बरसात और तेज ठंड में किसानों का मसानी बैराज पर डेरा

January 4, 2021

बरसात और तेज ठंड में किसानों का मसानी बैराज पर डेरा

सरकार और किसानों में वार्ता के बीच दिन भर अलर्ट रहा प्रशासन, निगरानी के लिए प्रशासन ने लगाए पचास ड्यूटी मजिस्ट्रेट

रेवाड़ी, रवि पथ :

कृषि कानूना के विरोध में दिल्ली की ओर कूच करने के लिए नेशनल हाइवे पर रविवार को साबी नदी पुल के पास पहुंचे सैकड़ों किसानों ने पुलिस के रोके जाने के बाद सड़क के किनारे डाल डाल दिया है। रात के समय किसानों को पुलिस की ओर से छोड़े गए आंसू गैस के गोलों का सामना करना पड़ा था। सोमवार को बरसात और ठंड के बावजूद किसान साबी नदी पुल के निकट ही ठहर गए। डीसी यशेंद्र सिंह और एसपी अभिषेक जोरवाल ने मौके पर पहुंकर स्थिति का जायजा लिया। इसके बाद किसानों के हर मूवमेंट पर नजर रखने के लिए डीसी ने 25 ड्यूटी मजिस्टेट नियुक्त कर दिए। सोमवार को धारूहेड़ा से जयपुर की ओर जाने वाले वाहनों को दूसरे रास्तों से निकाला गया। धारूहेड़ा व रेवाड़ी के बीच सड़क मार्ग पर पूरी तरह ठप रहा।
किसानों व सरकार के बीच चल रही वार्ता के बीच जिला प्रशासन किसानों की गतिविधियों पर पूरी तरह से नजर रखा हुआ है। रात को दिल्ली की ओर कूच करने का प्रयास करने वाले किसानों को ताबड़तोड़ आंसू गैस के गोलों का सामना करना पड़ा। पुलिस ने हल्का बल भी प्रयोग किया। देर रात तक किसान सड़क के समीप ही अपना डेरा डालकर बैठ गए। पुलिस व अर्धसैनिक बलों के जवान पूरी रात किसानों पर नजर रखे रहे। सुबह एक बार फिर से अधिकारियों का दल मौके पर पहुंच गया। पुलिस के साथ-साथ आरएएफ और सीआईएसएफ के जवान भी किसानों को दिल्ली की ओर बढ़ने से रोकने के लिए तैनात हैं। एसपी ने दिल्ली और जयपुर के बीव आवागम सुचारू कराने के लिए ट्रैफिक डायवर्ट कराया हुआ है। इससे वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। धारूहेड़ा, बिलासपुर व पचगांव से ही वाहनों को वाया पटौदी व दूसरे मार्गों से निकाला जा रहा है। इससे वाहन चालकों को अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ रही है। पुलिस किसानों पर पूरी तरह नजर गड़ाए हुए हैं।


जयसिंहपुर खेड़ा बॉर्डर और बांबड़ कट पर बड़ी संख्या में किसान मौजूद हैं। इन किसानों पर बारिश और सर्दी का कोई असर दिखाई नहीं दे रहा। किसान भी दिन भर केंद्र सरकार और किसान संगठनों के प्रतिनिधियों के बीच होने वाली बातचीत पर नजर लगाए रहे। किसानों ने चेतावनी दी हुई है कि बातचीत सिरे नहीं चढ़ने की सूरत में वह दिल्ली की ओर कूच कर देंगे। इसके लिए वह किसी भी स्थिति का सामना करने को तैयार हैं। किसानों की इस चेतावनी को देखते हुए पुलिस और प्रशासन उन्हें दिल्ली की ओर जाने से रोकने के लिए पुख्ता प्रबंध किए हुए हैं। सोमवार सायं बरसात का सिलसिला शुरू हो गया। इसके बावजूद बरसात किसानों के हौसलों को कमजोर नहीं कर पाई। किसानों ने बरसात और सर्दी से बचने के लिए पुख्ता प्रबंध किए हुए हैं। बांबड़ कट पर किसानों के लिए खाद्य सामग्री के दो ट्रक आए हुए हैं, इसलिए किसानों को किसी तरह की कोई परेशानी नहीं आ रही है। धारूहेड़ा के निकट आवागमन बाधित होने के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। देखना यह होगा कि किसानों और सरकार के बीच बातचीत सिरे नहीं चढ़ने की सूरत में किसान आगे किस तरह की रणनीति अपनाते हैं।