कल से शुरू होने वाली गेहूं खरीद के लिए उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने जिला के खरीद अधिकारियों को दिया प्रशिक्षण

April 19, 2020

जिला में गेहूं खरीद के लिए प्रत्येक खरीद केंद्र पर 6 अधिकारी-कर्मचारियों की टीमें गठित की
खरीद अधिकारी खरीद केंद्रों पर 20-20 फुट की दूरी पर लगवाएं गेहूं की ढेरियां : उपायुक्त
कल से शुरू होने वाली गेहूं खरीद के लिए उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने जिला के खरीद अधिकारियों को दिया प्रशिक्षण
हिसार, 19 अप्रैल रवि पथ
जिला में गेहूं खरीद कार्य को सुचारू तरीके से संपन्न करवाने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में बनाए गए प्रत्येक खरीद केंद्र पर 6 अधिकारी-कर्मचारियों की टीमें नियुक्त की गई हैं जिनमें एक खरीद अधिकारी, एक सहायक खरीद अधिकारी तथा चार सहायक कर्मचारी शामिल हैं। ये टीमें अपने-अपने खरीद केंद्र पर बिना बाधा गेहूं खरीद कार्य को संपन्न करवाने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां आज ही पूरी करवाएंगी जिसके लिए वे ग्राम पंचायत, स्कूल व गांव में नियुक्त कर्मचारियों की भी मदद लेंगी।


यह बात उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने आज जिला सभागार में खरीद अधिकारियों के प्रशिक्षण शिविर को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने खरीद अधिकारियों को कल 20 अप्रैल से की जाने वाली गेहूं खरीद के दौरान बरती जाने वाली एक-एक सावधानी, खरीद केंद्रों पर किए जाने वाले प्रबंधों तथा खरीद प्रक्रिया के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।
उपायुक्त ने कहा कि कोरोना रोग के संक्रमण पर रोक के लिए सामाजिक दूरी, थर्मल स्कैनिंग, सैनेटाइजेशन व मास्क लगाने के नियमों की अनुपालना सभी खरीद केंद्रों पर प्राथमिकता के आधार पर करवाई जाए। एक ही स्थान पर भीड़ न होने देने के लिए गेहूं की ढेरियां कम से कम 20-20 फुट की दूरी पर लगवाई जाए। गेहूं को कच्ची जमीन पर न डलवाया जाए। यदि कहीं पक्की जगह की कमी हो तो तिरपाल या पॉलिथिन पर गेहूं रखवाई जाए। गेहूं में 12 प्रतिशत तक नमी होने पर कोई वैल्यू कट नहीं लगाया जाए जबकि 14 प्रतिशत से अधिक नमी वाली गेहूं की खरीद नहीं जाएगी।
उन्होंने बताया कि जिला में गेहूं खरीद कार्य चार खरीद एजेंसियों, डीएफएससी, हैफेड, वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन व एफसीआई द्वारा किया जाएगा। गेहूं खरीद के लिए खाद्यापूर्ति विभाग को नोडल विभाग बनाया गया है। प्रत्येक खरीद केंद्र पर 4 से 10 तक आढ़ती गेहूं खरीद करेंगे। खरीद एजेंसी आढ़तियों को बारदाना व परिवहन साधन उपलब्ध करवाएंगी। बारदाने पर आढती द्वारा अपना मार्का लगाया जाएगा व 50 किलो की भर्ती करके बोरी के मुंह की डबल सिलाई करवाई जाएगी। गेट पास व जे-फार्म ऑनलाइन तैयार करवाया जाएगा।
उपायुक्त ने कहा कि प्रत्येक खरीद केंद्र पर आसपास के निर्धारित गांवों के किसान ही अपनी फसल लेकर आएंगे। उन्होंने खरीद केंद्रों के आसपास स्थापित धर्मकांटों, खरीद केंद्रों पर बिजली कनेक्शन, बारदाने, पीने के पानी, शौचालयों, सफाई, मास्क, सैनिटाइजर्स, थर्मल स्कैनर, सफाई कर्मचारियों की उपलब्धता तथा आढ़तियों के माध्यम से झरने, पंखों, तिरपाल आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए खरीद अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए।
उन्होंने खरीद अधिकारियों को आज ही अपने-अपने खरीद केंद्रों का दौरा कर आवश्यक सुविधाओं की उपलब्धता की जांच करने और सायं तक इसकी रिपोर्ट संबंधित एसडीएम को करने को कहा। प्रत्येक खरीद केंद्र पर सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस की गारद भी लगाई जाएगी। उन्होंने कहा कि खरीद केंद्र पर नियुक्त पूरी टीम स्वयं अपने मोबाइल में आरोग्य सेतु एप इंस्टॉल करे और गेहूं बेचने आने वाले किसानों के मोबाइल में भी इंस्टॉल करवाए। खरीद केंद्रों पर संबंधित गांव का पटवारी मेरी फसल-मेरा ब्यौरा का रिकॉर्ड लेकर बैठेगा जो यह सुनिश्चित करेगा कि मंडी में फसल लाने वाले किसान ने पोर्टल पर अपना पंजीकरण करवा रखा है या नहीं।
जिला खाद्यापूर्ति विभाग के अधिकारी ने भी खरीद अधिकारियों को गेहूं खरीद के लिए उनकी जिम्मेदारियों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इनके सहयोग के लिए अन्य अधिकारियों की ड्यूटी भी लगाई गई है। प्रशिक्षण शिविर में अतिरिक्त उपायुक्त विवेक पदम सिंह, हिसार एसडीएम डॉ. वेदप्रकाश, हांसी एसडीएम डॉ. जितेंद्र सिंह, नारनौंद एसडीएम विकास यादव, बरवाला एसडीएम राजेश कुमार, सीटीएम अश्वीर सिंह, जिला सूचना अधिकारी एमपी कुलश्रेष्ठï व डीएफएससी सुभाष सिहाग सहित अन्य विभागों के अधिकारी व सभी खरीद केंद्रों के लिए नियुक्त किए गए अधिकारी भी मौजूद थे।