किसान आन्दोलन अब जन आंदोलन बन चुका है, अहंकार छोड़ किसानों की सुने सरकार- किरण चौधरी
किरण चौधरी ने चौधरीवास , चल रहे धरने का धरनास्थल पर पहुचकर किया समर्थन
सिवानी मंडी 23 जनवरी रवि पथ :
किसान अपने अधिकारों को लेकर पूरी तरह से सजग हैं। तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों की आत्मा जाग चुकी है। यह बात कांग्रेस नेता व विधायक किरण चौधरी ने सिवानी क्षेत्र में चौधरी वास में कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे धरनों पर किसानों को संबोधित करते हुए कही। धरने से पूर्व सिवानी में वरिष्ठ कांग्रेस कार्यकर्ता राकेश कुमार गोयल के आवास स्थान पर पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन अब जनआंदोलन में बदल चुका है। अब किसान तीनों काले कानून वापस करवाकर ही दम लेंगे। किरण चौधरी ने चौधरीवास में तीन कृषि अध्यादेशों के खिलाफ चल रहे धरने का समर्थन किया और किसानों के संघर्ष की सराहना की। किरण चौधरी ने कहा कि किसान पिछले दो माह से तीन कृषि के काले कानूनों के खिलाफ धरना दिए हुए दिल्ली बैठे हैं लेकिन सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है। उन्होंने कहा कि जब जब भी किसानों ने आंदोलन किए हैं तब वे अपनी बात मनवाकर ही दम लेते हैं।
किसान की आत्मा जाग चुकी है जब तक तीनों कृषि कानून वापस नहीं होते, तब-तक किसान धरना खत्म नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि जब किसान तीनों कानून का विरोध कर रहे हैं तो सरकार को भी कुछ सोचना चाहिए और किसानों की बात माननी चाहिए।
। किसान आंदोलन राजनेताओं द्वारा झूठ बोलकर लोगों से किए गए लुभावने वादों का परिणाम हैं। किरण चौधरी ने कहा कि किसानों के आंदोलन के आगे सरकार को झुकना पड़ेगा और किसानों की मांगें माननी पड़ेगी। अग्रेंजों के शासन में भी अग्रेजों द्वारा किसानों पर काले कानून जबरदस्ती लागू किए गए थे, लेकिन उस समय भी किसानों ने उनका विरोध कर उनको लागू नहीं होने दिया था।