जलभराव वाले क्षेत्रों से पानी निकालने के लिए मंडल आयुक्त ने अधिकारियों को दिए निर्देश

August 17, 2020

जलभराव वाले क्षेत्रों से पानी निकालने के लिए मंडल आयुक्त ने अधिकारियों को दिए निर्देश

हिसार, 17 अगस्त रवि पथ :


हिसार मंडल आयुक्त विनय सिंह ने आज हांसी व नारनौंद के जलभराव वाले क्षेत्रों से पानी निकालने के संबंध में अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए। मंडल आयुक्त लघु सचिवालय स्थित कॉन्फ्रेंस कक्ष में खेतों व आबादी के इलाकों से बरसात के अतिरिक्त पानी को निकालने के कार्य की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी भी मौजूद थीं।


मंडल आयुक्त ने नारनौंद उपमंडल के गांव पु_ïी समैण, सिंघवा खास, मदनहेड़ी, मोहला, बड़छप्पर, सीसर, खरबला, बडाला, खेड़ा रांगडान, उगालन व बास तथा हांसी उपमंडल के गांव ढाणा, रामपुरा, खानपुर, घिराय, खानपुर, सिंधड़, भाटोल जाटान, भाटोल रांगड़ान, जीतपुरा, खरकड़ा, गढ़ी, सोरखी, सिंघवा राघो, चानौत व जमावड़ी में जलभराव की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने संबंधित उपमंडलों के एसडीएम से वर्तमान में खड़े पानी व इनकी निकासी के लिए जरूरी आवश्यकताओं व संसाधनों के संबंध में विस्तृत रिपोर्ट मांगी।


अधिकारियों ने मंडल आयुक्त को अवगत करवाया कि अधिकतर गांवों में बरसाती पानी को निकाला जा चुका है और स्थिति नियंत्रण में है। अधिकतर गांवों की पंचायतें व किसान और अधिक पानी न निकलवाने के संबंध में लिखित में दे चुके हैं। जिन गांवों में आबादी व खेतों में पानी खड़ा है उसे निकालने के लिए पंप सेट लगातार चलवाए जा रहे हैं।
मंडल आयुक्त ने दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन गांवों में पानी निकासी का कार्य किया जा रहा है वहां पर्याप्त बिजली आपूर्ति की जाए। जिन स्थानों से पानी निकाला जा चुका है वहां लगाए गए पंप सेट हटाकर उन स्थानों पर लगवाए जाएं जहां अभी पानी निकासी का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पानी निकासी के लिए संबंधित गांवों के किसानों की भी मदद ली जाए।


उन्होंने कहा कि भविष्य में जल निकासी की लंबी अवधि की ठोस कार्ययोजना तैयार करवाई जाए। अस्थाई ड्रेन के निर्माण की बजाय और इनका पानी नहरों में डालने की बजाय इन्हें बड़ी व स्थाई ड्रेनों से जोड़ा जाएगा। इसके लिए उन्होंने सिंचाई विभाग व अन्य विभागों के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने कहा कि बरसाती पानी की निकासी के लिए संबंधित विभागों के अधिकारी एक-दूसरे पर बात न डालकर जिम्मेदारी से कार्य करें। उन्होंने कहा कि संभावित आपदा से निपटने के लिए यदि समय रहते आवश्यक प्रबंध कर लिए जाएं तो नुकसान की आशंका से बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में बारिश की संभावना को देखते हुए अधिकारी अतिरिक्त पाइपों की व्यवस्था करवाएं और किसी स्थान पर जलभराव की सूचना मिलते ही तुरंत सक्रिय होकर कार्य करें। उन्होंने अधिकारियों से कि कहा कि फिल्ड में तैनात सभी पंप ऑपरेटरों व उनकी लोकेशन की सूची उपलब्ध करवाएं ताकि उनकी निरंतर उपस्थिति व कार्य की तसदीक की जा सके। उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने जेई के माध्यम से भी फिल्ड में चल रहे कार्य की प्रगति की रिपोर्ट लेते रहें।


बैठक में नारनौंद एसडीएम विकास यादव, हांसी एसडीएम बेलिना, सिंचाई विभाग के अधीक्षक अभियंता जसमेर सिंह व ओमप्रकाश बिश्रोई, बिजली विभाग के अधीक्षक अभियंता आरएस सभ्रवाल, डीआरओ राजबीर सिंह धीमान, एक्सईएन जीतराम, रमेश कुमार, धूप सिंह, संकल्प परिहार व संजीव माथुर सहित अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे।