नशा विभिन्न अपराधों की जड़, घर से ही हो जागरूकता की शुरुआत

February 8, 2021

नशा विभिन्न अपराधों की जड़, घर से ही हो जागरूकता की शुरुआत

पोषाहार अभियान के तहत कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से की ग्रामवासियों से अपील महिलाओं को बताया पोषाहार का महत्व

हिसार, 08 फरवरी रवि पथ :

नशा एक अभिशाप है। यह एक ऐसी बुराई है, जिससे इंसान का अनमोल जीवन समय से पहले ही मौत का शिकार हो जाता है। नशीले पदार्थो के सेवन से व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक व आर्थिक हानि तो होती ही है, साथ ही परिवार की सामाजिक स्थिति को भी नुकसान पहुंचता है। जिले में चलाए जा रहे पोषाहार अभियान के तहत विभिन्न गांवों में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों के दौरान ग्रामवासियों को यह संदेश दिया गया। नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से बताया गया कि कैसे समाज में पनप रहे विभिन्न प्रकार के अपराधों का एक कारण नशा भी है। चिट्टïा, कोकीन, चरस, अफीम तथा शराब ऐसे उत्तेजना लाने वाले पदार्थ हैं, जिनके प्रभाव में व्यक्ति अपराध कर बैठता है। इन अपराधों का सबसे ज्यादा शिकार महिलाएं ही होती हैं, इसलिए हमें सामाजिक तौर पर सोच बदलकर अपने घर से ही जागरूकता की शुरुआत करनी होगी।
महिलाओं को पोषण अभियान के बारे में किया जागरूक
महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा चलाए गए पोषाहार अभियान के तहत कलाकारों ने नाटक व अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से महिलाओं को बेहतर खानपान और दिनचर्या में सुधार के बारे में जागरूक किया। बिना जागरूकता के किशोरियों व महिलाओं में कुपोषण तथा एनीमिया की समस्या काफी गंभीर है। इस समस्या को समाप्त करने के लिए संतुलित आहार लेना बेहद जरूरी है, जिसमें कार्बोहाइडे्रट, विटामिन, मिनरल, प्रोटिन तथा जरूरी फैट्स होने चाहिए। नाटक व अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से पोषण के पांच सूत्र, सुनहरे हजार दिन, स्तनपान, पौष्टिïक आहार, एनीमिया, डायरिया और साफ-सफाई इत्यादि विषयों पर अपनी प्रस्तुतियां दी। इसके अतिरिक्त विभिन्न सामाजिक बुराईयों जैसे कि नशाखोरी, कन्या भ्रूण हत्या, दहेज प्रथा आदि विषयों पर भी महिलाओं व ग्रामीणों को जागरूक किया गया।


पोषाहार अभियान के तहत इन गांवों में हुए कार्यक्रम
पोषाहार अभियान के तहत गांव बीड़ बबरान, पीरांवाली, ढ़ाणा कलां, ढ़ाणा खुर्द, खेड़ी जालब, खेड़ी लोहचब, देवगढ़ पुनियां, सरसौद, काबरेल, बगला, पायल, रावत खेड़ा, मंडी आदमपुर, किशनगढ़, जेवरा, बिछपड़ी, घिराय, चैनत, गंगवा, सातरोड़, हैबतपुर, किन्नर, न्योली कलंा तथा मात्रश्याम आदि गांवों में नुक्कड़ नाटक व अन्य सांस्कृति कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए । इस अवसर पर सीडीपीओ मीना, विभिन्न गांवों के पंच व सरपंच सहित संबंधित सुपरवाईजर, आंगनवाड़ी वर्कर तथा हैल्पर सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।