अपनी मेहनत और लगन से 6 सरकारी नौकरियां हासिल कर चुके हैं शिव कालोनी के रहने वाले दीपक

March 15, 2021

अपनी मेहनत और लगन से 6 सरकारी नौकरियां हासिल कर चुके हैं शिव कालोनी के रहने वाले दीपक

हिसार, 15 मार्च रवि पथ :

सफलता प्राप्ति का मार्ग भले ही कठिन हो लेकिन यदि हम अपने लक्ष्य को हासिल करने के संकल्प और कड़ी मेहनत के साथ आगे बढ़ें तो कोई अड़चन लक्ष्य प्राप्ति में हमारा रास्ता नहीं रोक सकती। सरकारी नौकरी हासिल करना जहां हर किसी युवा का सपना होता है, वहीं शिव कालोनी के रहने वाले दीपक ने अपनी कड़ी मेहनत और लगन के दम पर इस बात को साबित कर दिया है कि यदि आपके हौंसलें बुलंद हों तो सपनों को हकीकत मेें बदलने में जरा भी देर नहीं लगती।
अब तक हासिल कर चुके हैं 6 सरकारी नौकरियां :-
दीपक ने हाल ही में भारतीय खाद्य निगम क्लास-2 ऑफिसर के रूप में अपनी छठी नौकरी ज्वाइन की है। 6 सरकारी नौकरियों के अलावा दीपक ने निजी क्षेत्र में भी लगभग 4 वर्षों तक नौकरी की है। इस दौरान उन्होंने विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की भी तैयारी की। इसी के फलस्वरूप उन्होंने भारतीय जीवन बीमा निगम में विकास अधिकारी के रूप में अपनी पहली नौकरी दिल्ली में ज्वाइन की। कोरोना महामारी के चलते लगाए गए सख्त लॉकडाउन के दौरान आई कठिनाई के चलते उन्होंने इस नौकरी से त्यागपत्र दे दिया, लेकिन कुछ ही समय बाद फिर से दोबारा परीक्षा पास कर एलआईसी ज्वाइन कर ली। दीपक का लक्ष्य इससे बड़ा था और वे लगातार इस लक्ष्य को हासिल करने में लगे रहे। इसके बाद उन्होंने आईबीपीएस की परीक्षा पास कर बैंक ऑफ इंडिया में स्केल-1 ऑफिसर के रूप में ज्वाइन किया। दीपक यहीं नहीं रूके जल्द ही उन्हें एम्प्लॉई प्रोविडेंट फंड विभाग में सीनियर सिक्योरिटी ऑफिसर की नौकरी मिल गई। वर्तमान में भारतीय खाद्य निगम में क्लास-2 ऑफिसर के पद पर कार्यरत दीपक हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की लिपिक की परीक्षा पास कर हिसार उपायुक्त कार्यालय में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं।


हिसार के साधारण परिवार से संबंध रखते हैं दीपक :-
मूल रूप से गांव बुगाना से संबंध रखने वाले दीपक फिलहाल हिसार की शिव कॉलोनी में रहते हैं। उनके पिता रतनप्रकाश शिव कॉलोनी में एक छोटा सा जनरल स्टोर चलाते हैं। उनकी माता एक गृहणी हैं। दीपक की बहन भी उन्हीं की तरह अपनी पढ़ाई पूरी कर परीक्षाओं की तैयारी कर रही हैं। दीपक ने वर्ष 2013 में गुरू जंभेश्वर विश्वविद्यालय से बॉयो-मेडिकल में बी-टेक की परीक्षा उत्र्तीण की थी। उन्होंने अपनी सभी परिक्षाएं प्रथम श्रेणी में उत्र्तीण की हैं। दीपक का कहना है कि उनका आगे का लक्ष्य एचसीएस ऑफिसर बनना है।
सफलता के लिए क्या करें और क्या न करें :-
दीपक का कहना है कि सफलता के लिए लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित होना बहुत जरूरी है। लगातार किए गए प्रयास, उचित मार्गदर्शन, सही विषय सामग्री, महत्वाकांक्षी लोगों का साथ आपको सफल बनाने में हमेशा मदद करेंगे जबकि सोशल मीडिया का ज्यादा इस्तेमाल आपकी सफलता में बाधा बनेगा। केवल पढ़ाई के लिए आप सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन माध्यम से मॉक-टेस्ट हल करके उन्होंने अपनी प्रैक्टिस की है। वे अभी तक लगभग 650 मॉक-टेस्ट हल कर चुके हैं। इसके अतिरिक्त प्रतियोगी परीक्षा पुस्तकें वे लगातार पढ़ते रहते हैं, विशेषकर गणित और अंग्रेजी विषय की पुस्तकें। उनकी सफलता के पीछे द् हिंदू अखबार का एडिटोरियल पेज का भी बड़ा हाथ है, जिसे वे नियमित तौर पर पढ़ते हैं।
नौकरियों की पारदर्शी नीति से मनोबल बढ़ा :-
दीपक ने बताया कि उनकी सफलता के पीछे केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा अपनाई गई सरकारी नौकरियों की पारदर्शी नीति का अहम योगदान है। जब उन्हें पता चला की उसके आस-पड़ोस के युवा अपनी प्रतिभा के दम पर नौकरी लगे हैं, तो इस बात से उसका भी मनोबल ऊंचा हुआ। उन्होंने कहा कि सरकार की पारदर्शी नीति की ही परिणाम है कि उन्हें 6 नौकरियां हासिल हुई।
उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने दी बधाई :-
उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने बताया कि दीपक जब उनके पास अपना त्यागपत्र लेकर आए तो हैरानी वश उन्होंने इसका कारण पूछा, लेकिन जब दीपक ने बताया कि वे अन्य नौकरी पर अधिकारी के रूप में ज्वाइन कर रहे हैं तो उन्हें काफी खुशी हुई। उपायुक्त ने कहा कि नौकरी की तलाश कर रहे अन्य युवाओं को भी दीपक की सफलता से प्रेरणा लेनी चाहिए।