निजीकरण व निगमीकरण की नीतियों के खिलाफ उतरी ट्रेड यूनियनें व कर्मचारी

निजीकरण व निगमीकरण की नीतियों के खिलाफ उतरी ट्रेड यूनियनें व कर्मचारी

रेलवे स्टेशन पर धरना देते हुए जताया विरोध, प्रधानमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन

हिसार, 15 मार्च रवि पथ :

केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर सोमवार को विभिन्न ट्रेड यूनियनों व कर्मचारी संगठनों ने मोदी सरकार द्वारा सार्वजनिक संस्थानों, सरकारी क्षेत्र के निगमीकरण, निजीकरण व ठेका प्रणाली के विरोध में रेलवे स्टेशन पर जोरदार प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन के उपरांत रेलवे स्टेशन मास्टर को प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। धरना प्रदर्शन की अध्यक्षता एटक के जिला सचिव कामरेड रूप सिंह, एआईयूटीयूसी से डॉ खुशीराम, एमआईबीईए से वीएल शर्मा, सीटू से मनोज सोनी, इंटक से जयप्रकाश, हरियाणा कर्मचारी महासंघ से देशराज वर्मा, सर्व कर्मचारी संघ से ब्लॉक प्रधान सुरेंद्र मान ने संयुक्त रूप से की। वहीं धरने का संचालन विनोद कुमार व देशराज वर्मा ने किया।
प्रदर्शन के माध्यम से कर्मचारी नेताओं व ट्रेड यूनियन पदाधिकारियों ने रेलवे सहित तमाम सरकारी संस्थानों ,उपक्रमों ,संसाधनों , विभागों, कंपनियों का निजीकरण/ निगमीकरण / विनिवेशीकरण करने पर तुरंत रोक लगाई जाए। सरकारी क्षेत्र में पूंजी निवेश करके उसको और भी मजबूत करने, चारो लेबर कोडों को रद्द करने व पुराने श्रम कानूनों को बहाल करने, कृषि विरोधी तीनों काले कानून रद्द करने व किसान नेताओं से बात करते हुए एमएसपी को कानूनी दर्जा देने, बिजली बिल 2020 को वापस लेने, बंद की गई सभी लोकल व पैसेंजर ट्रेनों को तुरंत चालू करने, बढ़ाया गया रेल किराया वापस लेने, एक्सप्रेस ट्रेनों में साधारण यात्रियों के लिए कोच लगाने व डीजल, पैट्रोल, रसोई गैस के दाम आधे करने सहित अन्य मांगों को प्रमुखता के साथ उठाया।

इस मौके पर एआईयूटीयूसी के जिलासचिव मेहर सिंह बांगड, एटक से नरेश गोयल, रूप सिंह, सीटू से मनोज सोनी, राजबीर सिंधु, बैक कर्मचारी नेता बीएल शर्मा, किसान सभा से सूबेसिंह बूरा, ऑल इंडिया किसान मजदूर संगइन के जिला सचिव हवासिंह संघर्ष, भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश महासचिव दिलबाग सिंह हुड्डा व अनु सूरा ने संबोधित किया। इस मौके पर भारी संख्या में कर्मचारी व संगठन पदाधिकारी मौजूद थे।