महिला सशक्तिकरण के लिए एचएयू ने गांव टोकस-पातन में लगाया मेला

December 10, 2021

महिला सशक्तिकरण के लिए एचएयू ने गांव टोकस-पातन में लगाया मेला

नुक्कड़ नाटकों व स्टॉल लगाकर दिया आत्मनिर्भर बनने का संदेश, शिशु देखभाल के लिए भी दी जानकारी

हिसार : 10 दिसंबर  रवि पथ :

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के इंदिरा चक्रवर्ती गृह विज्ञान महाविद्यालय के पारिवारिक संसाधन प्रबंधन विभाग व भारतीय स्टेट बैंक के संयुक्त तत्वावधान में गांव टोकस-पातन के राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में महिला सशक्तिकरण के लिए महिला किसान मेले का आयोजन किया गया। इस मेले में एसबीआई के प्रबंधक आशीष अग्रवाल ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। उन्होंने महिलाओं कोस्वरोजगार स्थापित करने के लिए दिए जा रहे ऋण व अन्य योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आज के दौर में महिलाएं किसी भी क्षेत्र में कम नहीं हैं लेकिन ग्रामीण महिलाएं उचित मार्गदर्शन के अभाव में आगे नहीं बढ़ पाती। इसलिए इस तरह के आयोजनों से उन्हें सीमित संसाधनों का प्रयोग कर आत्मनिर्भर बनने में मदद की जा सकती है। रेडियोलोजिस्ट डॉ. अरुण अग्रवाल ने महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर को लेकर जागरूक करते हए बताया कि यह एक बहुत ही गंभीर समस्या है। इसलिए समय रहते इसके प्रति सचेत होने को कहा। खाद्य एवं पोषण विभाग से डॉ. वीनू सांगवान ने महिलाओं को मौसम के अनुसार भोजन लेने के फायदे बताएं। सर्दी के मौसम में बाजरे की गुणवत्ता की विस्तारपूर्वक जानकारी दी।
स्टॉल लगाकर दिया खानपान, सोलर सिस्टम सहित महत्वपूर्ण संदेश
डॉ. किरण सिंह ने बताया कि मेले में एचएयू के विभिन्न विभागों की ओर से प्रदर्शनियों का आयोजन किया गया। इस दौरान मशरूम उत्पादन, मधुमक्खी पालन, एबिक की बेकरी यूनिट के उत्पादों, रामधनी सिंह सीड फार्म की ओर से विभिन्न बीजों, एग्री टूरिज्म की ओर से फल-फूल व औषधीय पौधों, सेनेटरी नेपकिन, खाद्य एवं पोषण विभाग, वस्त्र एवं परिधान डिजाइन विभाग, मानव विकास एवं आधारभूत शिक्षा सहित विभिन्न विषयों को लेकर प्रदर्शनी लगाई गई। इसमें महाविद्यालय की अंतिम वर्ष की छात्राओं की टीम द्वारा महिलाओं को स्वयं जागरूक किया गया और प्रत्येक स्टॉल का दौरा कर अधिक से अधिक जानकारी मुहैया करवाई। इसके अलावा महिलाओं को सेेल्फ हेल्प गु्रप द्वारा महिलाओं को शिशु देखभाल के हर पहलुओं की जानकारी दी। इस दौरान नुक्कड़ नाटक के माध्यम से सौर ऊर्जा या वैकल्पिक ऊर्जा के उपयोग और उसके फायदों व और जल संरक्षण के बारे में बताया गया। इस दौरान प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया जिसके विजेताओं को मुख्यातिथि ने सम्मानित किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के विभिन्न विभागों के स्टाफ सदस्य, ग्रामीण महिलाएं और कॉलेज की छात्राओं ने बढ़-चढक़र हिस्सा लिया।