किसान आंदोलन: हरियाणा सरकार अलर्ट, शंभू बॉर्डर पर भारी संख्या में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती

November 25, 2020

किसान आंदोलन: हरियाणा सरकार अलर्ट, शंभू बॉर्डर पर भारी संख्या में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती

25 नवंबर 2020 नई दिल्ली रवि पथ :

नए कृषि बिलाें पर भले ही देश के अन्य राज्यों के किसान धरना-प्रदर्शन कर शांत हो गए हों परन्तु हरियाणा-पंजाब के किसानों का विरोध अभी भी जारी है|यहां के किसान नए कृषि बिलाें के खिलाफ कहीं रेलवे ट्रैक पर अड़े हुए नजर आ रहे हैं तो कहीं हाइवों को जाम कर रखा है|जिसका खामियाजा सरकार को तो भुगतना ही पड़ रहा है, साथ ही आम लोगों को खासकर यात्रियों यानी आने जाने वाले लोगों पर इसका काफी बुरा असर देखने को मिल रहा है|

दरअसल, किसान आंदोलन को देखते हुए कहीं ट्रेनें कैंसिल हो रही हैं तो कहीं बसें वा आने जाने के अन्य वाहन|ऐसे में जो लोग ऑन रोड हैं उन्हें किस दिक्क्त से गुजरना पड़ रहा होगा इसका अंदाजा तो आप लगा ही सकते हैं|मतलब बात वही हो गई कि जहाँ एक तरफ वायरस ने कई प्रकार की व्यवस्थाओं को चरमरा दिया है जिसमें सबसे बड़ी व्यवस्था साधन व्यवस्था है वहीं दूसरी ओर किसान आंदोलन ने भी साधन व्यवस्था बिगाड़ दी है|

फ़िलहाल, किसान आंदोलन को लेकर हरियाणा सरकार एकदम अलर्ट है और अपने राज्य के किसानों को बार-बार यह समझाने की कोशिश कर रही है कि नए कृषि बिलाें से उनको कोई नुक्सान नहीं होने वाला|वह किसी के बहकावे में न आएं|हरियाणा सरकार का ये भी कहना है कि इस कोरोना काल में आंदोलन एक बड़ा खतरा पैदा कर सकता है|इसलिए ऐसे में आंदोलन से बचें|भीड़भाड़ वाला काम न करें|

इधर, किसानों को न मानता देख हरियाणा सरकार सख्ती भी बरत रही है|तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में होने वाले किसान आंदोलन को लेकर हरियाणा सरकार ने अपनी सीमाओं को शील कर दिया है और भारी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किए हैं।मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर  ने लोगों से अपील की है कि वह 25 नवंबर से लेकर 27 नवंबर तक के बीच बॉर्डर एरिया में जाने से बचें|क्योंकि हरियाणा के सभी बॉर्डर सील रहेंगे|बात साफ़ है कि किसानों का कृषि बिलों का विरोध यात्रियों पर भारी पड़ने वाला है|