आंदोलन में खाप पंचायतों ने भी शुरू की लंगर सेवा

February 11, 2021

आंदोलन में खाप पंचायतों ने भी शुरू की लंगर सेवा

गाजियाबाद, 11 फरवरी रवि पथ :

यूपी गेट (गाजीपुर बार्डर) पर चल रहे किसान आंदोलन में अब खाप पंचायतें भी लंगर सेवा में जुट गई हैं। आंदोलन स्थल पर जहां देश खाप की ओर से (भंडारा) लंगर सेवा शुरू की गई है वहीं गुरूवार को दांघड़ खाप की ओर से एक ट्रक खाद्य सामग्री लेकर आंदोलन स्थल पर पहुंचा। यह खाद्य सामग्री बागपत जनपद के सुल्तानपुर हटाना गांव की ओर बार्डर पर पहुंची है। यह खाद्य सामग्री पूरे गांव के लोगों के सहयोग से जुटाई गई है। यूं तो आंदोलन की शुरूआत से ही आसपास के जनपदों से रोजाना ट्रालियां भरकर खाद्य सामग्री आंदोलनकारियों के लिए पहुंच रही है, लेकिन अब खाप पंचायतों के बैनर तले पहुंचने वाली इस रसद के खास मायने हैं। बता दें कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश और हरियाणा में खाप पंचायतों का बड़ा महत्व है। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत खुद भी बालियान खाप के चौधरी हैं। इससे पहले बालियान खाप के चौधरी उनके पिता और किसान नेता चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत हुआ करते थे। आंदोलन में शुरू से ही बैकअप दे रहीं खाप पंचायतें 28 जनवरी को गाजीपुर बार्डर पर हुए घटनाक्रम के बाद और मुखर हुई हैं। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक ने बताया कि खाप पंचायतों के अलावा भी गाजियाबाद, हापुड़, बुलंदशहर, अलीगढ़, गौतमबुद्घनगर, बागपत, शामली, मेरठ, मुजफ्फरनगर, अमरोहा, संभल और मुरादाबाद आदि जनपदों से आने वाले किसानों के सभी ट्रैक्टर रसद लेकर लगातार आंदोलन स्थल पर पहुंच रहे हैं।

नोटिस भेजकर डरा रही पुलिस : बाजवा
गाजियाबाद। गाजीपुर बार्डर आंदोलन समिति के प्रवक्ता और सदस्य जगतार सिंह बाजवा ने गुरूवार को जारी बयान में कहा कि पुलिस किसानों को नोटिस भेजकर डराने का प्रयास कर रही है, लेकिन किसान नोटिसों से डरने वाला नहीं है। उन्होंने बताया कि आंदोलन से संबंधित मुकदमों की पैरवी करने के लिए गाजीपुर बार्डर आंदोलन समिति की ओर से अधिवक्ताओं का पैनल तैयार किया जा रहा है। गाजीपुर किसान मोर्चा की ओर से जेल में बंद आंदोलनकारियों की जमानत कराई जाएगी। श्री बाजवा ने कहा कि किसी भी किसान को नोटिस मिले तो वह तत्काल गाजीपुर किसान मोर्चा को सूचित करे।
जगतार सिंह बाजवा ने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से जारी किए गए कार्यक्रम के मुताबिक 14 फरवरी को किसान पुलवामा के शहीदों और किसान शहीदों की याद में कैंडल मार्च निकालेंगे। उसके बाद आंदोलन के सभी मोर्चों पर 16 फरवरी को किसान नेता चौधरी छोटूराम की जयंती मनाई जाएगी। उन्होंने बताया कि 18 फरवरी को 12 बजे से 4 बजे तक रेल रोको कार्यक्रम का आव्हान किया गया है। किसान नेताओं की ओर से सभी कार्यक्रमों के दौरान शांति बनाए रखने की अपील की गई है।
जगतार सिंह बाजवा ने कहा शुक्रवार से तराई क्षेत्र से किसानों की संख्या आंदोलन स्थल पर बढ़ना शुरू हो जाएगी। गुरूवार को आंदोलन स्थल के मंच से किसान नेता और गाजीपुर किसान आंदोलन कमेटी के सदस्य तेजिंदर सिंह बिर्क ने संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से होने वाले आगामी कार्यक्रमों की जानकारी किसानों को देकर कार्यक्रम को शांति पूवर्क सफल बनाने की अपील की है।

जालौन से पहुंचा किसानों का जत्था
गाजियाबाद। भारतीय किसान यूनियन के उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष राजवीर सिंह जादौन ने बताया कि गुरूवार को किसानों का एक जत्था गाजीपुर बार्डर पर पहुंचा है। उन्होंने बताया कि आंदोलन स्थल पर लगातार किसानों का पहुंचना जारी है। आसपास के जनपदों से किसान आसानी से आवाजाही कर लेते हैं लेकिन पूर्वी उत्तर प्रदेश से यहां तक आने में किसानों को समय लगता है हालांकि लगातार पूर्वी उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों से किसानों के जत्थे गाजीपुर बार्डर पर पहुंच रहे हैं और यह सिलसिला अनवरत रूप से जारी रहेगा।

गायन कर किसानों में भरा जोश-
आंदोलन स्थल के मंच से बल्ली सिंह चीमा निवासी उत्तराखंड ने गायन कर किसानों में आंदोलन को जारी रखने के लिए जोश भरा। अपनी प्रस्तुती में बल्ली सिंह चीमा ने कहा सुंदर सपनों आशाओं में शामिल हो जिंदा हो तो दिल्ली आ संघर्षो में शामिल हो,राकेश टिकैत के आंसू देख आंदोलन की धार बने का गायन कर खूब तालियां बटोरी।

बागपत और उत्तराखंड से पहुंचे किसान-
बागपत से किसानों का समूह ट्रालियों में लड्डू और चने लेकर आंदोलन स्थल पर पहुंचा। इस दौरान उत्तराखंड के भाकियू महासचिव दर्शन सिंह देओल के नेतृत्व में उधमसिंहनगर के जिले से प्रेम सिंह महोत और दिदार सिंह सहित कई किसान आंदोलन में पहुंचे।