स्कूल खोलने की मांग को लेकर सड़कों पर उतरे अभिभावक व स्कूल संचालक

June 24, 2021

स्कूल खोलने की मांग को लेकर सड़कों पर उतरे अभिभावक व स्कूल संचालक

एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम भेजा ज्ञापन

हिसार, 22 जून  रवि पथ :


कोरोना महामारी के चलते पिछले लंबे समय से स्कूल बंद होने से जहां बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है, वहीं स्कूलों पर भी बुरी तरह से आर्थिक प्रभाव पड़ा है। इसको लेकर हरियाणा प्राइवेट स्कूल संघ के बैनर तले अभिभावकों व स्कूल संचालकों ने मंगलवार को बरवाला में जोरदार प्रदर्शन किया और एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपते हुए स्कूल खुलवाने की मांग की। प्रदर्शन का नेतृत्व संघ के प्रदेशाध्यक्ष सत्यवान कुंडू ने किया, वहीं मंच संचालन बलबीर नयागांव ने किया।
इससे पूर्व भारी संख्या में अभिभावक, स्कूल संचालक व टीचर्स सीबीसी स्कूल प्रांगण में एकत्र हुए और विरोध जुलूस के रूप में नया बस स्टैंड होते हुए एसडीएम कार्यालय पर पहुंचे। इस दौरान अग्रसैन चौक पर भारी जाम लगा रहा। इस मौके पर संबोधित करते हुए प्रदेशाध्यक्ष सत्यवान कुंडू ने कहा कि दूसरे वर्ष चल रहे कोरोना काल के कारण शिक्षा क्षेत्र को बहुत हानि पहुंची है। सबसे ज्यादा शिक्षा बाधित हुई हैं और इसका असर आने वाली पीढिय़ों पर भी पड़ेगा। उन्होंने कहा कि अब लगभग सभी गतिविधियां बाजार, मॉल, रेस्टोरेंट्स, होटल आदि सभी तरह की गतिविधि शुरू हो चुकी हैं, लेकिन केवल स्कूल ही अभी तक खुल नहीं पाए हैं। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन क्लासेज से बच्चे मोबाइलों में सिमट कर रह गए हैं और अध्यापन कार्य से बहुत दूर जा चुके हैं। इस वक्त सभी अभिभावक और बच्चे भी यह चाहते हैं कि जल्दी से जल्दी स्कूल खोलें ताकि जो पहले कमी रही उसकी भरपाई हो सके और उस कमी को पूरा करके शिक्षा में आगामी भविष्य की योजनाएं पूरी की जा सके। उन्होंने कहा कि सोमवार को सरकार ने पार्क और स्टेडियम भी खोलने की अनुमति दे दी है, लेकिन स्कूलों को लेकर कोई फैसला नहीं किया है।


स्कूल  पर भी पड़ रहा है आर्थिक भार
कुंडू ने कहा कि स्कूल बंद होने के कारण न केवल बच्चों पर बल्कि स्कूल पर भी आर्थिक रूप से बहुत प्रभाव पड़ा है। बहुत से स्कूल बंद होने के कगार पर हैं और बहुत से टीचर्स अपने पेशे को छोड़कर पलायन कर चुके हैं और कुछ पलायन करने की तैयारी में है। उन्होंने कहा कि स्कूल बंद होने के चलते अध्यापकों, स्कूल बस ड्राइवरों, चतुर्थ क्लास कर्मचारियों के वेतन को देना बहुत ही कठिन हो रहा है क्योंकि वर्तमान में अभिभावकों के मन में एक बात घर कर चुकी है कि ऑनलाइन क्लासेज का कोई फायदा नहीं है और जब तक फिजिकल क्लासेस आरंभ नहीं होती, वे फीस का भुगतान नहीं करेंगे। इससे स्कूलों की गाडिय़ां, उनके बीमें, पासिंग का खर्चा, बिजली के बिल और स्कूल रखरखाव के खर्चे निकालना बहुत मुश्किल हो रहा है। कुंडू ने कहा कि अगर यह सत्र भी करोना की भेंट चढ़ गया तो प्राइवेट स्कूल खत्म हो जाएंगे और उनका अस्तित्व खत्म हो जाएगा जो कि शिक्षा के लिए बड़ा ही दुर्भाग्यपूर्ण होगा। उन्होंने मांग की कि स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जल्दी से जल्दी प्राइवेट स्कूलों को खोला जाए ताकि शिक्षा संबंधी गतिविधियां जल्द से जल्द आरंभ हो सके। इस मौके पर बरवाला ब्लॉक के शहरी प्रधान नवीन महता, ग्रामीण प्रधान राजेंद्र अत्री, जिला प्रधान महावीर यादव, उप प्रधान रोहतास देवा, विनोद सांघो, अमित सहारण, राजेश बूरा, संजीव सिंगला, महेंद्र पूनिया, प्रदीप, सुदेश चहल, छबीलदास,राजबीर, रामबीर, संजय वालेचा, बलवान कुंडू, सुरेश, जोगिंदर कटीरा, वीरेंद्र दूहन, संदीप, विनोद, राकेश पूनिया, कपिल गुराना , मनदीप, सुरेंद्र खेदड़, महेंद्र, जगदीप व राजेश बोबुआ सहित भारी संख्या में स्कूल संचालक, अभिभावक व टीचर्स मौजूद थे।