्यक्ष सुशीला सर्राफ ने कहा कि जिस प्रकार से देशभर से घरेलू व यौन हिंसाओं की घबरें आ रही उसे देखते हुए महिलाओं की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाएं जाने की जरूरत है। सुशीला सर्राफ ने हाल ही में हुई हाथरस घटनाक्रम की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि ऐसे अपराधों को रोकने के लिए फास्ट ट्रक कोर्ट के जरीए सीधा फांसी की सजा का प्रावधान किया जाना चाहिए ताकि भविष्य में कोई भी ऐसा घिनौना कृत्य न कर सकें। सुशीला सर्राफ ने कहा कि पीडि़ताओं को न्याय मिलने में जरा भी देरी नहीं होनी चाहिए क्योंकि ऐसी घटनाऐं देश के माथे पर कलंक की तरह है। सुशीला सर्राफ ने कहा कि देश की आजादी से भी पूर्व राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने कहा था कि मैं उस भारत के निर्माण के लिए काम करूंगा जिसमें महिलाओं को पुरूषों के समान अधिकार प्राप्त होंगे। तब शायद उन्होंने कल्पना भी नहीं की होगी कि भारत अपनी आजादी के दशकों बाद भी महिलाओं को सुरक्षा भी नहीं दे पाएगा। सुशीला सर्राफ ने कहा कि लगातार घटित हो रही बलात्कार की घटनाओं ने देशभर में न केवल लोगों को गुस्से को भडक़ाया है बल्कि कानून व्यवस्था की स्थिती में आमूल-चूल सुधार और बदलाव लाने के लिए भी नई बहस को छेड़ा है। इन घटनाओं ने हमें मानने पर मजबूर किया है कि मौजूदा कानूनों में खामियां है और व्यवस्था में और पुलिस की कार्यशैली में सुधार की आवश्यकता है। सुशीला सर्राफ ने कहा कि कानून व्यवस्था के साथ हमें खुद भी अपने परिवार व समाज के साथ इस मुद्दें पर खुली बहस करने की आवश्यकता है।