जनविरोधी काले कानून बर्दाश्त नहीं करेंगे : मुरारी शर्मा

August 9, 2020

जनविरोधी काले कानून बर्दाश्त नहीं करेंगे : मुरारी शर्मा

जाखल 9 जुलाई रवि पथ :


केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के आवाहन पर अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी फेडरेशन व अन्य कर्मचारी संगठनों द्वारा ब्लॉक जाखल में नॉर्दन रेलवे मेंस यूनियन प्रधान प्रीतम यूनीवाल व सर्व कर्मचारी संघ ब्लाक प्रधान मुरारी शर्मा की संयुक्त अध्यक्षता में भारत बचाओ सत्याग्रह आंदोलन की शुरुआत की गई। इसमें अजीत शास्त्री द्वारा मंच का संचालन किया गया । एनआरएमयू सचिव अरुण नेगिल ने बताया की रेलवे पूरे भारत को सबसे ज्यादा रोजगार प्रदान करती है और सरकार द्वारा 3 लाख पदों को खत्म करने से बेरोजगारी और बढ़ेगी व स्टेशन व रेलवे के अन्य विभागों को बेचने से आमजन को बहुत अधिक महंगे टिकट द्वारा सफर करना पड़ेगा जो कि आमजन के लिए अहितकारी होगा ।

उन्होंने कहा कि अपने प्रॉफिट सर्वोपरि रखकर जनता के हितों पर डाका डालेंगे जो कर्मचारी कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे। क्योंकि कर्मचारी आम जनता का ही हिस्सा है। प्रधान मुरारी शर्मा ने बताया कि यह सत्याग्रह केंद्र सरकार द्वारा रेलवे कोयला ब्लॉक आयुध फैक्ट्री बीएसएनएल एलआईसी भेल हेल आदि भारत के सरकारी उपक्रमों को बेचने के कारण भारत के शिक्षित युवाओं के रोजगार शिक्षा के व्यवसायीकरण बिजली विभाग, परिवहन विभाग, स्वास्थ्य विभाग व अन्य विभागों में निजी करण के विरोध में किया गया। उन्होंने कहा कि एनपीएस को बंद कर पुरानी पेंशन से देश की अर्थव्यवस्था को उठाने के लिए है।

उन्होंने तीन नए किसान आढ़ती मजदूर विरोधी अध्यादेश से होने वाले नुकसान को विस्तार पूर्वक भी बताया और कहा कि ठेकेदारी प्रथा के शोषण को खत्म करने के लिए है। कर्मचारी नेता कृष्ण नैन ने बताया सभी उपक्रम आम जनता को कम कीमत में बेहतर सुविधाएं प्रदान कर रहे हैं परंतु यदि यह पूंजीपतियों को बेच दिए गए तो वह अपना प्रॉफिट कमाने के लिए आम आदमी को इन सुविधाओं को महंगी दर पर प्रदान करेंगे व इनके अंदर युवाओं को कम तनख्वाह में रखकर उनका शोषण करेंगे। इसमें कर्मचारी नेताओं ने बताया कि किस प्रकार केंद्र सरकार श्रम कानूनों बदलाव कर अमीरों को फायदे में गरीबों को नुकसान पहुंचाना चाहती है। 15 करोड़ युवाओं के रोजगार जाने के कारण प्रभावित हुए 60 करोड़ से अधिक लोगों पर आजीविका कमाने का खतरा मंडरा गया ।

उन्होंने जरूरतमंदों को 75 सौ रुपए महीना व जरूरत अनुसार खाद्य सामग्री प्रदान करने की मांग की । सरकार शिक्षा को आम जनता की पहुंच से बाहर कर रही है जिस प्रकार बैंकों को मर्ज कर रही है उससे बैंकों में नौकरी की इच्छा रखने वाले युवाओं के मौका को खत्म करना है ।

उन्होंने बताया कि कोरोना काल के दौरान कुछ उद्योगपतियों की संपत्ति में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। गरीब और गरीब होता चला गया है । इस मौके पर ब्लॉक सचिव संदीप कुमार, बनारसी दास, राजेंद्र प्रसाद, सुरेश गर्ग, ताराचंद, विनोद कुमार व रेलवे के कर्मचारी मौजूद रहे।