रोहतक से पहुंची महिलाओं ने कहा कानून वापसी तक हटेंगी नहीं

February 21, 2021

रोहतक से पहुंची महिलाओं ने कहा कानून वापसी तक हटेंगी नहीं

बोलीं महिलाएं, टीवी पर किसान कम होने की खबर देख यहां आईं

टिकैत को भरोसा दिलाया, एक आवाज पर हरियाणा की महिलाएं यहीं मिलेंगी

गाजीपुर बार्डर रवि पथ :

हरियाणा के रोहतक जिले के रिठाल गांव से आंदोलन स्थल पर पहुंची दो दर्जन से अधिक महिलाओं ने भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत से मुलाकात की। इस दौरान मीडिया के सामने सभी महिलाओं ने सरकार के प्रति कड़ा रोष जताते हुए कहा कि जब तक नए कृषि कानून वापस नहीं होंगे, वह पीछे हटने वाली नहीं हैं। उन्होंने राकेश टिकैत को भरोसा दिलाया कि उनकी एक आवाज पर हरियाणा की महिलाएं गाजीपुर बार्डर ही नहीं, जहां वह कहेंगे, वहां पहुंच जाएंगी। महिलाओं का कहना था कि हम रोज अपने गांव से यहां आएंगे और आंदोलन कर रहे अपने भाईयों और चाचा ताऊ के लिए दूध, घी और मठ्ठा भी लेकर आएंगे। यहीं हलवा भी बनेगा और खीर भी बनेगी।
महिलाओं ने कहा कि हरियाणा में तो खट्टर सरकार अब ज्यादा दिन नहीं चलने वाली। खट्टर सरकार ने किसानों की राह में गड्ढे खोदे हैं, इस बात को हमारी कई पुश्तें भूलने वाली नहीं हैं। किसान आंदोलन तो होते रहे हैं, पर किसी भी सरकार ने किसानों के साथ ऐसा सलूक नहीं किया, जैसा वर्तमान सरकारें कर रही हैं। इन महिलाओं ने कहा कि इस पार्टी ने धोखे से वोट ली है, अब चुनाव आन दो, देखंगे यह पार्टी कैसे वोट लेती है।

हालांकि इस दौरान महिलाओं के साथ बैठे किसान नेता राकेश टिकैत ने उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन महिलाएं अपने रोष को दबाने की स्थिति में नहीं दिख रही थीं। राकेश टिकैत ने उन्हें कहा कि चिंता की कोई बात नहीं है। आंदोलन ठीक चल रहा है। आज नहीं तो कल सरकार को हमारी मांगें माननी पड़ेंगी। टिकैत ने महिलाओं से उनके घर के काम-धाम की भी बात की, इस पर उन्होंने बड़ी बेबाकी से कहा कि घर का काम बालक संभाल रे हैं। उसकी चिंता तम ना करो। महिलाओं का कहना था कि वे आंदोलन स्थल पर किसानों की संख्या कम होने की खबर टीवी में देखकर यहां पहुंची हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि गाजीपुर बार्डर को अपनी आंखों से देखकै हमे शांति हो गई। उन्होंने जोर देकर कहा कि टिकैत साहब कोई बात हो तो उल्टी सूधी खबर भिजवा दियो। हम पीछे ना हटने वाले। हम टिकैत साहब के साथ हैं और रहंगे। आंदोलन स्थल पर पहुुंचने वाली महिलाओं में मुख्य रूप से सुनीता, मूर्ति सावित्री, राजबाला, शांति, रेखा, सावित्री, संतोष, निर्मला और रामवती आदि शामिल रहीं।
भाकियू