पलवल टोल प्लाजा किसान धरने पर पहुंचे महम विधायक बलराज कुंडू

January 18, 2021

पलवल टोल प्लाजा किसान धरने पर पहुंचे महम विधायक बलराज कुंडू

विभिन्न खापों एवं पालों की सरदारी से की मुलाकात

हजारों की संख्या में पहुंची महिला शक्ति को किया नमन, किसानों का बढ़ाया हौंसला।

कितना ही लम्बा संघर्ष क्यों ना करना पड़े किसान अपना हक लेकर ही वापस घर लौटेंगे – कुंडू

पलवल, 18 जनवरी रवि पथ:

दिल्ली बॉर्डर समेत प्रदेश में अलग-अलग जगहों पर लगातार किसानों के बीच पहुंचकर पहले दिन से किसान आंदोलन का साथ देते आ रहे महम विधायक बलराज कुंडू ने आज पलवल टोल किसान धरने पर विभिन्न खापों एवं पालों की सरदारी से मिलकर समर्थन दिया। धरने पर बैठे किसानों एवं महिला शक्ति का एहसास कराने हजारों की संख्या में पहुंची मातृशक्ति को नमन कर कुंडू ने उनका हौंसला बढ़ाया।
बलराज कुंडू ने कहा कि अन्याय बहुत हो चुका, सरकार किसानों के सब्र की परीक्षा लेनी बन्द करे और तीनों काले कानून रद्द कर तुरन्त एमएसपी की गारंटी का कानून लेकर आए। किसान का बेटा होने के नाते संकट की इस घड़ी में अपने किसान परिवार का साथ देना मेरा धर्म बनता है और मैं पूरी शिद्दत से किसानों के साथ खड़ा हूँ। जब तक हमारी मांगें नहीं मान ली जाती, किसान वापस अपने घर नहीं लौटेंगे।
26 जनवरी की दिल्ली परेड के लिए संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने जो योजना बनाई है उसके अनुसार अनुशासित एवं शांतिप्रिय तरीके से दिल्ली के आउटर रिंग रोड़ पर किसान ट्रैक्टर परेड निकाली जाएगी। कुंडू ने कहा कि किसान आंदोलन में रोजाना हो रही किसानों की शहादतें बेहद दुखदायी हैं। अभी तक सौ से भी अधिक किसान भाई शहीद हो चुके हैं लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि सरकार को इस बात की कोई चिंता नहीं है। यह सरकारी संवेदनहीनता की पराकाष्ठा है।


उन्होंने कहा कि प्रजातंत्र में जनता असल मालिक होती है लिहाजा सरकार को राजहठ छोड़कर अन्नदाता के दुःख-दर्द सुनने चाहियें और मसले का तुरन्त सर्वमान्य हल निकालना चाहिए। सरकार के अड़ियल रवैये पर चिंता ज़ाहिर करते हुए कुंडू ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि बातचीत को लम्बा खींचकर सरकार किसानों को ना तो थका पाएगी और ना ही किसानों की आवाज और आंदोलन को दबा पाएगी। अन्नदाता कठोर विषम परिस्थितियों का सामना करते हुए अपने पेट और बच्चों के भविष्य के लिए आंदोलन चलाने पर मजबूर हुए हैं लेकिन सरकार उनकी बातें मानने की बजाए अनदेखी करते हुए तानाशाही भरा रवैया अपनाए हुए है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।